एकेटीयू के परीक्षा नियंत्रक, प्रो. राजीव कुमार ने कहा कि इस फैसले को छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय को छात्रों की ओर से बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें अतिरिक्त समय की मांग की गई थी।
एकेटीयू का बड़ा फैसला : तय समय में कोर्स पूरा नहीं कर पाने वाले विद्यार्थियों को मिला एक और साल, जानें वजह
Nov 30, 2024 09:15
Nov 30, 2024 09:15
किसे मिलेगा इस फैसले का लाभ?
एकेटीयू के बीटेक, बीफार्मा, बीएचएमसीटी, बीएफए और बीएफएडी जैसे चार वर्षीय पाठ्यक्रमों के लिए अधिकतम सात वर्षों की सीमा निर्धारित थी। लेकिन, जो छात्र सात साल में भी अपनी डिग्री पूरी नहीं कर पाए, उन्हें सत्र 2017-18 में दाखिला लेने के आधार पर अब आठवें वर्ष (सत्र 2024-25) में कोर्स पूरा करने का अवसर मिलेगा। इसी तरह, बीआर्क, एमसीए, एमबीए और एमटेक इंटीग्रेटेड जैसे पांच वर्षीय पाठ्यक्रमों के छात्रों को भी राहत प्रदान की गई है।
पाठ्यक्रमों की अवधि में हुआ विस्तार
चार वर्षीय पाठ्यक्रम : बीटेक, बीफार्मा, बीएचएमसीटी, और अन्य चार वर्षीय पाठ्यक्रमों को सात वर्षों में पूरा करना अनिवार्य था। अब इसे आठ वर्षों तक बढ़ा दिया गया है।
पांच वर्षीय पाठ्यक्रम : बीआर्क, एमसीए, एमबीए और एमटेक जैसे पाठ्यक्रमों को अधिकतम आठ वर्षों में पूरा करने की अनुमति दी गई है।
दो वर्षीय पाठ्यक्रम : एमसीए, एमबीए, एमटेक, एमफार्म और एमयूआरपी जैसे दो वर्षीय पाठ्यक्रमों की समयसीमा चार वर्षों से बढ़ाकर पांच वर्ष कर दी गई है।
छात्रों के भविष्य को लेकर किया गया फैसला
एकेटीयू के परीक्षा नियंत्रक, प्रो. राजीव कुमार ने कहा कि इस फैसले को छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय को छात्रों की ओर से बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें अतिरिक्त समय की मांग की गई थी। इस पर विचार करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह राहत प्रदान की।
विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर प्रक्रिया का करें पालन
इस राहत का लाभ उठाने के लिए छात्रों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होगा। उन्हें आवेदन जमा करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि वे पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष की सभी शर्तों को पूरा करें। एकेटीयू प्रबंधन के इस निर्णय की छात्रों के अभिभावक भी सराहना कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह निर्णय न केवल छात्रों को राहत देगा, बल्कि उन्हें अपने करियर को बेहतर बनाने का एक और अवसर प्रदान करेगा।
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