जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के नतीजों से समाजवादी पार्टी की उम्मीदों का तगड़ा झटका लगा है। यूपी से बाहर सियासी जमीन तैयार करने की कोशिश कर रहे सपा प्रमुख अखिलेश यादव के सारे अरमान धरे रह गए।
जम्मू-कश्मीर में अखिलेश यादव की उम्मीदों को झटका : सपा का नहीं खुला खाता, जमानत तक जब्त
Oct 08, 2024 20:59
Oct 08, 2024 20:59
प्रत्याशियों की जमानत जब्त
यूपी की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा के लिए जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव परिणाम एक बड़ा झटका साबित हुए हैं। हरियाणा में जहां कांग्रेस से गठबंधन में धोखा मिलने से सपा ने चुनावी मैदान से कदम खींच लिए। वहीं जम्मू-कश्मीर में 28 प्रत्याशियों को टिकट दिए गए, जिसमें 20 के नामांकन वैध पाए गए, शेष खारिज हो गए। लिहाजा, कश्मीर की 20 और जम्मू की पांच सीटों पर सपा के उम्मीदवार मैदान में उतरे। मंगलवार को आए परिणाम में सपा का खाता तक नहीं खुला। स्थिति यह रही प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई।
इन सीटों पर लड़ी थी सपा
सपा ने जम्मू-कश्मीर की 20 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। उन सीटों में बारामूला, बांदीपोरा, वगूरा क्रीरी, करनाह, पट्टन, कुपवाड़ा, गुलमर्ग, रफीबाद, त्रेहगाम, लोलाब, विजयपुर, उधमपुर वेस्ट, चेनानी, नागरोटा, हजरतबल, बड़गाम, बीडवाह, हब्बाकदल और ईदगाह शामिल थीं।
लोकसभा चुनाव के बाद पहली हार
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनावों में एक बेहतरीन प्रदर्शन किया था। 2019 के लोकसभा चुनावों में सपा ने जहां केवल पांच सीटों पर विजय प्राप्त की थी। वहीं 2024 में उन्होंने 37 सीटों पर जीत दर्ज कर सभी को चौंका दिया। सपा के इस शानदार प्रदर्शन का सीधा असर भाजपा पर पड़ा। परिणामस्वरूप भजपा की सीटों में बड़ी गिरावट आई। 2019 में भाजपा ने जहां 62 सीटें जीती थीं, वहीं 2024 में सिर्फ 33 रह गईं।
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