प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सभी मोर्चों के पदाधिकारियों को उपचुनाव में पूरी मेहनत से अभी से जुटने को कहा। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्रों में पूरी सक्रियता से काम किया जाए। सभी कार्यकर्ताओं की उपचुनाव में ड्यूटी लगाई जाए। कांग्रेस को उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन की उम्मीद है।
UP By Election 2024 : उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने किया बैठक में मंथन, अजय राय का इतनी सीटों पर दावा, जानें रणनीति
Jul 21, 2024 19:47
Jul 21, 2024 19:47
- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने उपचुनाव वाले विधानसभा क्षेत्रों के नेताओं के साथ की चर्चा, बनाई योजना
- सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं की उपचुनाव में लगाई जाएगी ड्यूटी
- प्रदेश सरकार के मंत्री उपचुनाव वाले क्षेत्रों में हुए सक्रिय
- सपा में टिकट को लेकर दावेदारी में जुटे नेता
धरातल पर माहौल को लेकर लिया फीडबैक
यूपी विधानसभा के उपचुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने रविवार को अहम बैठक की। इस बैठक में उपचुनाव वाली विधानसभा क्षेत्रों के पदाधिकारी बुलाए गए। प्रदेश उपाध्यक्ष, संगठन के पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों समेत वरिष्ठ नेता बैठक में पहुंचे। इस दौरान अजय राय ने उपचुनाव को लेकर सभी के साथ चर्चा की और धरातल पर परिस्थितियों को लेकर फीडबैक लिया। उन्होंने उपचुनाव के लिए सभी से मजबूती से जुटने को कहा।
सभी विधानसभा क्षेत्रों में जिम्मेदारी से जुट जाएं कार्यकर्ता
प्रदेश अध्यक्ष ने सभी मोर्चों के पदाधिकारियों को उपचुनाव में पूरी मेहनत से अभी से जुटने को कहा। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्रों में पूरी सक्रियता से काम किया जाए। सभी कार्यकर्ताओं की उपचुनाव में ड्यूटी लगाई जाए। कांग्रेस को उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन की उम्मीद है। लोकसभा चुनाव में ये गठबंधन उसके लिए फायदेमंद साबित हुआ है। ऐसे में अजय राय की कोशिश है कि उपचुनाव में भी सपा का साथ और सीटें मिले, जिससे विधानसभा में कांग्रेस की संख्या में इजाफा हो सके। हालांकि सपा की ओर से अभी गठबंधन को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है। लेकिन, पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे लेकर नरम रवैया अपनाया है।
पांच सीटों पर मैदान में उतरने की तैयारी
अजय राय के मुताबिक कांग्रेस आगामी उपचुनाव में पांच सीटों पर अपनी पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरेगी। उन्होंने कहा कि हमने सभी 10 विधानसभा सीटों को लेकर नेताओं कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में चर्चा की। लेकिन, पार्टी ने पांच सीटों पर ही विचार किया है। उन्होंने कहा कि ये सीटें इंडिया गठबंधन के पास नहीं थी। इन पर भाजपा और उसके सहयोगी दलों का कब्जा था। ऐसे में कांग्रेस इन सीटों को लेकर अपनी तैयारी तेज कर रही है।
अन्य राज्यों में उपचुनाव के नतीजों जैसा यूपी में होगा हाल
अजय राय ने हाल ही में सात राज्यों में 13 सीटों पर उपचुनाव के नतीजों को लेकर कहा कि भाजपा बद्रीनाथ और हरिद्वार जैसी सीटें हार गई। माना जाता है कि उपचुनाव में सत्तापक्ष के उम्मीदवार जीत हासिल करेंगे। जनता सत्ता को पसंद करती है, क्योंकि उन्हें लगता है कि सत्ता में रहकर काम किया जा सकेंगे। लेकिन, भाजपा को लेकर लोगों का विरोध सामने है। ऐसे में अब यूपी में भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिलेगी। अजय राय ने सभी 10 सीटों पर भाजपा और उसके सहयोगी दलों की हार का दावा किया। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन इसमें जीत दर्ज करेगा।
