यूपी सरकार मुरादाबाद को वाइब्रेंट इकोनॉमिक हब के रूप में विकसित करने पर जोर दे रही है। इसके तहत यहां पीतल उद्योग से जुड़े आर्टिजन के लिए हस्तशिल्प ग्राम बनाने के साथ ही मेगा एमएसएमई पार्क के निर्माण का प्रस्ताव भी है।
यूपी सरकार मुरादाबाद की सात साल में बदलेगी तस्वीर : वाइब्रेंट इकोनॉमिक हब के रूप में होगा विकसित
Jun 21, 2024 19:13
Jun 21, 2024 19:13
- हैंडीक्राफ्ट और निर्यात उद्योग को बढ़ाने पर फोकस
- आर्टिजन के लिए सरकार बनाएगी हस्तशिल्प ग्राम, मेगा एमएसएमई का प्रस्ताव
इन्फ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं का बढ़ेगा दायरा
महायोजना में इस बात का जिक्र किया गया है कि वर्तमान में 13.14 लाख की आबादी वाले मुरादाबाद शहर की जनसंख्या 2031 में तकरीबन 16.16 लाख हो जाएगी। इसके मद्देनजर मुरादाबाद की भविष्य की जरूरतों की पूर्ति के लिए सुदृढ़ आर्थिक आधार का निर्माण, सामाजिक-सांस्कृतिक और भौतिक इन्फ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं का विकास किया जाना है। साथ ही साथ शहर के पर्यावरण का संरक्षण करते हुए सतत और नियोजित विकास को बढ़ावा देना है। इसमें ट्रैफिक प्लान को सुदृढ़ करने पर भी जोर दिया जाएगा। ट्रैफिक डीकंजेशन के लिए 60 मीटर चौड़े रिंग रोड का प्रावधान है। वहीं विकास क्षेत्र से बाहर एसईजेड को नगर के अंदर मौजूद औद्योगिक क्षेत्र से जोड़ने के लिए 36 मीटर चौड़े औद्योगिक गलियारे का भी विकास किया जाएगा।
1200 हेक्टेयर में मेगा टाउनशिप होगी बेहद खास
मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत रिपोर्ट में मुरादाबाद में हस्तशिल्प ग्राम, मेगा एमएसएमई क्लस्टर, इंडस्ट्रियल लॉजिस्टिक पार्क, नॉलेज सिटी व मेडीसिटी के साथ ही 55 एकड़ में उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय के निर्माण की बात भी कही गई है। इसके अलावा औद्योगिक आवश्यकताओं के लिए कौशल विकास केंद्र, निर्यातकों व निवेशकों की सुविधा के लिए ऑडिटोरियम और कन्वेंशन सेंटर, 1200 हेक्टेयर में मेगा टाउनशिप 'शिवालिक' और 130 हेक्टेयर में औद्योगि व मिश्रत तथा 50 हेक्टेयर में आवासीय आत्याधुनिक टाउनशिप का भी प्रस्ताव है। इसके साथ ही स्पोट्स सिटी, आयुष पार्क, शुगरकेन प्रोसेसिंग क्लस्टर, कैटल कॉलोनी, मत्स्य मंडी और ट्रांसपोर्ट नगर का भी प्रस्ताव है। महायोजना 2031 के लिए मुरादाबाद में वर्तमान में 18017 करोड़ रुपए की शॉर्ट टर्म, 13027 करोड़ रुपए की मिडियम टर्म और 10749 करोड़ रुपए की लॉन्ग टर्म परियोजनाएं संचालित हैं।
दुनिया में पसंद किए जाते हैं मुरादाबाद के पीतल उत्पाद
पीतल नगरी के रूप में विख्यात मुरादाबाद में पीतल उत्पादों पर बने डिजाइन संस्कृति, विरासत, इतिहास और विविधता को दुनिया में प्रदर्शित करते हैं। इन वस्तुओं को सजाने के लिए उपयोग किये जाने वाले पैटर्न और डिजाइन विभिन्न स्रोतों से प्रेरित होते हैं, जिनमें हिन्दू देवी-देवताओं से लेकर मुगलकाल की पेंटिंग तक शाम हैं। यहां से विश्वभर में पीतल के उत्पाद निर्यात किये जाते हैं।
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