राष्ट्रवादी ड्राइवर यूनियन शक्ति संगठन के प्रदेश महासचिव प्रवीण विश्वकर्मा ने बताया कि शुक्रवार को लखनऊ के वृंदावन सेक्टर 15 पर कैब चालक इकट्ठा हुए। इस दौरान ओला, उबर, इन ड्राइवर, रैपिडो के शोषण के विरुद्ध एक दिवसीय चक्का जाम का किया गया।
Lucknow News : ऑनलाइन कैब चालकों की हड़ताल पड़ी भारी, परेशान लोग तलाशते रहे दूसरे साधन
Aug 16, 2024 19:05
Aug 16, 2024 19:05
कंपनियों पर शोषण का आरोप
राष्ट्रवादी ड्राइवर यूनियन शक्ति संगठन के प्रदेश महासचिव प्रवीण विश्वकर्मा ने बताया कि शुक्रवार को लखनऊ के वृंदावन सेक्टर 15 पर कैब चालक इकट्ठा हुए। इस दौरान ओला, उबर, इन ड्राइवर, रैपिडो के शोषण के विरुद्ध एक दिवसीय चक्का जाम का किया गया। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल से इन सभी कंपनियों के चालकों को दिए जाने वाले रेट दिन-प्रतिदिन घटते जा रहे हैं। पहले जहां 20 रुपए किलोमीटर का रेट मिलता था, वह घटकर अब 6-7 रुपए किलोमीटर रह गया है। जबकि सीएनजी के दामों में तीन गुना बढ़ोतरी हो गई है। ऐसे में प्रति किलोमीटर रेट बढ़ाना बेहद जरूरी हो गया है।
कैब चालकों का खर्च निकालना हो रहा मुश्किल
उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ अन्य खर्च भी 4 से 5 गुना बढ़ गए हैं। ऐसी स्थिति में चालक दिन भर काम करके भी इतना नहीं बचा पा रहा है कि वह अपना घर तक चला पाए। इसके अलावा भी ईएमआई के खर्चे, लोन के खर्चे, स्कूल के खर्चे सभी कुछ प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कैब चालकों को मजबूर होकर चक्का जाम करना पड़ा। राष्ट्रीय अध्यक्ष विपिन सिंह ने बताया कि ओला, उबर, इन ड्राइवर, रैपिडो की कंपनियों के शोषण के विरुद्ध चक्का जाम किया गया। यह मामला लगभग 15 हजार ड्राइवर और उनके परिवारों का है।
कैब चालकों की मांगें
- शहर में 20 रुपए किलोमीटर का रेट दिया जाए।
- शहर में एक ऑफिस और सभी ड्राइवर के लिए कस्टमर केयर नंबर।
- सभी चालकों के लिए दुर्घटना बीमा की सुविधा।
- कंपनी द्वारा चालकों के लिए किलोमीटर के आधार पर कमीशन में सुधार किया जाए।
- कस्टमर के धनराशि नहीं दिए जाने पर भुगतान कंपनी के स्तर पर किया जाए।
- दो किलोमीटर से ज्यादा पिकअप पर पिकअप चार्ज दिया जाए।
Also Read
6 Oct 2024 02:16 PM
यति नरसिंहानंद जो अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। इन दिनों उनके विवादित बयान पर बवाल मचा हुआ है। जब से उनका वीडियो वायरल हुआ है, प्रदेश में जगह-जगह प्रदर्शन दिखने को मिले... और पढ़ें