कानपुर प्रेसक्लब के पूर्व महामंत्री व अधिवक्ता की कल मालरोड स्थित मेघदूत होटल का भूतल कब्जाने के मामले में पुलिस ने गिरफ्तारी की थी।जिसके बाद पुलिस की इस कार्यप्रणाली ने नाराज होकर आज मंगलवार को अधिवक्ताओं ने पुलिस कमिश्नर कार्यलय का घेराव कर दिया।
Kanpur News: अधिवक्ताओं के गुट ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय का किया घेराव,जाने क्या रही वजह
Nov 26, 2024 14:28
Nov 26, 2024 14:28
Kanpur News: कानपुर प्रेसक्लब के पूर्व महामंत्री व अधिवक्ता की कल मालरोड स्थित मेघदूत होटल का भूतल कब्जाने के मामले में पुलिस ने गिरफ्तारी की थी।जिसके बाद पुलिस की इस कार्यप्रणाली ने नाराज होकर आज मंगलवार को अधिवक्ताओं ने पुलिस कमिश्नर कार्यलय का घेराव कर दिया।जहां उन्होंने गलत तरीके से गिरफ्तारी की मांग कहते हुए अधिवक्ता कुशाग्र को छोड़ने की बात कही। पुलिस कमिश्नर का घेराव होता देख कार्यालय में भारी पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा। पुलिस की इस सख्ती को देखते हुए अधिवक्ता बैक फुट पर आ गए और फिर पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन देते हुए वापस लौट गए।
अधिवक्ताओं के गुट ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय का किया घेराव
बता दें कि कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार लगातर एक्शन मोड पर नजर आ रहे है।इससे पहले पुलिस कमिश्नर को कुछ पत्रकारों के खिलाफ शिकायत मिली थी। जिसकव लेकर उन्होंने कुछ दिन पहले दागी और वसूलीबाज पत्रकारों के खिलाफ अभियान चलाकर जेल भेजा था। जिसमे कुछ पत्रकार ऐसे थे जिन्होंने अनावश्यक जमीनों पर कब्जा कर रखा था।फिर उन्होंने दागी पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी अभियान चलाते हुए ताबड़तोड़ कार्यवाही की।अब फिर से पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने अवैध तरह से जमीनों पर कब्जा करने वाले वकीलों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है।जिसके तहत उन्होंने कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व महामंत्री व अभी कचहरी में सक्रिय रहने अधिवकता कुशाग्र पांडेय को माल रोड स्थित एक होटल का भूतल कब्जाने के मामले में गिरफ्तार किया था।जिसमे दो दर्जन से ज्यादा लोगो के खिलाफ पुलिस ने मुक़दमा दर्ज किया है। वही अधिवक्ता कुशाग्र पांडे व दीपक पांडे को पुलिस ने जेल भेज दिया है।इसी को लेकर नाराज अधिवक्ताओं का एक गुट आज पुलिस कमिश्नर कार्यालय का घेराव करने पहुंचा था और गलत तेरे से गिरफ्तारी की मांग कहते हुए उन्हें छोड़ने की बात कहने लगे। हालांकि वकीलों का गुट इकट्ठा देखते हुए पुलिस कमिश्नर कार्यालय के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। जिसके बाद अधिवक्ताओं ने पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन देते हुए अपनी मांग रखी और वापस लौट गए।
ये था पूरा मामला
मालरोड निवासी अशोक कुमार मेहरोत्रा के अनुसार मेघदूत होटल का स्वामित्व उनके पास है। उन्होंने बताया कि बेंगलुरू निवासी कमल पाल को किराए पर भूतल दिया था, लेकिन कमल ने एक फरवरी 1997 से किराया नहीं दिया। जिसके बाद वह कमल के खिलाफ कोर्ट चले गए। जेएससीसी 2 कोर्ट में कमल पाल के खिलाफ वाद दाखिल किया। अशोक के अनुसार कोर्ट का फैसला उनके पक्ष में आया और डिक्री भी हो चुकी है। कोर्ट का फैसला आने के बाद भी भूतल पर कमल का कब्जा रहा और दबाव बनाने के लिए उसने भू माफिया व अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों का सहारा लिया। अशोक कुमार के अनुसार कमल ने प्रेस क्लब के पूर्व महामंत्री कुशाग्र पांडेय और अन्य के साथ मिलकर एक फर्जी मुख्तारआम तैयार कराया और मुकदमें में पैरवी की जाने लगी।
इनको बनाया गवाह
अशोक ने बताया कि उनकी संपत्ति से लगभग 100 मीटर दूर की 17/6 की भूमि का प्रतिरूपण कर उनकी स्वामित्व के मकान को बल पूर्वक, कूट रचित दस्तावेजों से कब्जा कर लिया है। अशोक ने बताया कि संपत्ति पर आदेश था कि किसी तरह का कोई कब्जा न किया जाए। कोर्ट आदेश आने के बाद आरोपियों ने 5 अक्टूबर 2023 को एक कूटरचित नोटरियल मुख्तारआम उसी दिन तैयार कराया। जिसमें मनोज सिंह और समीर सिंह को गवाह बनाया।
जमीन से नही छोड़ा कब्जा
इतना ही नहीं 17/3 माल रोड कानपुर नगर के स्थान पर एक कल्पित मकान नंबर 17/6 माल रोड कानपुर नगर दर्शाकर कुशाग्र पांडेय व उसके सहयोगियों ने मुख्तारआम तैयार करते हुए अशोक कुमार के मकान नंबर 17/03 माल रोड को 17/6 माल रोड दर्शित करते हुए अपने नाम करने के साथ कब्जा कर लिया। अशोक कुमार के अनुसार जिस 17/6 माल रोड की आड़ में उनकी संपत्ति पर कब्जा किया गया, वह कोई मकान ही नहीं है। उन्होंने बार-बार संपत्ति खाली करने के लिए कहा, मगर आरोपियों ने पत्रकार होने की धमकी देकर जमीन से कब्जा नहीं छोड़ा।
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