मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जाति व तमाम वादों के आधार पर बांटने की राजनीति से कल्याण नहीं होगा। बल्कि शांति व सुरक्षा ही भविष्य को सुधारेगा।
जाति के आधार पर बांटने वाली राजनीति नहीं होगी : सीएम योगी बोले- सुरक्षा में सेंध लगाने वालों को लटकाया जाएगा उल्टा
Sep 18, 2024 01:45
Sep 18, 2024 01:45
- एमएसएमई इकाइयों को 50 हजार करोड़ का ऋण वितरित
- 10 लाख युवाओं को ब्याज रहित ऋण देने का ऐलान
आम लोग सुरक्षित, मगर दंगाइयों के आका परेशान
सीएम योगी ने कहा कि आज न दंगाइयों का पता हैं न दंगों का। आज आम नागरिक सुरक्षित है। मगर उनके आका परेशान हैं। ये लोग आपके रोजगार को ठोकर मारकर वह अपनी रोटियां सेकते थे। उन्होंने कहा कि सुरक्षा भविष्य की पहली आवश्यकता है। पर्व त्योहार व सभी कार्यक्रम सुरक्षित तरीके से मनाए जाएं से प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। पहले की सरकारें लूटों और अपना पेट भरो तक ही सीमित थीं। इसी से उत्तर प्रदेश के सामने पहचान का संकट उत्पन्न हुआ। किसान आत्महत्या और युवा पलायन व गरीब भूखे मरते थे। उद्यमी और बेटी सुरक्षा की गुहार लगाते थे। मगर, आज उत्तर प्रदेश का और प्रदेशवासियों का सम्मान बढ़ा है।
युवा उद्यमियों के लिए जल्द आने वाली है नई स्कीमदेव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की जयंती के पावन अवसर पर MSME इकाइयों को ₹50,000 करोड़ के ऋण वितरण हेतु आज लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) September 17, 2024
इस अवसर पर विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना व ODOP के अंतर्गत हस्तशिल्पियों व कारीगरों को टूलकिट भी वितरित किए गए।
आदरणीय प्रधानमंत्री… pic.twitter.com/yQj5qaahkB
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी का जो युवा पहले रोजगार के लिए भागता था, आज उसे अपने जनपद में ही अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। इसमें बैंकर्स की भी बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि यूपी का पैसा यूपी के विकास व युवाओं के रोजगार के लिए खर्च हो रहा है। ओडीओपी के अंतर्गत कोई भी उद्यम लगाएगा तो 1000 दिन तक एनओसी की आवश्यकता नहीं है। हमने व्यवस्था की कि जो भी इस प्रकार के उद्योग लगेंगे वह एमएसएमई में रजिस्ट्रेशन कराएं और उसे पांच लाख रुपए की सुरक्षा बीमा का कवर देंगे। युवा उद्यमी के रूप में एक नई स्कीम आने जा रही है। पहले चरण में पांच लाख और दूसरे चरण में 10 लाख का लोन उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत कुल 10 लाख युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने का मार्ग प्रशस्त होगा।
हर जनपद में होना चाहिए टूलकिट वितरण कार्यक्रम
सीएम योगी ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा इस संसार के शिल्पी हैं और इसीलिए इस दिन हमें हस्तशिल्पी व कारीगरों का सम्मान व टूलकिट वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया। ऐसे ही कार्यक्रम हर जनपद में होना चाहिए। उनके अनुसार, इसके लिए टाइम टेबल तय होना चाहिए। एक वर्ष के अंदर पूरे प्रदेश के हर जनपद के कारीगरों को प्रशिक्षण देने के साथ, कॉमन फैसिलिटेशन सेंटर बने, पीपीपी मोड से अवगत कराएं और उसकी ब्रांडिंग को लेकर ट्रेनिंग दें। उन्होंने प्रतिदिन हस्तशिल्पियों को मानदेय देने का सुझाव दिया और फिर बड़े स्तर पर लोन मेला आयोजित कराकर लोन देने की अनुशंसा की जिसमें गारंटी सरकार की होगी। उन्होंने कहा कि यूपी एमएसएमी में नंबर एक है और ये हो गया तो प्रदेश ऐसी छलांग लगा देगा कि कोई प्रदेश उसके पास नहीं पहुंच पाएगा।
लकीर का फकीर नहीं बन सकते विभाग
सीएम योगी ने कहा कि आज प्रदेश में 40 लाख करोड़ का निवेश आया है जो डेढ़ करोड़ युवाओं को रोजगार के अवसर पैदा करेगा। ओडीओपी, विश्वकर्मा श्रम सम्मान व सुरक्षा व्यवस्था का ही श्रेय है कि प्रदेश आज दूसरे नंबर की अर्थव्यवस्था है और जल्द ही वह पहले नंबर की अर्थव्यवस्था बनेगा। उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो जैसे आयोजन प्रदेश के अलग अलग कमीश्नरी स्तर पर भी होने चाहिए। उन्होंने कहा कि यूनिटी मॉल के कार्यक्रम को तेजी से बढ़ाना है तथा टेक्सटाइल पार्क, फ्लैटेड फैक्ट्री व 11 प्लेज पार्क की स्कीम को भी स्थापित करना होगा। उन्होंने कहा, ऐसे ही नवाचार होने चाहिए, विभाग लकीर का फकीर नहीं हो सकता। उनके अनुसार, निरंतर नई स्कीम के साथ आगे बढ़ना होगा जिससे देश और प्रदेश आगे बढ़ेगा। अगले तीन वर्ष में भारत तीसरी बड़ी व्यवस्था बनने जा रहा है। ऐसे में हमें भी विकसित भारत की परियोजना साकार करने के लिए कार्य करना होगा।
लखनऊ की जरीदोजी व चाट का किया जिक्र
सीएम योगी ने कहा कि लखनऊ की जरीदोजी व चाट, मुरादाबाद के पीतल उद्योग, फिरोजाबाद की चूड़ियों, बनारस की साड़ियां व दही जलेबी तथा आगरा के पेठा समेत विभिन्न पारंपरिक उत्पादों के उदाहरण हमारे सामने हैं। सीएम योगी के अनुसार, पचहत्तरों जनपदों में उत्पाद देकर हमने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना चलाई थी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों यूपी दिवस के दिन ये स्कीम शुरू की गई और पीएम मोदी ने भी इसे सराहा था। उत्तर प्रदेश में विश्वकर्मा श्रम सम्मान की योजना 2019 में शुरू की गई थी जिसके जरिए हस्तशिल्पियों के माध्यम से गांव में ही विभिन्न आजीविकाओं के संरक्षण का मार्ग प्रशस्त हुआ। आज की डिमांड के अनुसार उन्हें प्रशिक्षित कर सस्ते दर पर ब्याज उपलब्ध कराकर उसे स्वरोजगार के लिए संबल मिलेगा। सीएम ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि लाखों हस्तशिल्पी इससे प्रभावित हुए हैं और समाज की खुशहाली के लिए कार्य कर रहे हैं।
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