फर्रुखाबाद में एक रिटायर्ड डॉक्टर पेंशन के लिए दर-दर भटकने की घटना ने सरकारी तंत्र की खामियों को उजागर किया है। डॉक्टर को अपने जीवित होने का प्रमाण देने के लिए सीएमओ कार्यालय में दंडवत होकर गुहार लगानी पड़ी, क्योंकि सरकारी पोर्टल पर उन्हें "मृत" दिखाया गया था।
Farrukhabad News: पेंशन के लिए चक्कर लगाते-लगाते डॉक्टर हुआ परेशान... पोर्टल पर दिखाया मृत, सीएमओ ऑफिस में दंडवत हुए रिटायर डॉक्टर
Jan 04, 2025 11:16
Jan 04, 2025 11:16
- स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति डॉक्टर को पेंशन पोर्टल में दिखाया गया मृत।
- रिटायर्मेंट के बाद पेंशन समेत अन्य भुगतान नहीं किए गए।
- रिटायर डॉ बोले लखनऊ से फर्रुखाबाद आने में एक बार में पांच हजार रूपए होते हैं खर्च।
डॉ जितेंद्र कुमार पेंशन पोर्टल पर मृत दिखा दिया गया है। पोर्टल में मृत दिखाए जाने से नाराज डॉक्टर शुक्रवार को सीएमओ ऑफिस पहुंचे और उनके सामने दंडवत हो गए। जिससे सीएमओ दफ़्तर में हड़कंप मच गया। सीएमओ भी यह नजारा देखकर हैरान रह गए। सेवानिवृत्ति डॉक्टर जितेंद्र ने सीएमओ से कहा कि मेरी गुहार कब सुनी जाएगी।
सीएमओ ने दिया भरोसा
सीएमओ अवनिंद्रा कुमार ने सभी लंबित फाइलें तलब की डॉ को पेंशन समेत अन्य भुगतान अतिशीघ्र कराने का भरोसा दिया। डॉ जितेंद्र कुमार का कहना है कि डेढ़ साल पहले अपनी निजी परेशानियों के चलते स्वैच्छा से रिटायमेंट लिया था। इसके बाद से पेंशन समेत अन्य भुगतान विभाग की तरफ से नहीं किए गए हैं। मैं अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर काट कर परेशान हो गया हूं।
मई 2023 में हुई थी तैनाती
डॉ जितेंद्र कुमार ने बताया कि मई 2021 में पीएचसी जहानगंज में तैनात हुए थे। पीएचसी में ढाई साल पूरे जिम्मेदारी से अपने पद का निर्वाहन किया। फरवरी 2023 में स्वैच्छिक सेवानिवृति ली थी। अप्रैल 2024 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की स्वीकृति विभाग द्वारा की गई। इसके बाद से एनपीएस, बीमा, पेंशन की फाइलें लटकी पड़ी थीं।
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