यूरिक एसिड का बढ़ना खतरे का अलर्ट : दिल को दे सकता है बड़ा झटका, एसजीपीजीआई के अध्ययन में बड़ा खुलासा

दिल को दे सकता है बड़ा झटका, एसजीपीजीआई के अध्ययन में बड़ा खुलासा
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Jan 16, 2025 11:38

यूरिक एसिड एक रसायन है, जो शरीर में प्यूरीन नामक पदार्थ के टूटने से बनता है। सामान्य रूप से यह किडनी के जरिए पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाता है। लेकिन जब इसका स्तर बढ़ जाता है, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

Jan 16, 2025 11:38

Lucknow News : यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ स्तर हार्ट अटैक की महत्वपूर्ण वजह हो सकती है। संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआई) में हुए एक अध्ययन ने यह चौंकाने वाला खुलासा किया है। अध्ययन में पाया गया कि इस्केमिक हार्ट अटैक के 88 प्रतिशत मरीजों में यूरिक एसिड का स्तर सामान्य से अधिक था। यह अध्ययन एसजीपीजीआई के विशेषज्ञ चिकित्सकों डॉ. अंकिता खत्री, डॉ. अमित जायसवाल, डॉ. अमित जोशी और डॉ. तिलोत्तमा पराटे ने किया। उन्होंने इस अध्ययन के जरिए यूरिक एसिड और दिल के रोगों के बीच गहराई से संबंध को उजागर किया।

अध्ययन की प्रक्रिया और परिणाम
अध्ययन में कुल 100 लोगों को शामिल किया गया, जिसमें 50 सामान्य व्यक्ति और 50 इस्केमिक हार्ट अटैक के मरीज थे। सभी की उम्र 18 वर्ष से अधिक थी।
  • आयु समूह : हार्ट अटैक वाले मरीजों में से 32 प्रतिशत और सामान्य व्यक्तियों में से 26 प्रतिशत की उम्र 50-59 वर्ष के बीच थी।
  • खून की जांच : अध्ययन के दौरान यह पाया गया कि हार्ट अटैक के 88 प्रतिशत मरीजों में यूरिक एसिड का स्तर सामान्य से अधिक था।


स्वास्थ्य समस्याएं :
  • 54 प्रतिशत मरीजों को उच्च रक्तचाप था।
  • 32 प्रतिशत को डायबिटीज की शिकायत थी।
  • 26 प्रतिशत मरीजों को पहले से हृदय संबंधी समस्याएं थीं।
  • 6 प्रतिशत  मरीज मोटापे से प्रभावित थे।
यह अध्ययन इस बात की ओर इशारा करता है कि बढ़ा हुआ यूरिक एसिड दिल के दौरे के लिए एक महत्वपूर्ण जोखिम हो सकता है।

भारत में हार्ट अटैक के बढ़ते मामले
  • ग्लोबल स्ट्रोक फैक्टशीट के अनुसार, भारत में हार्ट अटैक के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है।
  • हार्ट अटैक के मामलों में 70 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है।
  • इससे होने वाली मौतों की संख्या 43 प्रतिशत  बढ़ी है।
  • स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2022 में हार्ट अटैक से 32,457 मौतें हुईं, जबकि 2021 में यह आंकड़ा 28,413 था।
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि समय रहते जोखिम कारकों की पहचान और नियंत्रण बेहद जरूरी है।

यूरिक एसिड : एक गंभीर समस्या
यूरिक एसिड एक रसायन है, जो शरीर में प्यूरीन नामक पदार्थ के टूटने से बनता है। सामान्य रूप से यह किडनी के जरिए पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाता है। लेकिन जब इसका स्तर बढ़ जाता है, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

बढ़ते यूरिक एसिड की वजहें :
  • अत्यधिक शराब का सेवन
  • प्यूरीन युक्त भोजन (जैसे रेड मीट और समुद्री भोजन)
  • डायबिटीज
  • उच्च रक्तचाप (हाई बीपी)
  • थायराइड की समस्या
प्रभाव :
  • जोड़ों में दर्द और सूजन
  • किडनी स्टोन
  • दिल से जुड़ी समस्याएं
अध्ययन इस वजह से है महत्वपूर्ण
यह अध्ययन न केवल यूरिक एसिड और हार्ट अटैक के बीच के संबंध को उजागर करता है, बल्कि यह समय पर जोखिम की पहचान और रोकथाम के महत्व को भी रेखांकित करता है। आज जब हार्ट अटैक के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे में इस तरह के अध्ययन से हमें समय रहते अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने और सही दिशा में कदम उठाने की प्रेरणा मिलती है।

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