खीरो कस्बा का ऐतिहासिक जलविहार शाम को सम्पन्न हो गया । इस जलविहार में अनेक मनमोहन झांकियां लोगों द्वारा निकाली जाती हैं। खीरो कस्बा के जलविहार में आसपास के गांव की लगभग 8 से 10 हजार की भीड़ एकत्रित होती है ।
खीरो कस्बे का ऐतिहासिक जलविहार : निकाली गई आकर्षक झांकियां, रामलीला कलाकारों ने निभाई अहम भूमिका
Sep 18, 2024 01:26
Sep 18, 2024 01:26
सभी झांकियां वापस पक्का तालाब पहुंचीं
इस साल के जलविहार में विभिन्न प्रकार की मनमोहक झांकियां निकाली गईं। इनमें भगवान कृष्ण और बलराम, कृष्ण-अर्जुन, दही-हांडी, कंस और उसके मंत्री, रावण और महामंत्री, गणेश-लक्ष्मी, भगवान शंकर-पार्वती, श्री कृष्ण के साथ चिड़िया का मंच, भारत माता, कृष्ण-सुदामा, शिवलिंग के साथ अघोरी, कंस मंत्री का मंच, छीर सागर मंच, झूला में राधा-कृष्ण, साधु और कॉमेडी, भगवान राम के रूप में सजी झांकियां शामिल थीं। सभी झांकियां रामलीला कमेटी के अध्यक्ष महेश प्रसाद शर्मा के दरवाजे से निकलकर पुरानी बाजार, पाहो तिराहा, मुख्य चौराहा होते हुए शास्त्री नगर पहुंची। इसके बाद सभी झांकियां वापस पक्का तालाब पहुंचीं, जहां भगवान कृष्ण द्वारा कालिया नाग और कंस बध लीला का मंचन किया गया।
जलविहार में आदर्श राम लीला कमेटी खीरों के कलाकारों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रमेश गुप्ता, अभिषेक शर्मा, देवेंद्र कुमार सविता, बच्चन शुक्ला, मयंक द्विवेदी, अवध बिहारी गुप्ता, श्याम बाबू गुप्ता, नोखे गुप्ता, यीशु गुप्ता, राज किशोर सोनी, राजू सोनी, और बाल कलाकार दीपिका सोनी, रिया गुप्ता, बानी शर्मा, धैर्य शर्मा ने विभिन्न झांकियों में अपनी प्रस्तुतियां दीं।
कार्यक्रम की सजावट और व्यवस्था में पंकज शर्मा, बसंत गुप्ता, अनूप, प्रेम गुप्ता, गुड्डू नाती, अजय गुप्ता, तुन्नी सोनी और राहुल श्रीवास्तव ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम की सुरक्षा और सुचारू संचालन के लिए कई थानों का पुलिस बल तैनात रहा, जिसने कार्यक्रम की सफलता में अहम भूमिका निभाई।
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