सीएम योगी का निर्देश : प्रयागराज में 9 रेलवे स्टेशनों का विस्तार, 992 स्पेशल ट्रेनें चलेंगी, मौनी अमावस्या के लिए 300 से अधिक ट्रेनें

992 स्पेशल ट्रेनें चलेंगी, मौनी अमावस्या के लिए 300 से अधिक ट्रेनें
UPT | महाकुंभ 2025

Oct 14, 2024 16:59

उत्तर प्रदेश सरकार और रेलवे प्रशासन ने महाकुंभ 2025 के लिए व्यापक योजनाएं बनाई हैं। इसी क्रम में प्रयागराज के 9 प्रमुख रेलवे स्टेशनों की क्षमता और सुविधाओं को बढ़ाने की योजना तैयार की गई है। इसके साथ ही, महाकुंभ के दौरान 992 मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन सुनिश्चित किया जाएगा।

Oct 14, 2024 16:59

Lucknow News : उत्तर प्रदेश सरकार और रेलवे प्रशासन ने महाकुंभ 2025 के लिए व्यापक योजनाएं बनाई हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य लाखों श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में राज्य सरकार और रेलवे प्रशासन लगातार महाकुंभ की तैयारियों पर नजर बनाए हुए हैं। इसी क्रम में प्रयागराज के 9 प्रमुख रेलवे स्टेशनों की क्षमता और सुविधाओं को बढ़ाने की योजना तैयार की गई है। इसके साथ ही, महाकुंभ के दौरान 992 मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि श्रद्धालु बिना किसी कठिनाई के संगम नगरी पहुंच सकें। 


महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन को सफल बनाने के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था, रेलवे स्टेशनों के नवीनीकरण, पैदल मार्ग की विशेष व्यवस्था और आपातकालीन योजनाएं लागू की जा रही हैं। इसका मकसद है कि श्रद्धालु न केवल आरामदायक यात्रा करें, बल्कि मेला क्षेत्र में भीड़-भाड़ से बचकर आसानी से पहुंच सकें।

9 प्रमुख रेलवे स्टेशनों का होगा कायाकल्प
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रयागराज के 9 प्रमुख रेलवे स्टेशनों की क्षमता और सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। इनमें प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज जंक्शन, नैनी जंक्शन, छिवकी जंक्शन, रामबाग जंक्शन, झूंसी जंक्शन, फाफामऊ जंक्शन, प्रयाग जंक्शन, और प्रयागघाट जंक्शन शामिल हैं।

इन स्टेशनों पर मेला स्पेशल ट्रेनों के संचालन के लिए व्यापक योजना तैयार की गई है। फिलहाल इन स्टेशनों पर नवीनीकरण और विकास कार्य तेजी से चल रहा है। सूबेदारगंज में दो नए प्लेटफार्म बनाए जा रहे हैं, जबकि झूंसी स्टेशन पर एक अतिरिक्त प्लेटफार्म का निर्माण हो रहा है। साथ ही, प्रयाग स्टेशन पर भी एक नया प्लेटफार्म बनाया जा रहा है। इसके अलावा, स्टेशनों पर वाशिंग लाइनों का निर्माण भी हो रहा है, ताकि ट्रेनों की सफाई और रखरखाव में कोई समस्या न हो।

992 मेला स्पेशल ट्रेनें: यात्रा होगी आसान
महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेलवे प्रशासन ने 992 मेला स्पेशल ट्रेनों के संचालन की योजना बनाई है, जो वर्ष 2019 की तुलना में लगभग दोगुनी है। खासतौर पर मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर 300 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे, और पूर्वोत्तर रेलवे डिवीजन की इसमें अहम भूमिका होगी। उत्तर मध्य रेलवे के तहत दिल्ली, कानपुर, मुंबई, झांसी, सतना, बांदा, और मानिकपुर मार्ग से ट्रेनों का संचालन होगा। पूर्वोत्तर रेलवे के अंतर्गत बिहार, मुगलसराय, और वाराणसी मार्ग से रामबाग और झूंसी स्टेशन पर मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। उत्तर रेलवे के तहत गोरखपुर, फैजाबाद, लखनऊ और ऊंचाहार मार्ग पर फाफामऊ, प्रयाग, और प्रयागघाट स्टेशन पर विशेष ट्रेनें संचालित होंगी।

