उत्तर प्रदेश में मोटे अनाजों की खेती करने वाले किसानों की बल्ले बल्ले होने वाली है। खासकर, बाजरा और चना बोने वाले किसानों को राहत मिलेगी।
योगी सरकार का निर्णय : किसानों और बच्चों के लिए नई उम्मीद, बाजरे-चने की खेती करने वालों की बल्ले-बल्ले
Oct 19, 2024 21:43
Oct 19, 2024 21:43
- मोटे अनाजों की खेती करने वाले किसानों की बल्ले बल्ले
- योगी सरकार का बच्चों के लिए खास ध्यान
योगी सरकार का बच्चों के लिए खास ध्यान
यह सब कुछ योगी सरकार के एक महत्वपूर्ण निर्णय के कारण संभव हो रहा है। सरकार ने प्रदेश के 1.57 लाख परिषदीय प्राथमिक और प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले करीब 1.48 करोड़ बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन के मेनू में बदलाव करने का फैसला किया है। अब हर गुरुवार बच्चों को बाजरे या रामदाने के लड्डू दिए जाएंगे, साथ ही गुड़, तिल, भुना चना, मूंगफली की चिक्की और गजक भी शामिल होंगे।
बढ़ेगी किसानों की आय
यकीनन योगी सरकार के इस फैसले से संबंधित फसलों की मांग बढ़ेगी। मांग बढ़ने पर वाजिब दाम मिलने से उत्पादक किसानों को वाजिब दाम भी मिलेंगे। बतौर बोनस सबसे बड़ा लाभ तो इससे होने वाला बच्चों का स्वास्थ्य है।
इस योजना पर इतने करोड़ का खर्च
इस योजना पर सरकार 95 करोड़ रुपए खर्च करेगी, जिसमें केंद्र और प्रदेश का योगदान क्रमशः 57 करोड़ और 38 करोड़ होगा। इससे संबंधित फसलों की मांग बढ़ेगी, जिससे किसानों को उचित दाम मिलेंगे। सबसे बड़ा लाभ बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार होगा, जो इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।
पोषण सुरक्षा का खास ध्यान
खाद्यान्न सुरक्षा के साथ-साथ पोषण सुरक्षा भी जरूरी है, खासकर बच्चों और महिलाओं के लिए। इस पहल के तहत चयनित अनाज जैसे मूंगफली, चना, रामदाना और बाजरा प्रोटीन और आयरन जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर हैं। ये अनाज न केवल स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं, बल्कि इनकी खेती से किसानों की आय भी बढ़ेगी।
विशेषज्ञों ने दी सलाह
विशेषज्ञों का मानना है कि आयरन की कमी से होने वाली एनीमिया खासकर किशोर लड़कियों और गर्भवती महिलाओं में आम है। योगी सरकार का यह निर्णय न केवल बच्चों की सेहत को बेहतर करेगा, बल्कि खेती में विविधता लाकर किसानों की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगा।
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