यूपी राज्य महिला आयोग की सदस्य डॉ. प्रियंका मौर्य को जालसाजों ने उन्नाव का जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव का निजी सहायक बनकर फोन किया।
कौन हैं प्रियंका मौर्य? : जिन्हें जालसाजों ने उन्नाव का DM बनकर किया फोन, विपक्ष पर साजिश का आरोप, FIR दर्ज
Oct 07, 2024 14:53
Oct 07, 2024 14:53
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फोन कॉल की शुरुआत
एफआईआर के अनुसार, 9 सितंबर को पहली बार प्रियंका मौर्य को एक अज्ञात नंबर से फोन आया। उस समय प्रियंका कानपुर रोड स्थित एलडीए कॉलोनी में अपने घर पर थीं। फोन करने वाले ने खुद को उन्नाव का डीएम बताया और उनसे व्यक्तिगत जानकारी मांगी। प्रियंका को यह कॉल संदिग्ध लगी और उन्होंने जानकारी देने से मना कर दिया। इसके बाद, 30 सितंबर को प्रियंका को फिर से एक फोन आया, जिसमें कॉलर ने खुद को मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव का निजी सहायक बताया। इस बार भी कॉलर ने कहा कि प्रियंका को जल्द ही एक बड़ी जिम्मेदारी दी जाने वाली है और इसी बहाने से उनकी निजी जानकारी हासिल करने की कोशिश की गई।
एफआईआर दर्ज
प्रियंका मौर्य ने इस संदर्भ में लखनऊ के कृष्णानगर थाने में शिकायत दर्ज करवाई। एसीपी कृष्णानगर विनय द्विवेदी ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस अब उन नंबरों के आधार पर जांच कर रही है, जिनसे ये फर्जी कॉल की गई थी। कॉलर की पहचान के लिए पुलिस साइबर सेल की भी मदद ले रही है।
कौन हैं प्रियंका मौर्य
प्रियंका मौर्य पहले कांग्रेस की नेता थीं और 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी के अभियान ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ की पोस्टर गर्ल थीं। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ज्वाइन कर ली थी। हाल ही में उन्हें उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य बनाया गया है। प्रियंका का मानना है कि उनकी राजनीतिक छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए विपक्षी दलों द्वारा यह साजिश रची जा सकती है। इस मामले की जांच जारी है और पुलिस जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कदम उठा रही है।
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