रक्षक ही नहीं, संरक्षक भी है खाकी। लखनऊ पुलिस ने दुख की घड़ी में एक निर्धन परिवार की मदद की। पिता की मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार के लिए घर में पैसा और सक्षम सदस्य न होने के कारण खाकी ने निभाया फर्ज। लखनऊ के थाना पारा पुलिस ने आर्थिक मदद करते हुए विधि विधान से अंतिम संस्कार किया ।
लखनऊ पुलिस ने कंधा देकर कराया अंतिम संस्कार: पिता की हुई मौत, परिवार के पास पैसे नहीं, महिला ने डायल 112 पर मांगी मदद
May 28, 2024 12:29
May 28, 2024 12:29
बीमारी से हुई थी मौत
एक बार फिर लखनऊ पुलिस का मानवीय चेहरा देखने को मिला जो "लखनऊ पुलिस मित्र पुलिस" के नारे को चरितार्थ करता नजर आया। थाना पारा अंतर्गत एक बेहद गरीब परिवार रहता था। यहां पिता की बीमारी के चलते मौत हो गई। एक महिला ने डायल 112 पर सूचना दी थी कि उसके पिता की बीमारी के कारण मृत्यु हो गयी है दाह संस्कार के लिए पैसा नहीं है और न ही कोई पुरुष अर्थी को कन्धा देने के लिए मौजूद है, मदद चाहिए।
मदद के लिए तुरंत पहुंची पुलिसरक्षक ही नहीं, संरक्षक भी है खाकी।
— LUCKNOW POLICE (@lkopolice) May 27, 2024
पिता की मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार हेतु घर में सक्षम सदस्य न होने के कारण #खाकी ने निभाया फर्ज।
थाना पारा पुलिस द्वारा आर्थिक मदद करते हुए विधि विधान से किया अंतिम संस्कार।@Uppolice #Lkopolice_On_Duty pic.twitter.com/FZ5ZFZTpwe
महिला का फोन आने के बाद SHO थाना पारा द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए चौकी प्रभारी जलालपुर उ.नि दिग्विजय यादव और हेड कांस्टेबिल 384 जितेन्द्र सिंह एवं पीआरवी 0182 के कर्मचारीगण तथा चौकीदार द्वारा आर्थिक मदद करते हुए शव को कंधा देकर दाह संस्कार कराया गया।
पुलिस के अनुसार, थाना पारा अन्तर्गत एक लड़की ने बताया पिता का लंबी बीमारी के बाद स्वर्गवास हो गया, उसके पास अंत्तेष्ठी करने के पैसे नहीं है वह अकेली अपने पिता के साथ रहती है। इस सूचना पर PRV0182 ने मौक़े पर पहुंचकर लड़की को सांत्वना देते हुए आस पास के लोगों को इकट्ठा कर अंतिम संस्कार कराया।
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