सपा से इन सीटों को मांगने की तैयारी
इन सबके बीच उपचुनाव में कांग्रेस को जिन सीटें मिल की चर्चा है, उनमें गाजियाबाद एक है। यहां पर भाजपा ने 2022 के चुनाव में सपा को एक लाख से अधिक मतों से शिकस्त दी थी। वहीं इस बार लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद सीट पर कांग्रेस भले ही चुनाव हार गई हो लेकिन उसकी प्रत्याशी डोली शर्मा दूसरे नंबर पर रहीं थी। मझवां सीट भी कांग्रेस को मिल सकती है। यह सीट निषाद पार्टी ने सपा से जीती थी। इसके अलावा मीरापुर सीट भी दी जा सकती है। वहीं कांग्रेस प्रयागराज की फूलपुर सीट पर भी अपना दावा कर सकती है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रयागराज की लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ी थी, जिसमें उसने जीत दर्ज की है। इस आधार पर वह फूलपुर सीट गठबंधन से मांग सकती है।
उपचुनाव वाले क्षेत्रों में सक्रिय हुए प्रदेश सरकार के मंत्री
इस बीच भाजपा में भी उपचुनाव को लेकर तैयारी तेज हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए प्रत्येक सीट पर मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंप दी है, उन्होंने उपचुनाव की कमान अपने हाथों में ले ली है। हर विधानसभा में मंत्रियों की फौज उतार दी गई है। मीरापुर में अनिल कुमार, सोमेंद्र तोमर और केपी मलिक, कुंदरकी में धर्मपाल सिंह, जेपीएस राठौर, जसवंत सिंह और गुलाब देवी, गाजियाबाद में सुनील शर्मा, बृजेश सिंह और कपिलदेव अग्रवाल, खैर (अनुसूचित जाति) में लक्ष्मीनारायण चौधरी और संदीप सिंह मिल्कीपुर (अनुसूचित जाति) में सूर्यप्रताप शाही, मयंकेश्वर सिंह, गिरीश यादव और सतीश शर्मा कटेहरी में स्वतंत्र देव सिंह, संजय निषाद और दयाशंकर सिंह, मझवा में अनिल राजभर, आशीष पटेल, रविंद्र जायसवाल और रामकेश निषाद करहल में जयवीर सिंह, योगेंद्र उपाध्याय और अजीत पाल सिंह, सीसामऊ में सुरेश खन्ना और नितिन अग्रवाल, फूलपुर में राकेश सचान और दयाशंकर सिंह को लगाया गया है। ये सभी मंत्री उपचुनाव वाले क्षेत्रों में सक्रिय भी हो गए हैं।
सपा में उपचुनाव को लेकर नेताओं की दावेदारी हुई तेज
दूसरी ओर सपा में भी टिकट को लेकर संभावित उम्मीदवार नेताओं की परिक्रमा करने में जुट गए हैं। सपा कोशिश में है कि भाजपा की ओर से उम्मीदवार तय करने के बाद नफा नुकसान का आकलन कर अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की जा सके। अखिलेश यादव ने उपचुनाव में लोकसभा चुनाव से बेहतर नतीजे आने का दावा किया है। उन्होंने रविवार को कोलकाता में कहा कि सांप्रदायिक ताकतें षड्यंत्र रच रही हैं। जो सत्ता में लोग हैं और दिल्ली के इशारे पर जो लोग अलग-अलग जगहों पर बैठे हैं, वो लगातार षड्यंत्र कर रहे हैं।
इन 10 सीटों पर होने हैं उपचुनाव
प्रदेश में विधानसभा की जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें अलीगढ़ जिले की खैर, अयोध्या की मिल्कीपुर, अंबेडकरनगर की कटेहरी, मुजफ्फरनगर की मीरापुर, कानपुर नगर की सीसामऊ, प्रयागराज की फूलपुर, गाजियाबाद की गाजियाबाद, मीरजापुर की मझवां, मुरादाबाद की कुंदरकी और मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट शामिल है। इनमें से पांच सीटें करहल, सीसामऊ, मिल्कीपुर, कटेहरी और कुंदरकी सपा के पास थीं। जबकि, खैर, गाजियाबाद व फूलपुर भाजपा के पास, मझवा सीट निषाद पार्टी और मीरापुर से राष्ट्रीय लोकदल ने जीत दर्ज की थी।
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