सीएम योगी ने कहा कि मुंबई में सिद्धार्थनाथ सिंह को पता चला कि गोपाल जी कहीं चले गए हैं। इस पर मैंने उनसे कहा कि वह कोई खाने पीने की जगह ढूंढ रहे होंगे। सीएम योगी ने बताया कि जब गोपाल जी के वापस आने पर उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह कश्मीर से कन्याकुमारी तक खाने की जानकारी बता देंगे। इस पर जब उनसे कन्याकुमारी में खाने के होटल के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उस जगह पर शुद्ध सात्विक भोजन मिलेगा।
आशुतोष टंडन 'गोपाल जी' ने आम जनता के साथ बनाए गहरे संबंध : सीएम योगी-रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यादें की साझा
Nov 10, 2024 00:28
Nov 10, 2024 00:28
- पूर्व मंत्री 'गोपाल जी' की पुण्यतिथि पर लखनऊ में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
- सीएम योगी बोले- आशुतोष टंडन का निधन प्रदेश और लखनऊ के लिए अपूर्णीय क्षति
लखनऊ के सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोपाल जी के निधन से लखनऊ के सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में एक अपूरणीय क्षति हुई है। मेरी उनसे पहली मुलाकात स्वर्गीय लाल जी टंडन ने गोरखपुर में कराई थी। हमारी घनिष्ठता समय के साथ बढ़ती गई। 2014 में जब वह प्रत्याशी बने, तो एक अवसर पर शरारतन सभा की परमिशन रद्द कर दी गई थी। मैंने उन्हें संकेत दिया और हम सभा के लिए अलग मार्ग से निकल गए।
कठिन परिस्थितियों में भी दिखाया साहस
सीएम योगी ने गोपाल जी की चुनौतियों के बावजूद मजबूत रहने की शक्ति का उल्लेख करते हुए कहा कि गोपाल जी ने जीवन में कभी तनाव को अपने चेहरे पर नहीं आने दिया, भले ही उन्हें कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ा। उनके संघर्ष और साहस से हम सभी को प्रेरणा मिलती है। गोपाल जी के अंतिम समय की याद करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि जब वह मेदांता अस्पताल में उनसे मिलने गए, तो उनके चेहरे पर एक भी शिकन नहीं थी। उन्होंने जीवन की सच्चाई को समझा और स्वीकार किया। उनका व्यवहार हमेशा सादा और सहज रहा। सीएम योगी ने गोपाल जी के जीवन का सबसे प्रेरणादायक पहलू ये रहा कि वे कठिनाई में भी शांति और धैर्य के प्रतीक बने रहे।
स्मार्ट सिटी मिशन और नगर विकास में दिया अहम योगदान
मुख्यमंत्री ने नगर विकास मंत्री के रूप में गोपाल जी के योगदान का भी स्मरण किया। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत गोपाल जी ने लखनऊ में विकास के कई नए अध्याय जोड़े। सीएम योगी ने यह भी बताया कि गाजियाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन का बॉन्ड जारी करने के लिए जब वे और गोपाल जी मुंबई गए थे तब गोपाल जी की देशभर के विभिन्न शहरों और खानपान के प्रति जानकारी ने सभी को प्रभावित किया। उन्होंने मजाकिया लहजे में बताया कि गोपाल जी को देशभर की गलियों और वहां मिलने वाले खानपान की विस्तृत जानकारी थी, जो उनके जनसंपर्क को और गहरा बनाती थी। गोपाल जी के साथ उनका यह अनुभव उनकी दूरदर्शिता और सादगी का प्रतीक है।
पार्टी परंपराओं को सहेजने की थी गहरी रुचि
मुख्यमंत्री ने बताया कि गोपाल जी को भाजपा के पुराने नेताओं और परंपराओं की स्मृतियों को संजोने की गहरी रुचि थी। वे चाहते थे कि आरएमएल के एक सेंटर का नाम पूर्व मुख्यमंत्री राम प्रकाश गुप्ता के नाम पर हो और लखनऊ के पूर्व मेयर डॉक्टर एसजी राय के नाम पर एक बैंक की स्थापना हो। यह उनकी विचारशीलता और भाजपा की परंपराओं को सहेजने की गहरी सोच को दर्शाता है।
वाराणसी की गलियों में स्ट्रीट वेंडर्स, चाय-पान की दुकानों और छोटे व्यवसायियों से मुलाकात
सीएम योगी ने गोपाल जी के जनसंपर्क शैली का एक प्रेरक किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि 2019 के चुनावों के दौरान गोपाल जी वाराणसी में चुनाव प्रचार में लगे थे, लेकिन, वे सुबह की पार्टी बैठक में शामिल नहीं हो पाते थे। इस पर लोगों को लगा कि वे गायब रहते हैं, लेकिन जब मुख्यमंत्री ने उनसे इस बारे में बातचीत की, तब गोपाल जी ने एक अलग ही पहलू बताया। वे प्रतिदिन सुबह वाराणसी की गलियों में स्ट्रीट वेंडर्स, चाय-पान की दुकानों और छोटे व्यवसायियों से मिलते थे। इस प्रकार उन्होंने आम जनता के साथ गहरे संबंध बनाए। उनकी यह शैली उन्हें जनता से और करीब लाती थी और बीजेपी के समर्थन को मजबूत करती थी। सीएम योगी ने कहा कि गोपाल जी का यह तरीका जनसंपर्क और जनता के साथ रिश्ते मजबूत करने में प्रभावी साबित हुआ।
सीएम योगी ने मुंबई से जुड़ी यादें की साझा
