राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की 56वीं कार्यकारी समिति की बैठक में उत्तर प्रदेश के लिए 73.39 करोड़ रुपये की लागत वाली 5 परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है...
नमामि गंगे का बड़ा कदम : यूपी में गंगा संरक्षण के लिए 5 नई योजनाएं मंजूर, 73 करोड़ की लागत से होगी सफाई
Sep 01, 2024 16:41
Sep 01, 2024 16:41
वाराणसी में परियोजना के सचिवालय की स्थापना
नमामि गंगे और आईआईटी बीएचयू के सहयोग से वाराणसी में 'स्मार्ट लैबोरेटरी फॉर क्लीन रिवर' परियोजना के सचिवालय की स्थापना की जाएगी। यह परियोजना छोटी नदियों के कायाकल्प के लिए एक महत्वाकांक्षी और महत्वपूर्ण पहल है। इसका उद्देश्य नदियों को उनके प्राकृतिक स्वरूप में लौटाना, जलस्रोतों की सुरक्षा करना और पर्यावरणीय संतुलन को बहाल करना है। परियोजना में पानी की गुणवत्ता में सुधार, जल प्रबंधन के स्थायी उपायों को लागू करना और स्थानीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए वैश्विक विशेषज्ञता का उपयोग किया जाएगा।
बुलंदशहर के गुलावठी में पर्यावरणीय परियोजना को मंजूरी
बुलंदशहर के गुलावठी में एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय परियोजना को मंजूरी प्रदान की गई है, जिसका उद्देश्य गंगा की सहायक नदी पूर्वी काली के प्रदूषण को नियंत्रित करना है। इस परियोजना के तहत, इंटरसेप्शन और डायवर्जन की व्यवस्था के साथ-साथ 10 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रति दिन) क्षमता वाले सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण किया जाएगा। परियोजना की कुल लागत लगभग 50.98 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है, जिसमें अगले 15 वर्षों के लिए रखरखाव और प्रबंधन भी शामिल हैं। इस परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए राज्य सरकार को अगले 4 महीनों में आवश्यक भूमि उपलब्ध करानी होगी।
8 केएलडी क्षमता वाला एक प्लांट स्थापित
नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत रायबरेली के डलमऊ में गंगा नदी के प्रदूषण को कम करने के लिए फीकल स्लज मैनेजमेंट परियोजना को मंजूरी दी गई है। इस परियोजना के अंतर्गत 8 केएलडी क्षमता वाला एक प्लांट स्थापित किया जाएगा, साथ ही 15 किलोवाट का सोलर पावर प्लांट भी लगाया जाएगा। यह परियोजना डीबीओटी (डिज़ाइन, बिल्ड, ऑपरेट, ट्रांसफर) मॉडल पर आधारित है, जिसकी कुल लागत 4.40 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है। इसमें परियोजना के रखरखाव और प्रबंधन के लिए पांच साल की अवधि भी शामिल है।
छिवकी रेलवे स्टेशन पर अर्थ गंगा केंद्र की स्थापना
प्रयागराज के छिवकी रेलवे स्टेशन पर अर्थ गंगा केंद्र की स्थापना और स्टेशन की ब्रांडिंग के लिए परियोजना को मंजूरी मिल गई है। इस परियोजना की कुल लागत 1.80 करोड़ रुपये होगी, जिसमें 68.70 लाख रुपये अगले पांच वर्षों तक रखरखाव और प्रबंधन पर खर्च किए जाएंगे। बैठक में यह सुझाव भी दिया गया कि गंगा बेसिन के प्रत्येक राज्य में अर्थ गंगा केंद्रों की स्थापना की जानी चाहिए। इस अर्थ गंगा केंद्र का मुख्य उद्देश्य महाकुंभ मेला और उसके बाद गंगा और पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है।
लखनऊ में निचली धाराओं और सहायक नदियों का कायाकल्प
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय, लखनऊ ने ऊपरी गोमती नदी बेसिन में निचली धाराओं और सहायक नदियों के कायाकल्प के लिए प्रकृति-आधारित समाधानों की योजना को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 81.09 लाख रुपये है। यह परियोजना छोटी नदियों और धाराओं के जल प्रवाह और पारिस्थितिकी तंत्र में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को ध्यान में रखते हुए बहुत महत्वपूर्ण है।
Also Read
15 Sep 2024 12:20 AM
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य में एक और नया जिला बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। महाराजगंज की तहसील फरेंदा को जिला घोषित करने की योजना पर काम हो रहा है। और पढ़ें