एसटीएफ ने बताया कि उसे जानकारी मिली कि नेपाल से बिहार के चंपारण के रास्ते अवैध मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गिरोह के कुछ सदस्य चरस की खेप लेकर कानपुर आने वाले हैं। इसके बाद कानपुर नगर और कन्नौज रेलवे स्टेशन के आस-पास इसकी सप्लाई की जाएगी।
एसटीएफ ने 25 लाख की चरस सहित तीन तस्कर दबोचे : गिरोह के सरगना को नेपाल में हो चुकी है सजा
Sep 15, 2024 01:54
Sep 15, 2024 01:54
इन तीन अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार
गिरफ्तार अभियुक्तों में कानपुर देहात के थाना रसूलाबाद निवासी आदित्य कुमार और बिहार के जनपद मोतिहारी स्थित ग्राम सुगौली बाजार थाना सुगौली के दीपक गुप्ता के साथ छपरा बिहार के थाना रिवील गंज का अंकित कुमार शामिल हैं। यूपी एसटीएफ के अनुसार इनके पास से 25 लाख की कीमत की चरस रामद की गई है। इसके अलावा नकदी भी मिली है।
नेपाल से बिहार के रास्ते चरस की सप्लाई
एसटीएफ ने बताया कि उसे जानकारी मिली कि नेपाल से बिहार के चंपारण के रास्ते अवैध मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गिरोह के कुछ सदस्य चरस की खेप लेकर कानपुर आने वाले हैं। इसके बाद कानपुर नगर और कन्नौज रेलवे स्टेशन के आस-पास इसकी सप्लाई की जाएगी। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ की टीम ने कन्नौज के थाना क्षेत्र कोतवाली, कन्नौज लिंक रोड के पास से तीन तस्करों को गिरफ्तार कर लिया।
नेपाल में हुई मुख्य तस्कर से मुलाकात
गिरफ्तार अभियुक्त दीपक गुप्ता ने पूछताछ में बताया कि वह बताशा बनाने का काम करता था। काम के सिलसिले में बीरगंज नेपाल गया था। जहां पर उसकी एक व्यक्ति से मुलाकात हुई, उसने अपना नाम नहीं बताया और कहा कि उससे रक्सौल में मिलना। दीपक के मुताबिक कुछ समय बाद वह व्यक्ति रक्सौल में बड़ी मस्जिद के पास उससे मिला। उस व्यक्ति ने दीपक से कहा कि उसको एक काम करना है। इसके बदले में उसका काफी मुनाफा होगा।
लालच के कारण तस्करी का रास्ता अपनाया
दीपक के मुताबिक पूछने पर उसने चरस की सप्लाई करनी की बात कही। इसके साथ ये भी कहा कि बाकी सारी जिम्मेदारी उसकी है। आने-जाने का टिकट और रुपए भी मिलेंगे। रुपए के लालच में वह काम करने के लिए राजी हो गया। गुरुवार को उस व्यक्ति ने दीपक को एक बैग दिया और कानपुर ले जाने को कहा। कानपुर में ये बैग आदित्य कुमार उर्फ परशुराम को देने को कहा गया। ये बताया गया कि इसकी पहचान वह कानपुर पहुंचने पर बताएगा।
गिरोह के जरिए की जा रही तस्करी, मुख्य अभियुक्त को नेपाल में हो चुकी है सजा
गिरफ्तार अभियुक्त आदित्य कुमार उर्फ परशुराम उर्फ राजेश ने पूछताछ मे बताया कि उसका एक गिरोह है जो अवैध मादक पदार्थ की तस्करी करता है। सितंबर 2020 में एसटीएफ कानपुर टीम उसे 16 किलोग्राम चरस के साथ गिरफ्तार कर चुकी है। इस केस में थाना नवाबगंज कानपुर में एफआईआर दर्ज हुई थी। मामले में वह वांछित था और उसकी गिरफ्तारी के लिए 20 हजार का पुरस्कार घोषित किया गया। इसके बाद एसटीएफ कानपुर ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इससे पहले वह नेपाल में भी चरस के साथ पकड़ा जा चुका है, जहां वह तीन साल जेल में रहा।
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