देशभर में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे लेकर अपनी सतर्कता को और बढ़ा दिया है। वायरस के प्रसार को रोकने के लिए रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर विशेष निगरानी शुरू कर दी गई है। प्रयागराज, नोएडा, आगरा जैसे शहरों में स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है और लोगों से वायरस से बचाव के उपायों को अपनाने की अपील की है।
HMPV वायरस को लेकर यूपी में अलर्ट : प्रयागराज, नोएडा, आगरा और वाराणसी में बढ़ी सतर्कता, जानिए क्या हैं एहतियाती उपाय?
Jan 08, 2025 15:24
Jan 08, 2025 15:24
विशेष स्क्रीनिंग की व्यवस्था वाराणसी एयरपोर्ट पर
उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर HMPV वायरस की स्क्रीनिंग प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह कदम इस लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि वाराणसी से बेंगलुरु और अहमदाबाद के लिए नियमित उड़ानें संचालित होती हैं, जिससे विदेश से आनेवाले यात्री और अन्य राज्यों से आनेवाले लोग भी स्क्रीनिंग के दायरे में आते हैं। इस स्क्रीनिंग की व्यवस्था के तहत, संदिग्ध मामलों को पहचानकर उनकी तुरंत जांच की जाएगी।
प्रयागराज में स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां
प्रयागराज जिले में भी स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गया है। संयुक्त निदेशक, स्वास्थ्य डॉ. आशु पांडे ने कहा कि जैसे ही वायरस का प्रसार देश में हुआ, उनका विभाग तत्परता से काम कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि महाकुंभ के आयोजन के दौरान विशेष दिशा-निर्देश आ सकते हैं, ताकि वहां भी किसी प्रकार का संक्रमण फैलने का खतरा न हो। प्रयागराज के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. एके तिवारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने HMPV के खतरे को देखते हुए सभी चिकित्सकों को सतर्क किया है। उनका कहना है कि जैसे ही कोई नया गाइडलाइन मिलता है, उस पर अमल किया जाएगा।
आगरा में रैपिड रिस्पांस टीम अलर्ट
विदेशी पर्यटकों के बड़ी संख्या में ताजनगरी में आने के कारण यहां विशेष निगरानी रखी जा रही है। आगरा में भी HMPV वायरस को लेकर पूरी सतर्कता बरती जा रही है। आगरा के सीएमओ डॉ.अरुण श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि वायरस के कुछ मामलों की पुष्टि हुई है, जिसमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस वायरस के बारे में घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि वायरस की जांच के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब में पूरी व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड भी तैयार किया गया है ताकि संक्रमित मरीजों को सही उपचार मिल सके। डॉ. श्रीवास्तव ने जनता से अपील की है कि वे घबराएं नहीं और जरूरी इलाज के लिए अस्पतालों में जाएं। इसके साथ ही, उनके द्वारा स्वास्थ्य कर्मचारियों और डॉक्टरों को उचित निर्देश दिए गए हैं ताकि वे सभी एहतियाती उपायों का पालन करें।
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मेरठ और नोएडा में भी अलर्ट जारी
मेरठ के सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया ने भी HMPV वायरस को लेकर लोगों को सचेत किया। उन्होंने बताया कि यह वायरस कोरोना जैसे लक्षण उत्पन्न करता है, लेकिन इसके कारण घबराने की आवश्यकता नहीं है। सर्दी, खांसी और जुकाम जैसी समस्याएं अक्सर सर्दी के मौसम में होती हैं और यह वायरस भी इसी मौसम में फैलता है। उन्होंने कहा कि शासन से जैसे ही गाइडलाइंस मिलेंगी, उन्हें सार्वजनिक किया जाएगा।
इस वायरस के संक्रमण को लेकर नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। नोएडा और इसके आसपास के क्षेत्रों में CMO डॉ. ललित कुमार ने लोगों से मास्क पहनने और हाथों को नियमित रूप से धोने की अपील की है। इसके अलावा, वह डॉक्टरों को भी आवश्यक निर्देश दे चुके हैं ताकि वायरस से बचाव के उपायों को गंभीरता से लागू किया जा सके।
HMPV वायरस क्या है?
HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) एक श्वसन संक्रमण है जो इंसान की श्वसन प्रणाली को प्रभावित करता है। यह वायरस सामान्यतः सांस की नली, फेफड़े और गले में समस्याएं उत्पन्न करता है। खासकर कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोग, जैसे बच्चे, बुजुर्ग और पहले से गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति, इस वायरस के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
यह वायरस फैलने के बाद सांस की नली में सूजन, खांसी, बुखार, जुकाम, गले में खराश और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण उत्पन्न कर सकता है। इसके इलाज के लिए फिलहाल कोई विशेष दवा नहीं है, लेकिन लक्षणों का इलाज किया जा सकता है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा उठाए गए कदम
HMPV के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए विभिन्न स्वास्थ्य विभागों द्वारा कई कदम उठाए गए हैं। संक्रमित मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है ताकि वायरस का फैलाव न हो सके। इसके अलावा, रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। अस्पतालों में खांसी-जुकाम के मरीजों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है ताकि अगर कोई संदिग्ध मामला सामने आए तो उसकी जांच और इलाज तुरंत किया जा सके।
केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने हाल ही में कहा था कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है और देश में श्वसन वायरस से जुड़े संक्रमण में कोई विशेष वृद्धि नहीं देखी गई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है और लोगों को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।
HMPV वायरस पर सतर्कता बढ़ी, लेकिन घबराने की कोई आवश्यकता नहीं
देशभर में HMPV वायरस के मामलों के बढ़ने के बावजूद, विशेषज्ञों का कहना है कि घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। वायरस के लक्षणों का ध्यान रखते हुए, सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी की है। लोगों को सतर्क रहकर वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सुरक्षित उपाय अपनाने चाहिए।
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