माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि उन्हें पहले इसकी जानकारी नहीं थी, अचानक बताया गया। वहीं उन्होंने विधानसभा सत्र के दौरान सदस्यों से चर्चा के बाद आगे की रणनीति तय करने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस समय कानून व्यवस्था बेहद खराब है। बिजली को लेकर लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
Lucknow News : अखिलेश यादव बोले-माता प्रसाद के अनुभव का सीएम योगी को भी मिलेगा लाभ, सदन में कानून व्यवस्था पर हंगामे की तैयारी
Jul 28, 2024 20:54
Jul 28, 2024 20:54
- माता प्रसाद पांडेय को अचानक बुलाकर सौंपी गई जिम्मेदारी, पहले से नहीं था पता
- उपचुनाव और विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर रणनीति पर काम कर रही सपा
अखिलेश की पोस्ट की तस्वीर
अखिलेश यादव ने रविवार को सोशल मीडिया पर अपने एकाउंट से एक तस्वीर भी पोस्ट की, जिसमें वह पार्टी के वरिष्ठ सदस्य माता प्रसाद पांडेय, बलराम यादव और राजेंद्र चौधरी के साथ नजर आ रहे हैं। वहीं माता प्रसाद पांडेय ने उन्हें नई जिम्मेदारी सौंपे जाने पर अखिलेश यादव का आभार जताया है।
माता प्रसाद पांडेय से अखिलेश यादव ने पूछी राय
माता प्रसाद पांडेय ने नेता प्रतिपक्ष की रेस में शिवपाल यादव, इंद्रजीत सरोज, रामअचल राजभर जैसे नेताओं के होने के बीच उन्हें जिम्मेदारी सौंपने पर कहा कि वह इस बारे में नहीं जानते। अखिलेश यादव ने इस पद को लेकर उनसे राय पूछी थी, जिस पर हमने सब उन्हीं पर डाल दिया था। माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि इसके बाद वह घर चले गए थे। कुछ समय बाद अखिलेश यादव ने उन्हें बुलाया और पहुंचने पर कहा कि ये जिम्मेदारी आपको दी जा रही है।
माता प्रसाद पांडेय को अचानक मिली जिम्मेदारी
माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि उन्हें पहले इसकी जानकारी नहीं थी, अचानक बताया गया। उन्होंने कहा कि पीडीए की लड़ाई हम सब मिलकर मजबूती से लड़ेंगे। वहीं उन्होंने विधानसभा सत्र के दौरान सदस्यों से चर्चा के बाद आगे की रणनीति तय करने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस समय कानून व्यवस्था बेहद खराब है। बिजली को लेकर लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बेरोजगारी को लेकर युवाओं में बेहद नाराजगी है। रोजगार लगातार कम होता जा रहा है। इसके अलावा कई अन्य मुद्दे भी हैं, जिन पर प्रमुख विपक्षी दल सदन में सरकार को घेरने का काम करेगा। ऐसे में विधानसभा का सत्र छोटा होने के बावजूद हंगामेदार होने के आसार हैं।
अखिलेश यादव की रणनीति
अखिलेश यादव के माता प्रसाद पांडेय को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के फैसले की हर तरफ चर्चा हो रही है। अखिलेश यादव ने काफी विचार के बाद ये निर्णय किया है। माना जा रहा है कि सपा उपचुनाव को लेकर ब्राह्मणों पर भी फोकस कर रही है। पीडीए का विस्तार करते हुए वह अगड़ी जातियों को भी अपने पाले में करने की कोशिश में जुट गई है। पार्टी रणनीतिकार विभिन्न मुद्दों पर लोगों की सरकार से नाराजगी देखते हुए उन्हें रिझाने की कोशिश में जुट गए हैं। यूपी विधानसभा की 10 रिक्त सीटों को लेकर भी सपा बेहद गंभीर है। इसके अलवा विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर भी जातीय समीकरण साधने में पार्टी अभी से जुट गई है।
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