यूपी में कल यानी 20 नवंबर को नौ सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। इस बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर सवाल उठाते हुए एक वीडियो जारी किया है...
'ये मणिपुर नहीं, सीसामऊ है' : अखिलेश ने तस्वीर जारी कर उठाए सवाल, कहा- जनता में भय का माहौल
Nov 19, 2024 15:22
Nov 19, 2024 15:22
लोकतंत्र ‘दलबल’ से नहीं ‘जनबल’ से चलता है : अखिलेशNoida : 'बीजेपी के प्रति जनता का भरोसा टूट रहा' -अखिलेश यादव@yadavakhilesh @BJP4India #UPByelection2024
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अखिलेश यादव ने चुनाव से एक दिन पहले यूपी सरकार पर नाकामी का आरोप लगाते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि 'ये मणिपुर नहीं है, ये उत्तर प्रदेश के सीसामऊ विधानसभा सभा क्षेत्र के उपचुनाव से आई तस्वीरें हैं। सवाल ये है कि क्या प्रदेश सरकार की नाकामी की वजह से जनता में अब इतना विश्वास नहीं रह गया है कि वो बेख़ौफ़ वोट डालने बाहर निकल सके, इसीलिए इस (तथाकथित) विश्वास को उपजाने के लिए ये क़वायद की जा रही है। जनता सब समझती है कि ये क्यों किया जा रहा है। लोकतंत्र ‘दलबल’ से नहीं ‘जनबल’ से चलता है और हमेशा चलता रहेगा।'
कटेहरी चुनाव में गड़बड़ी को लेकर अखिलेश यादव की पोस्टये मणिपुर नहीं है, ये उप्र के सीसामऊ विधानसभा सभा क्षेत्र के उपचुनाव से आई तस्वीरें हैं। सवाल ये है कि क्या उप्र सरकार की नाकामी की वजह से जनता में अब इतना विश्वास नहीं रह गया है कि वो बेख़ौफ़ वोट डालने बाहर निकल सके, इसीलिए इस (तथाकथित) विश्वास को उपजाने के लिए ये क़वायद की जा… pic.twitter.com/zCZBmxOsc4
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इससे पहले अखिलेश ने अम्बेडकरनगर के कटेहरी चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि 'चुनाव आयोग तुरंत इस बात का संज्ञान ले कि उप्र में शासन-प्रशासन पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रहा है और मतदान को बाधित करने के लिए ‘नोटिस-चेतावनी’ के लाल कार्ड बाँटकर मतदाताओं पर दबाव बना रहा है। ये एक तरह से संविधान द्वारा दिये गये वोटिंग के अधिकार को छीनने का ग़ैर-क़ानूनी कृत्य है। इसे एक अपराध की तरह दर्ज करके तुरंत कार्रवाई की जाए अन्यथा माननीय सर्वोच्च से ये अपील होगी कि वो स्वतः संज्ञान लेते हुए पक्षपाती शासन-प्रशासन को निष्पक्ष चुनाव कराने का निर्देश दे।'
लालजी वर्मा ने लगाया आरोपचुनाव आयोग तुरंत इस बात का संज्ञान ले कि उप्र में शासन-प्रशासन पक्षपात पूर्ण रवैया अपना रहा है और मतदान को बाधित करने के लिए ‘नोटिस-चेतावनी’ के लाल कार्ड बाँटकर मतदाताओं पर दबाव बना रहा है। ये एक तरह से संविधान द्वारा दिये गये वोटिंग के अधिकार को छीनने का ग़ैर-क़ानूनी कृत्य है।… pic.twitter.com/XR5RqsbCAy
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वहीं समाजवादी पार्टी के सांसद लालजी वर्मा ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि जिला प्रशासन उनके कार्यकर्ताओं को चेतावनी नोटिस और लाल कार्ड जारी कर रहा है, साथ ही उन्हें यह धमकी दी जा रही है कि वे या तो मतदान करने न जाएं, या फिर अगर मतदान करें तो केवल भाजपा को वोट दें। वर्मा ने आरोप लगाया कि उनके कार्यकर्ताओं को झूठे मामलों में फंसाने की कोशिश की जा रही है और वोटर लिस्ट में भी छेड़छाड़ की जा रही है।
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सपा ने लिखी चुनाव आयोग को चिट्ठी
यूपी की रिक्त नौ विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए सोमवार को चुनाव प्रचार थम गया था। मतदान से पहले समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा है। इसमें सपा ने कहा कि बूथ पर पीठासीन अधिकारी के अलावा कोई भी मतदाता का पहचान पत्र चेक न करे। सपा ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों ने मुस्लिम महिलाओं के बुर्का उठा कर चेक करना शुरू किया, जिसके बाद वह मतदान किए बिना ही वापस चली गईं। इससे मतदान प्रतिशत भी कम हुआ। चुनाव आयोग सुनिश्चित कि इस बार ऐसा ना हो।
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उपभोक्ता परिषद ने यह भी सवाल उठाया कि ग्रामीण उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली क्यों नहीं दी जा रही है, जबकि कंज्यूमर राइट रूल 2020 उन्हें यह अधिकार देता है। वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में केवल 18 घंटे बिजली दी जा रही है और आठ उत्पादन इकाइयों को बंद रखा गया है। इन उत्पादन इकाइयो... और पढ़ें