रेलवे स्टेशन से मेला क्षेत्र तक पैदल मार्ग की विशेष व्यवस्था
महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र तक पहुंचने में किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए रेलवे स्टेशन से मेला क्षेत्र तक पहुंचने के लिए एकल मार्ग (वन-वे) की व्यवस्था की जा रही है। यह योजना यह सुनिश्चित करेगी कि श्रद्धालु बिना किसी अवरोध के आसानी से मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकें। इससे भीड़-भाड़ की स्थिति से भी बचा जा सकेगा, जिससे सुरक्षा और सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित किया जा सकेगा।

6 आपातकालीन योजनाएं और 90 होल्डिंग एरियाज चिन्हित
भीड़ प्रबंधन और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए रेलवे प्रशासन ने 6 विशेष योजनाएं तैयार की हैं। इन योजनाओं के तहत, 90 होल्डिंग एरियाज चिन्हित किए गए हैं, जहां किसी आपात स्थिति में श्रद्धालुओं को रोका जा सकेगा। यह कदम भीड़ नियंत्रण और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है, ताकि स्टेशन पर दबाव कम रहे और यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इन आपातकालीन योजनाओं का उद्देश्य है कि किसी अप्रत्याशित स्थिति में भी श्रद्धालुओं को सुरक्षित रखा जा सके। जिला प्रशासन, पुलिस, और मेला आयोजन टीम मिलकर इन योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंगे।

नियंत्रण कक्ष और निगरानी की व्यवस्था
महाकुंभ के दौरान रेलवे स्टेशनों और मेला क्षेत्र की निगरानी के लिए प्रयागराज जंक्शन पर एक विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। इस नियंत्रण कक्ष के माध्यम से मेला क्षेत्र और रेलवे स्टेशनों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। इससे भीड़ प्रबंधन, ट्रेनों की समय-सारणी, और सुरक्षा व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग की जा सकेगी।

नियंत्रण कक्ष से स्टेशन और मेला क्षेत्र की गतिविधियों का समन्वय किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी प्रकार की समस्या आने पर उसका त्वरित समाधान किया जा सके। इसके जरिए यह भी देखा जाएगा कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से संचालित हों।

महाकुंभ के लिए हो रहा स्टेशनों का कायाकल्प
महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज जंक्शन का कायाकल्प किया जा रहा है। प्रयागराज जंक्शन को वृहद स्टेशन विकास योजना के तहत, और फाफामऊ और प्रयाग जंक्शन को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्विकसित किया जा रहा है। इन स्टेशनों का निर्माण कार्य अक्टूबर 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा, ताकि महाकुंभ के दौरान ये स्टेशन पूरी तरह से तैयार हों। इन स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है, जिसमें वेटिंग रूम, टिकट काउंटर, प्लेटफार्म, वाशिंग लाइन और स्वच्छता सुविधाएं शामिल हैं। साथ ही, यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अतिरिक्त व्यवस्थाएं भी की जा रही हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।

समापन: महाकुंभ के लिए व्यापक तैयारियां
महाकुंभ 2025 जैसे बड़े और ऐतिहासिक आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और रेलवे प्रशासन की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इन तैयारियों का मुख्य उद्देश्य है कि श्रद्धालुओं को एक सुरक्षित, सुगम और अविस्मरणीय यात्रा का अनुभव प्राप्त हो। प्रयागराज के 9 प्रमुख रेलवे स्टेशनों का विस्तार, 992 मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन, और आपातकालीन व्यवस्थाओं के साथ, यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि महाकुंभ का यह महायोजन सफल और सुरक्षित हो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देखरेख में राज्य सरकार और रेलवे प्रशासन मिलकर यह प्रयास कर रहे हैं कि महाकुंभ 2025 न केवल एक धार्मिक आयोजन हो, बल्कि एक सुगठित और सुव्यवस्थित व्यवस्था का उत्कृष्ट उदाहरण बने। 

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