मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बरसात के मौसम में वायरल बुखार के बढ़ते मामलों को देखते हुए एक एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने लोगों से सावधानी बरतने और स्वास्थ्य से जुड़ी जरूरी उपायों को अपनाने का आग्रह किया है ताकि वायरल बुखार से बचाव किया जा सके।
वायरल बुखार : सीएमओ ने कहा- जलभराव और नमी से बढ़ जाता है संक्रमण का खतरा, घरों और आसपास सफाई जरूरी
Sep 12, 2024 17:46
Sep 12, 2024 17:46
गंदगी और नमी मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल
सीएमओ ने बताया कि बरसात के मौसम में जलभराव और नमी के कारण संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, जिससे वायरल बुखार फैल सकता है। इसलिए उन्होंने सभी नागरिकों से अपने घर और आस-पास सफाई बनाए रखने की अपील की है। गंदगी और नमी मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल होती है, इसलिए मच्छरों से बचने के लिए फुल आस्तीन के कपड़े पहनने और सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
व्यक्तिगत साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता
सीएमओ ने कहा कि प्रदूषित जल का सेवन बिल्कुल न करें, क्योंकि बारिश के दौरान जल स्रोतों में प्रदूषण बढ़ जाता है, जो वायरल फीवर का कारण बन सकता है। उन्होंने कहा कि अगर किसी को तेज बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द, गले में खराश, थकान, सर्दी या खांसी जैसे लक्षण महसूस होते हैं, तो उन्हें तुरंत अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर डॉक्टर से परामर्श और जांच करानी चाहिए।
बुखार के लक्षणों को नजरअंदाज न करें
सीएमओ ने नागरिकों से आग्रह किया कि वायरल बुखार के लक्षणों को नजरअंदाज न करें। शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए अधिक से अधिक शुद्ध पानी पिएं। अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन से धोएं और सड़े-गले फलों के सेवन से बचें। पर्याप्त आराम करें और ताजा एवं पौष्टिक भोजन का सेवन करें।
इन सावधानियों का पालन करके न केवल व्यक्ति स्वयं, बल्कि अपने परिवार के सदस्यों को भी वायरल बुखार से सुरक्षित रख सकता है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी नागरिकों से इस एडवाइजरी का पालन करने की अपील की है ताकि वायरल बुखार के प्रसार को रोका जा सके।
Also Read
19 Sep 2024 01:23 PM
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि खासकर बेरोजगारी की घातक समस्या को दूर करने के लिए रोटी-रोजी आदि के मामले में सरकार के दावों को अगर थोड़ी देर के लिए मान भी लिया जाए तो यह यूपी की विशाल आबादी के हिसाब से ऊंट के मुंह में जीरा की मिसाल से ज्यादा कुछ भी नहीं है। और पढ़ें