विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस : यूपी में दिखाई जाएंगी 'भारत-पाकिस्तान विभाजन' की फिल्में

यूपी में दिखाई जाएंगी 'भारत-पाकिस्तान विभाजन' की फिल्में
UPT | विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर पीड़ितों को दी जाएगी श्रद्वांजलि

Aug 12, 2024 00:40

मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बातया कि पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी 14 अगस्त को "विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस" के अवसर पर लखनऊ सहित प्रदेश के 75 जिलों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। विभाजन विभीषिका के दौरान विस्थापित परिवारों के सदस्यों को आमंत्रित किया जाएगा और उनके साथ इस त्रासदी के दौरान जान गंवाने वाले लोगों की याद कर श्रद्वांजलि दी जाएगी।

Aug 12, 2024 00:40

Lucknow News : विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस (14 अगस्त) को लखनऊ सहित प्रदेश के सभी 75 जिलों में 'भारत-पाकिस्तान विभाजन' से संबंधित फिल्मों और डाक्यूमेंट्री का प्रदर्शन किया जाएगा। ये विद्यालयों, महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों और प्रदर्शनी स्थलों पर किया जाएगा। छात्रों को इस ऐतिहासिक घटना के प्रति जागरूक और संवेदनशील बनाने के लिए उन्हें इनमें भाग लेने का अवसर दिया जाएगा। स्थानीय प्रकाशकों और पुस्तक विक्रेताओं के सहयोग से 1947 के विभाजन से जुड़ी पुस्तकों की प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। इसमें विभिन्न सामाजिक और गैर-सरकारी संगठनों का सहयोग लिया जाएगा। 

विभाजन के दौरान जान गंवाने वालो को श्रद्वांजलि
इस संबंध में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बातया कि पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी 14 अगस्त को "विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस" के अवसर पर लखनऊ सहित प्रदेश के 75 जिलों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। विभाजन विभीषिका के दौरान विस्थापित परिवारों के सदस्यों को आमंत्रित किया जाएगा और उनके साथ इस त्रासदी के दौरान जान गंवाने वाले लोगों की याद कर श्रद्वांजलि दी जाएगी। 

भारत-पाक विभाजन पर कार्यक्रम आयोजित होगा  
मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश के चिन्हित स्थलों पर बारिश की संभावना को ध्यान में रखते हुए किसी बड़े सभागार में विभाजन विभीषिका से संबंधित दस्तावेजों की प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। इसमें उस समय की घटनाओं से जुड़े फोटो, अखबारों की कटिंग, साहित्य, सरकारी दस्तावेज और विस्थापित परिवारों की संरक्षित सामग्री का प्रदर्शन किया जाएगा। इस प्रदर्शनी की सामग्री उत्तर प्रदेश राजकीय अभिलेखागार द्वारा सभी जिलाधिकारियों को सॉफ्ट कॉपी के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि प्रदर्शनी का आयोजन सुनिश्चित किया जा सके। प्रभावित परिवारों को प्रदर्शनी स्थल पर आमंत्रित किया जाएगा, ताकि वे अपने अनुभव साझा कर सकें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सभी जिलों में कार्यक्रम आयोजित करते हुए इसकी सूचना संस्कृति विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया है।

14 अगस्त 1947...विभाजन भुलाया नहीं जा सकता
मुख्य सचिव ने देश के विभाजन के दिनों को याद करते हुए कहा की 14 अगस्त 1947... यह वह तारीख है, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। एक तरफ देश गुलामी से आजाद हो रहा था, तो दूसरी तरफ आजादी की कीमत देश के विभाजन के रूप में मिल रही थी। विभाजन के परिणाम स्वरूप लाखों लोग बेघर हो गए। उन्हें रातों-रात पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा। कई लोग तो ऐसे भी रहे, जिन्हें आजादी की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी। मुख्य सचिव ने इस सम्बन्ध में कहा कि गत वर्ष की तरह इस बार भी भारत के विभाजन के दौर में अपने परिवारजन के प्राण न्यौछावर करने वाले लोगों को सम्मान देने के लिए दिनांक 14 अगस्त, 2024 को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाये जाने का निर्णय लिया गया है।

विभाजन किसी भयानक त्रासदी से कम नहीं
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि विभाजन का समय किसी भयानक त्रासदी से कम नहीं था। भारत के लाखों लोगों ने आजादी के लिए असंख्य बलिदान दिए थे, और ऐसे समय में देश का दो हिस्सों में बँट जाना, लाखों परिवारों के लिए एक गहरा घाव बन गया। इसी समय बंगाल का भी विभाजन हुआ था, जिसमें बंगाल के पूर्वी हिस्से को भारत से अलग कर पूर्वी पाकिस्तान बनाया गया, जो 1971 में बांग्लादेश के रूप में एक स्वतंत्र राष्ट्र बना। इस भौगोलिक बंटवारे ने भारत के लोगों को सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और मानसिक रूप से प्रभावित किया। 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' हमें न केवल भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना को मिटाने की याद दिलाएगा, बल्कि एकता, सामाजिक सद्भाव और मानव सशक्तिकरण की प्रेरणा भी देगा।

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