सीएम योगी ने कहा कि मुंबई में सिद्धार्थनाथ सिंह को पता चला कि गोपाल जी कहीं चले गए हैं। इस पर मैंने उनसे कहा कि वह कोई खाने पीने की जगह ढूंढ रहे होंगे। सीएम योगी ने बताया कि जब गोपाल जी के वापस आने पर उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह कश्मीर से कन्याकुमारी तक खाने की जानकारी बता देंगे। इस पर जब उनसे कन्याकुमारी में खाने के होटल के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उस जगह पर शुद्ध सात्विक भोजन मिलेगा। यह बात पूरी तरह से सच निकली। मुख्यमंत्री ने कहा कि टंडन जी को स्मृतियों को याद करते हुए उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने गोपाल जी की स्मृतियों को जीवित रखने के लिए विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और सामाजिक स्तर पर उनके कार्यों को आगे बढ़ाने की बात कही।
राजनाथ सिंह बोले- गोपाल जी के मानवीय व्यवहार को भुलाया नहीं जा सकता
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि गोपाल जी के जीवन और उनके मानवीय व्यवहार को भुलाया नहीं जा सकता। वह अटल बिहारी वाजपेयी जी के जीवन मूल्यों को आत्मसात करके जिए। वह हमेशा अपनत्व का भाव रखते थे और अपनी सादगी से दूसरों को प्रेरित करते थे। उनका निधन न केवल पार्टी के लिए बल्कि लखनऊ की जनता के लिए एक अपूरणीय क्षति है। राजनाथ सिंह ने गोपाल जी के सादगीपूर्ण व्यक्तित्व और उनके सामाजिक योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका जीवन सभी के लिए प्रेरणादायक है। रक्षा मंत्री ने गोपाल जी के साथ बिताए अपने समय का भी स्मरण किया और कहा कि वे हमेशा समाज और जनता के हितों के लिए समर्पित रहे।
ब्रजेश पाठक- घर-घर गोपाल भैया के नाम से जाने जाते थे।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि स्व आशुतोष टंडन की आज प्रथम पुण्यतिथि है। आशुतोष टंडन जी हम सबको रुला गए। वह घर-घर गोपाल भैया के नाम से जाने जाते थे। जैसे कृष्ण कन्हैया वैसे गोपाल भैया। टंडन जी ने अटल जी का ध्यान रखा। पूज्य बाबू जी लोकसभा जीतकर पहुंचे थे, तब मैं भी उनके साथ राज्यसभा में था। आशुतोष भैया की कमी कभी पूरी नहीं हो सकती। लेकिन, हम परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे। राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि आशुतोष टंडन 'गोपाल जी' जल्दी चले गए और तमाम स्मृतियां छोड़ गए। जीवन का कोई मुहूर्त न पैदा होने का होता है न जाने का होता है। रोते-रोते मनुष्य पैदा होता है, शिकायत करते-करते बड़ा होता है और चला जाता है। उन्होंने कहा कि हम लोग तनाव में होते थे तो मुख्यमंत्री जी गोपाल जी से बात करते थे।
गोपाल जी के अधूरे कामों को पूरा काम हम सब मिलकर करेंगे : भूपेंद्र चौधरी
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी कहा कि आज गोपाल जी को गए हुए एक वर्ष पूरा हो गया है। हमारे सभी वरिष्ठ लोग यहां उपस्थित है। हमारा गोपाल जी का संगठन में लंबा साथ रहा। राजनीतिक जीवन में हमारा साथ रहा। उनका जाना हमारे लिए पार्टी के लिए बड़ी क्षति है। मृदुभाषी नेता का चले जाना बेहद दु:खद रहा। उन्होंने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं हम सब परिवार के साथ खड़े रहेंगे। उनके अधूरे कामों को पूरा काम हम सब मिलकर करेंगे।
लघु फिल्म ने किया सभी को भावुक
कार्यक्रम के दौरान स्व. आशुतोष टंडन के जीवन पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया, जिसने सभा में उपस्थित सभी लोगों को भावुक कर दिया। फिल्म में उनके जीवन के अनछुए पहलुओं को प्रस्तुत किया गया, जिसमें उनका संघर्ष, समर्पण और समाज के प्रति उनकी सेवाएं शामिल थीं। मुख्यमंत्री योगी और राजनाथ सिंह समेत कार्यक्रम में शामिल सभी गणमान्य व्यक्ति फिल्म देखकर भावुक हो गए।
भाजपा के स्व. नेताओं की पत्नियों का सम्मान
कार्यक्रम में भाजपा ने अपने उन वरिष्ठ नेताओं की पत्नियों का विशेष सम्मान किया, जिन्होंने पार्टी और समाज के प्रति योगदान में अपने पतियों का साथ दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उर्मिला शुक्ला, मधु राय, और अचला भार्गव को मंच पर बुलाकर उनके पति के योगदान का स्मरण किया और उनके प्रति सम्मान प्रकट किया। सम्मानित की गईं उर्मिला शुक्ला, जो लखनऊ नगर भाजपा के तीन बार के अध्यक्ष स्व. भगवती नारायण शुक्ला की पत्नी हैं, मधु राय, जो लखनऊ के दो बार महापौर रहे स्व. डॉ. एससी राय की पत्नी हैं, और अचला भार्गव, जो पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष स्व. प्रदीप भार्गव की पत्नी हैं।
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