किशोरावस्था में शारीरिक-मानसिक परिवर्तन पर सकारात्मक नजरिया जरूरी : एनपीईपी की बैठक में जुटे देशभर से 70 प्रतिनिधि

एनपीईपी की बैठक में जुटे देशभर से 70 प्रतिनिधि
UPT | एनपीईपी की मध्यावधि समीक्षा बैठक

Oct 19, 2024 19:44

एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक डॉ. पवन सचान ने किशोरावस्था के दौरान होने वाले शारीरिक और मानसिक परिवर्तनों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शारीरिक व्यायाम और खेलकूद किशोरों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

Oct 19, 2024 19:44

Lucknow News : राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा परियोजना (एनपीईपी) की मध्यावधि समीक्षा बैठक का शनिवार को शुभारंभ किया गया। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में देश के 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से करीब 70 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। साथ ही, 5 क्षेत्रीय शिक्षा संस्थानों के विशेषज्ञ भी इस महत्वपूर्ण चर्चा का हिस्सा बने हुए हैं। यह बैठक 21 अक्टूबर तक चलेगी और परियोजना की प्रगति और भविष्य की दिशा पर विचार-विमर्श करेगी।

एनपीईपी: किशोरों के विकास के लिए महत्वपूर्ण पहल
राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा परियोजना को 1980 के दशक में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने प्रारंभ किया गया था। इसका उद्देश्य किशोरों की जीवन गुणवत्ता को सुधारने और उन्हें जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए शिक्षित करना है। इस परियोजना के माध्यम से युवाओं को विभिन्न सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर जागरूक किया जाता है, ताकि वे अपने जीवन में सही निर्णय ले सकें।



राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर विशेष जोर
एनसीईआरटी की प्रोफेसर गौरी श्रीवास्तव ने इस बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और स्कूली शिक्षा पाठ्यक्रम 2023 के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने किशोरों के स्वास्थ्य, मानसिक विकास और उनके सर्वांगीण विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने जनसांख्यिकी लाभांश के प्रभाव और इसे युवाओं के भविष्य पर लागू करने के संबंध में चर्चा की। 

किशोरों के मानसिक और शारीरिक विकास पर ध्यान
एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक डॉ. पवन सचान ने किशोरावस्था के दौरान होने वाले शारीरिक और मानसिक परिवर्तनों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शारीरिक व्यायाम और खेलकूद किशोरों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इसके साथ ही, उन्होंने ड्रग्स और इंटरनेट की लत के खतरों को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी और किशोरों को इनसे बचाने के लिए जागरूकता बढ़ाने की बात कही।

टीम वर्क और भारतीय ज्ञान परंपरा का महत्व
एससीईआरटी लखनऊ के निदेशक गणेश कुमार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (2020) के अंतर्गत टीम वर्क, मूल्य संवर्धन और भारतीय ज्ञान परंपरा के महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे शिक्षा के माध्यम से नैतिकता, समर्पण और भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित किया जा सकता है, जो छात्रों के चरित्र निर्माण में सहायक होगी।

समीक्षा बैठक के प्रमुख बिंदु
कार्यक्रम संयोजक डॉ. विजय कुमार मलिक ने बैठक के विभिन्न आयामों पर चर्चा की और किशोरों से संबंधित 11 मुख्य बिंदुओं को सामने रखा। उन्होंने किशोरों के समग्र विकास के लिए उचित शैक्षिक, मानसिक और शारीरिक समर्थन पर जोर दिया। उनके अनुसार, इन बिन्दुओं पर काम करने से किशोरों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए जा सकते हैं।

शिक्षा क्षेत्र में सुधार और नवाचारों की दिशा में अहम कदम
बैठक में डॉ. मुकेश कुमार वर्मा ने सभी प्रतिभागियों और आयोजकों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह बैठक शिक्षा क्षेत्र में सुधार और नवाचारों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. भैरूलाल यादव ने किया।

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