कम आवाज वाले पटाखों ट्रैकिंग कोकोनट और गोल्डन छतरी का भी खासा क्रेज देखने को मिल रहा है। ये पटाखे न केवल देखने में सुंदर होते हैं, बल्कि आसमान में लाल, हरे, और पीले रंग की रोशनी भी बिखेरते हैं। इस बार डिजिटल पटाखे भी धूम मचा रहे हैं। ये पटाखे आसमान में 150 मीटर की ऊंचाई तक जाकर रंग-बिरंगी रोशनी छोड़ते हैं।
Lucknow News : बाजार में बढ़ी इको-फ्रेंडली और डिजिटल पटाखों की मांग, महंगे दामों के बावजूद ग्राहकों का उत्साह कायम
Oct 30, 2024 11:53
Oct 30, 2024 11:53
इको-फ्रेंडली पटाखों की लोकप्रियता में इजाफा
इस बार थोक बाजार में पर्यावरण को कम हानि पहुंचाने वाले इको-फ्रेंडली पटाखों की लोकप्रियता में खासा इजाफा हुआ है। लखनऊ आतिशबाजी व्यापार कल्याण समिति के अध्यक्ष महेश गुप्ता बताते हैं कि इको-फ्रेंडली रॉकेट, मल्टी थ्री, 20 शॉट, अनार, और फुलझड़ियां जैसे उत्पाद ग्राहकों के बीच पसंदीदा बने हुए हैं। ये पटाखे 30 प्रतिशत तक कम प्रदूषण करते हैं, जिससे लोग पर्यावरण के प्रति भी जिम्मेदारी महसूस कर रहे हैं।
कम ध्वनि वाले पटाखों की मांग बढ़ी
कम आवाज वाले पटाखों ट्रैकिंग कोकोनट और गोल्डन छतरी का भी खासा क्रेज देखने को मिल रहा है। ये पटाखे न केवल देखने में सुंदर होते हैं, बल्कि आसमान में लाल, हरे, और पीले रंग की रोशनी भी बिखेरते हैं। इससे लोग प्रदूषण कम करने के साथ-साथ दीवाली की खुशियों का भी आनंद ले रहे हैं।
डिजिटल पटाखों की धूम
लखनऊ के बाजारों में इस बार डिजिटल पटाखे भी धूम मचा रहे हैं। ये पटाखे आसमान में 150 मीटर की ऊंचाई तक जाकर रंग-बिरंगी रोशनी छोड़ते हैं, जिससे दर्शकों के अनुभव को और अधिक रोमांचक बना देते हैं। इन पटाखों का प्रयोग करने में लोगों को न सिर्फ सुरक्षा का अहसास होता है, बल्कि यह एक नया और रोमांचक विकल्प भी साबित हो रहा है।
तमिलनाडु से कम आपूर्ति के चलते बढ़े दाम
लखनऊ में पटाखों की आपूर्ति का मुख्य स्रोत तमिलनाडु के शिवाकासी का बाजार है। लेकिन इस बार भारी बारिश के कारण वहां की फैक्ट्रियां बंद रहीं, जिससे आपूर्ति में 50 प्रतिशत की कमी आई है। इस कारण से पटाखों की कीमतें पिछले वर्ष के मुकाबले लगभग 50 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं।
महंगे पटाखों के बावजूद ग्राहकों में उत्साह
बाजार में इको-फ्रेंडली और डिजिटल पटाखों के महंगे दाम होने के बावजूद ग्राहकों का उत्साह देखने लायक है। लोग इन पटाखों को खरीदने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। पटाखों के पैकेट पर क्यूआर कोड स्कैन करने से यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि पटाखे पर्यावरण के अनुकूल हैं या नहीं।
बच्चों के लिए विशेष कॉम्बो पैक की उपलब्धता
इस बार बाजार में बच्चों के लिए भी विशेष पटाखा कॉम्बो पैक उपलब्ध हैं, जिनकी कीमत 800 से लेकर 5000 रुपये तक है। इन पैकों में इलेक्ट्रॉनिक स्टोन, हनुमान गदा, बेबी रॉकेट, और स्काई शॉट जैसे विभिन्न प्रकार के पटाखे शामिल हैं, जिससे बच्चों को भी इस दीवाली के आनंद में भाग लेने का मौका मिल रहा है।
चाइना का डिजिटल वम बना आकर्षण का केंद्र
लखनऊ के लाटूश रोड पर एक दुकानदार ने विशेष चाइना का बम उपलब्ध कराया है, जो बिना दगे ही तेज धमाके की आवाज करता है। यह रिमोट से संचालित होता है और असली पटाखों की तरह ही धमाकेदार आवाज करता है। इस डिजिटल बम का प्रयोग पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ पारंपरिक पटाखों का मजा देने के विकल्प के रूप में किया जा सकता है।
बाजार में बदलते ट्रेंड का संकेत
लखनऊ के पटाखा बाजार में इस बार पारंपरिक पटाखों के साथ इको-फ्रेंडली और डिजिटल पटाखों का क्रेज बढ़ता दिख रहा है। पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ लोगों की दीवाली का आनंद लेने की बढ़ती इच्छाएं बाजार में इन नए विकल्पों को लेकर आई हैं, जो इस साल के बदलते रुझान को दर्शाता है।
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