जिन अभिभावकों ने पहले दो चरणों में आवेदन नहीं किया है, उनके लिए तीसरे चरण में आवेदन की सुविधा 1 से 19 फरवरी तक उपलब्ध रहेगी। सरकार का उद्देश्य है कि हर वंचित वर्ग का बच्चा शिक्षा के अधिकार का लाभ उठा सके।
RTE UP Admission 2025-26 : दूसरे चरण में 95591 आवेदन, 27 जनवरी को सूची होगी जारी, जानें पूरी डिटेल
Jan 20, 2025 17:54
Jan 20, 2025 17:54
पहले चरण में 71,381 बच्चों को मिला प्रवेश
प्रदेश में पहले चरण में कुल 1,32,446 आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से 1,02,058 आवेदनों को स्वीकृत किया गया और 71,381 बच्चों को निजी विद्यालयों में निशुल्क शिक्षा के लिए सीट आवंटित की गई। यह प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से की गई। दूसरे चरण में आवेदन की अंतिम तिथि 19 जनवरी थी। इस चरण में 95,591 आवेदन प्राप्त हुए, जिनकी प्रक्रिया जारी है। 24 जनवरी को ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से सीट आवंटित की जाएगी और 27 जनवरी तक चयनित बच्चों की सूची जारी की जाएगी।
तीसरे चरण के लिए भी खुलेगा आवेदन, ऑनलाइन प्रक्रिया ने बढ़ाई पारदर्शिता
जिन अभिभावकों ने पहले दो चरणों में आवेदन नहीं किया है, उनके लिए तीसरे चरण में आवेदन की सुविधा 1 से 19 फरवरी तक उपलब्ध रहेगी। सरकार का उद्देश्य है कि हर वंचित वर्ग का बच्चा शिक्षा के अधिकार का लाभ उठा सके। आवेदन और स्कूल आवंटन की प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन किया गया है। इससे अभिभावकों को प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ता। बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रक्रिया को समयबद्ध और पारदर्शी बनाने के लिए विशेष मॉनिटरिंग की व्यवस्था की है।
आंकड़ों में योगी सरकार की पहल
चरण प्राप्त आवेदन स्वीकृत आवेदन सीट आवंटित
प्रथम 1,32,446 1,02,058 71,381
द्वितीय 95,591 प्रक्रिया जारी 24 जनवरी को आवंटन
वंचित वर्ग के बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाना है मकसद
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार वंचित वर्ग के बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह योजना न केवल आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए सहायक है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में समानता और समावेशी विकास को बढ़ावा दे रही है। गरीब तबके के बच्चों का प्राइवेट स्कूल में पढ़ना कभी सपना हुआ करता था, लेकिन अब ये हकीकत बन चुका है।
Also Read
20 Jan 2025 08:00 PM
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय अपने छात्रों को कोर सब्जेक्ट के अलावा इमर्जिंग तकनीकी में भी विशेषज्ञ बना रहा है। ताकि छात्र वर्तमान इंडस्ट्री जरूरतों के मुताबिक तैयार हो सकें। और पढ़ें