जम्मू-कश्मीर में अखिलेश यादव की उम्मीदों को झटका : सपा का नहीं खुला खाता, जमानत तक जब्त

सपा का नहीं खुला खाता, जमानत तक जब्त
UPT | जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव में नहीं खुला सपा का खाता

Oct 08, 2024 20:59

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के नतीजों से समाजवादी पार्टी की उम्मीदों का तगड़ा झटका लगा है। यूपी से बाहर सियासी जमीन तैयार करने की कोशिश कर रहे सपा प्रमुख अखिलेश यादव के सारे अरमान धरे रह गए।

Oct 08, 2024 20:59

Lucknow News : जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के नतीजों से समाजवादी पार्टी (सपा) की उम्मीदों का तगड़ा झटका लगा है। यूपी से बाहर सियासी जमीन तैयार करने की कोशिश कर रहे सपा प्रमुख अखिलेश यादव के सारे अरमान धरे रह गए। लोकसभा चुनाव में यूपी में 37 सीटों पर मिली जीत से उत्साहित अखिलेश यादव ने जम्मू-कश्मीर में 20 उम्मीदवार मौदान में उतारे थे। इनमें से पांच सीटें जम्मू की और 15 सीटें कश्मीर की थीं। तीन चरणों में हुए चुनाव में सपा मुखिया समेत अन्य दिग्गज प्रचार अभियान से दूर रहे। ऐसे में पार्टी के उम्मीदवार चुनावी मैदान में पूरी तरह ढेर हो गए। सपा को एक भी सीट नहीं मिली। यहां तक की उम्मीदवादों की जमानत तक जब्त हो गई।

प्रत्याशियों की जमानत जब्त
यूपी की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा के लिए जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव परिणाम एक बड़ा झटका साबित हुए हैं। हरियाणा में जहां कांग्रेस से गठबंधन में धोखा मिलने से सपा ने चुनावी मैदान से कदम खींच लिए। वहीं जम्मू-कश्मीर में 28 प्रत्याशियों को टिकट दिए गए, जिसमें 20 के नामांकन वैध पाए गए, शेष खारिज हो गए। लिहाजा, कश्मीर की 20 और जम्मू की पांच सीटों पर सपा के उम्मीदवार मैदान में उतरे। मंगलवार को आए परिणाम में सपा का खाता तक नहीं खुला। स्थिति यह रही प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई। 



इन सीटों पर लड़ी थी सपा
सपा ने जम्मू-कश्मीर की 20 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। उन सीटों में बारामूला, बांदीपोरा, वगूरा क्रीरी, करनाह, पट्टन, कुपवाड़ा, गुलमर्ग, रफीबाद, त्रेहगाम, लोलाब, विजयपुर, उधमपुर वेस्ट, चेनानी, नागरोटा, हजरतबल, बड़गाम, बीडवाह, हब्बाकदल और ईदगाह शामिल थीं। 

लोकसभा चुनाव के बाद पहली हार
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनावों में एक बेहतरीन प्रदर्शन किया था। 2019 के लोकसभा चुनावों में सपा ने जहां केवल पांच सीटों पर विजय प्राप्त की थी। वहीं 2024 में उन्होंने 37 सीटों पर जीत दर्ज कर सभी को चौंका दिया। सपा के इस शानदार प्रदर्शन का सीधा असर भाजपा पर पड़ा। परिणामस्वरूप भजपा की सीटों में बड़ी गिरावट आई। 2019 में भाजपा ने जहां 62 सीटें जीती थीं, वहीं 2024 में सिर्फ 33 रह गईं। 

Also Read

मायावती ने बसपा की विफलता का ठीकरा जाटों के सिर फोड़ा, जानें क्या बोलीं पार्टी प्रमुख

8 Oct 2024 10:55 PM

लखनऊ हरियाणा विधानसभा चुनाव : मायावती ने बसपा की विफलता का ठीकरा जाटों के सिर फोड़ा, जानें क्या बोलीं पार्टी प्रमुख

बहुजन समाज पार्टी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए इंडियन नेशनल लोकदल से गठबंधन किया था। बसपा ने 37 और इनेलो ने 53 सीटों पर लड़ने का फैसला किया था। लेकिन ये गठबंधन कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाया। और पढ़ें