उत्तर प्रदेश के चार प्रमुख शहर - गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, नोएडा और ग्रेटर नोएडा देश के दस सर्वाधिक प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल हो गए हैं।
दीपावली के बाद बढ़ा वायु प्रदूषण : यूपी के चार शहर प्रदूषित शहरों की सूची में शामिल, स्थिति हुई चिंताजनक
Nov 04, 2024 14:47
Nov 04, 2024 14:47
सर्दियों में प्रदूषण का बढ़ता स्तर
विशेषज्ञों के अनुसार सर्दियों की शुरूआत के साथ वायु प्रदूषण की समस्या प्रतिवर्ष गंभीर रूप धारण कर लेती है। सरकार द्वारा किए गए विभिन्न प्रयासों के बावजूद इस समस्या पर प्रभावी नियंत्रण नहीं पाया जा सका है। देश के दस सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में राजधानी दिल्ली सबसे ऊपर है। सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश के चार शहर गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में एक्यूआई 373, नोएडा में 315, मुजफ्फरनगर में 302 तथा ग्रेटर नोएडा में 274 एक्यूआई दर्ज किया गया। जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। इसके अलावा मेरठ, बागपत, हापुड़ और कानपुर जैसे शहरों में भी हवा की गुणवत्ता में गिरावट आई है।
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स्वास्थ्य पर प्रभाव
बढ़ते प्रदूषण का सबसे अधिक असर बुजुर्गों और बच्चों पर देखने को मिल रहा है। सांस की बीमारियों का खतरा बढ़ गया है और कई लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने नागरिकों को सुबह की सैर और व्यायाम से बचने की सलाह दी है। उनका कहना है कि वर्तमान परिस्थितियों में प्रातःकालीन व्यायाम स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होने के बजाय हानिकारक सिद्ध हो सकता है। लोगों को घर से निकलते समय मास्क का प्रयोग करने और अनावश्यक बाहरी गतिविधियों से बचने की सलाह दी गई है।
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मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले दो दिनों तक वायु प्रदूषण की यह स्थिति बनी रह सकती है। बुधवार के बाद पश्चिमी हवाओं के चलने की संभावना है। जिससे वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तेज हवाएं चलने से वायुमंडल में मौजूद प्रदूषक कणों का फैलाव होगा। जिससे प्रदूषण के स्तर में गिरावट आ सकती है। स्थानीय प्रशासन ने भी प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई कदम उठाए हैं। निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध जल छिड़काव और वाहनों की निगरानी जैसे उपाय किए जा रहे हैं। साथ ही नागरिकों से भी सहयोग की अपील की गई है ताकि इस गंभीर समस्या से निपटा जा सके।
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