नाबालिग से दुष्कर्म मामले में सह आरोपी नीलू यादव की जेल से रिहाई मामले लापरवाही बरतने के मामले पुलिस कर्मियों पर गाज गिरी है। एसपी ने तत्काल प्रभाव से जेल चौकी इंचार्ज और दो कोर्ट मोहरिर्र को निलंबित कर दिया है।
Kannauj Rape Case: नीलू यादव जेल से रिहा होते ही हुआ फरार, लापरवाही बरतने पर जेल चौकी प्रभारी-दो मोहरिर्र निलंबित
Sep 30, 2024 09:15
Sep 30, 2024 09:15
नाबालिग से दुष्कर्म कांड में नीलू यादव सह आरोपी है, उस पर साक्ष्यों से छेड़छाड़ का आरोप है। नीलू यादव शुक्रवार शाम को जमानत पर जिला कारागार से रिहा कर दिया गया था। सबसे ज्यादा हैरानी की बात है कि पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। एसपी ने सीओ सीटी से इसकी जांच कराई तो पता चला कि नीलू यादव को लेने गए उनके समर्थकों के साथ जिला जेल चौकी प्रभारी किशनवीर सिंह वहीं पर मौजूद थे।
नीलू यादव को थी गैंगस्टर की जानकारी
नीलू यादव को गैंगस्टर की जानकारी हो चुकी थी। जेल चौकी प्रभारी भी वाकिफ थे। इसके बाद भी नीलू यादव को अरेस्ट करने में उन्होंने कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। एसपी को उसकी रिहाई की सूचना तक नहीं दी गई। पुलिस ने सीसीटीवी खंगाले तो देखा गया कि बड़ी संख्या में वाहनों से नीलू यादव के समर्थक जेल के बाहर मौजूद थे। उनके साथ में जेल चौकी प्रभारी भी सादे कपड़ों में दिखाई दिए। नीलू यादव समर्थकों की आड़ में रिहा होते ही फरार हो गया।
एसपी ने किया तत्काल प्रभाव से निलंबित
एसीजेएम कोर्ट में तैनात कोट मोहरिर्र हेड कांस्टेबल अवधेश कुमार और कांस्टेबल अनिल कुमार ने नीलू का रिहाई परवाना बनाने की जानकारी उच्चाधिकारीयों को समय रहते दे देते तो जेल से बाहर निकलते ही नीलू की गिरफ्तारी हो जाती। जांच के बाद एसपी अमित कुमार आनंद ने जिला जेल प्रभारी किशनवीर सिंह, हेड कांस्टेबल अवधेश कुमार और कांस्टेबल अनिल कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। इस मामले की जांच तिर्वा सीओ डॉ प्रियंका वाजपेई को सौंपी गई है।
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