समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संभल में हुई हिंसा को लेकर एक बार फिर सवाल उठाए हैं। अखिलेश ने एक्स के माध्यम से इस घटना पर कड़ा रुख अपनाया...
संभल हिंसा : अखिलेश यादव ने सर्वे पर उठाए सवाल, सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप की मांग
Nov 24, 2024 23:27
Nov 24, 2024 23:27
जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा की घटनासर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साज़िश का ‘सर्वोच्च न्यायालय’ तुरंत संज्ञान ले और जो अपने साथ सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से नारेबाज़ों को ले गये, उनके ख़िलाफ़ शांति और सौहार्द बिगाड़ने का मुक़दमा दर्ज हो और उनके ख़िलाफ़ ‘बार एसोसिएशन’ भी अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई… pic.twitter.com/9Fj30K4aLm
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 24, 2024
रविवार की सुबह, संभल के जामा मस्जिद में कोर्ट कमिश्नर की टीम द्वारा सर्वे किया जा रहा था। इस दौरान मस्जिद के आसपास भारी भीड़ इकट्ठा हो गई, जिन्होंने सर्वे प्रक्रिया पर आपत्ति जताई। मस्जिद के पास एकत्रित भीड़ ने सर्वे टीम का विरोध करते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। कुछ ही समय में स्थिति तनावपूर्ण हो गई और विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप धारण कर लिया। भीड़ ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग की, जिससे माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो गया।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प
भीड़ के पथराव और हिंसा के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, लेकिन स्थिति काबू में नहीं आई। हिंसक भीड़ ने पुलिस वाहनों में तोड़फोड़ की और चंदौसी के सीओ की गाड़ी समेत कई अन्य वाहनों को आग के हवाले कर दिया। हालात बेकाबू होते देख पुलिस को लाठीचार्ज और फायरिंग का सहारा लेना पड़ा, जिससे भीड़ में भगदड़ मच गई। इस हिंसक घटना में तीन लोगों की मौत हो गई, जिसमें हयातनगर के रोमान, फत्तेहउल्ला सराय के बिलाल, और मोहल्ला कोट तबेला के नईम शामिल हैं। इसके अलावा, 20 से अधिक पुलिसकर्मी और दर्जनों अन्य लोग घायल हो गए।
प्रशासन की तत्परता और स्थिति नियंत्रण में
हिंसक घटना के तुरंत बाद मुरादाबाद से डीआईजी और अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई की उपस्थिति में रविवार सुबह 7:30 बजे कोर्ट कमिश्नर रमेश सिंह राघव की अगुवाई में सर्वे प्रक्रिया शुरू की गई थी। लेकिन इस सर्वे को छुट्टी के दिन और सुबह जल्दी करने के निर्णय पर लोगों ने सवाल उठाए। उन्होंने इस पर नाराजगी जाहिर की और इसे जल्दबाजी भरा कदम बताया।
सर्वे की प्रक्रिया पर सवाल
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस घटना के बाद अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि सर्वे की आड़ में समाज में तनाव फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय से आग्रह किया कि वे इस मामले का संज्ञान लें और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। अखिलेश ने यह भी आरोप लगाया कि सर्वे प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी और इसे अचानक छुट्टी के दिन करने के फैसले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
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