Hardoi News : प्रसूता की मौत के बाद जागा स्वास्थ्य विभाग, छापेमारी कर चार अस्पतालों को किया सीज, मचा हड़कंप

प्रसूता की मौत के बाद जागा स्वास्थ्य विभाग, छापेमारी कर चार अस्पतालों को किया सीज, मचा हड़कंप
UPT | अवैध हॉस्पिटल पर कार्यवाही

May 23, 2024 00:13

उत्तर प्रदेश के हरदोई में लगातार मरीजो की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। जनपद में जमकर अवैध अस्पताल संचालित हो रहे हैं जो लगातार लोगों की सेहत और जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

May 23, 2024 00:13

Hardoi News : उत्तर प्रदेश के हरदोई में लगातार मरीजो की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। जनपद में जमकर अवैध अस्पताल संचालित हो रहे हैं। जो लगातार लोगों की सेहत और जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। हरदोई जनपद में बीते कुछ दिनों में अवैध अस्पतालों की लापरवाही के चलते कई लोगों की जान जा चुकी है।

सोमवार को ही प्रसव के दौरान महिला की मौत हो गई थी, जिसमें परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने लापरवाही बरती है। जिस अस्पताल में महिला की मौत हुई थी वह अस्पताल भी अवैध बताया जा रहा है। इससे पहले भी कई और ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। जहां अवैध अस्पतालों में मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ हो चुका है। यह कोई जनपद के लिए नया मामला नहीं है। लगातार इस तरह के मामले जनपद में सामने आ रहे हैं। शहर से लेकर कस्बा और ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार अवैध अस्पताल संचालित हो रहे हैं और जमकर फल फूल रहे हैं। जनपद में फल फूल रहे अवैध अस्पतालों पर जिला प्रशासन के जिम्मेदारों की नजर नहीं जाती है। जब तक की कोई बड़ा हादसा न हो जाए।
 
तीन दिन में देना होगा स्पष्टीकरण
संडीला कस्बे में प्रसव के दौरान हुई महिला की मौत के बाद नाराज परिजनों द्वारा किए गए हंगामें में अवैध अस्पताल की बात निकाल कर सामने आई थी। जिसके बाद स्वास्थ्य प्रशासन जागा और अवैध अस्पतालों पर कार्रवाई करना शुरू कर दिया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा डिप्टी सीएमओ के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। टीम ने अलग-अलग स्थान पर छापेमारी कर प्राइवेट अस्पतालों को सीज करने की कार्रवाई की है। चारों अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से नोटिस जारी किया गया है। 3 दिन के भीतर यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो अस्पताल संचालक को के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। 
 
बिना पंजीकरण के ही संचालित हो रहे थे अस्पताल
डिप्टी सीएमओ मनोज कुमार के नेतृत्व में टीम द्वारा भरावन के न्यू बालाजी अस्पताल श्री बालाजी अस्पताल और श्री सेवा अस्पताल में छापेमारी की गई। यह तीनों अस्पताल बिना पंजीकरण के ही संचालित हो रहे थे। इन अस्पतालों में कोई भी एमबीबीएस डिग्री धारक डॉक्टर मौजूद नहीं था। इस पर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अस्पताल को सीज कर दिया गया है। साथ ही अस्पताल पर लगे बोर्ड को भी उतरवा दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा संडीला के एनएस हॉस्पिटल पर छापेमारी की गई। इस अस्पताल में सोमवार को प्रसव के दौरान महिला की मौत हुई थी। छापेमारी के दौरान एनएस हॉस्पिटल में भी स्वास्थ्य विभाग की टीम को कोई भी एमबीबीएस चिकित्सक नहीं मिला, साथ ही इस अस्पताल का भी पंजीकरण नहीं था। इसे भी स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा सीज कर दिया गया। 
 
डिप्टी सीएमओ ने दी जानकारी
डिप्टी सीएमओ मनोज कुमार ने बताया कि चार बिना पंजीकरण के चल रहे अस्पतालों को चीज किया गया है। चारों अस्पतालों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। 3 दिन के भीतर ही अस्पताल संचालकों को जवाब देना होगा। यदि जवाब संतोषजनक न मिला तो एफ़आइआर दर्ज कराई जाएगी।
 
आखिर क्यों खुल रहे हैं अवैध प्राइवेट हॉस्पिटल
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक का हरदोई गृह जनपद है। ऐसे में आए दिन स्वास्थ्य विभाग की नाकामियों की खबरें आम होती रहती हैं। जिसमें प्राइवेट हॉस्पिटल में लापरवाही के चलते मौत होने की बात सामने आती है। विभाग की नाक के नीचे जिले में अवैध प्राइवेट हॉस्पिटल, नर्सिंग होम, क्लीनिक संचालित हो रहे हैं। जिन पर किसी की मौत होने के बाद प्रशासन थोड़ा बहुत कार्यवाही करने के बाद हाथ पैर हाथ रखकर बैठ जाता है। कहीं पर तो ऐसा भी देखा गया है कि बोर्ड बदलकर दूसरा नाम रखकर इस बिल्डिंग में दूसरा हॉस्पिटल फिर संचालित होने लगता है यह विषय गंभीर और चिंतनीय है।

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