नोएडा में सुपरटेक बिल्डर कम्पनी के खिलाफ दर्ज किया गया है। कम्पनी पर 9,000 करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप लगाया गया है। सेक्टर 39 थाने में बायर्स के एक प्रतिनिधि ने इस मामले...
नोएडा से बड़ी खबर : सुपरटेक बिल्डर कम्पनी के खिलाफ केस हुआ दर्ज, 9,000 करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप
Sep 09, 2024 13:43
Sep 09, 2024 13:43
कंपनी पर लगे ये आरोप
दर्ज FIR के अनुसार सुपरटेक बिल्डर कम्पनी ने 17 प्रोजेक्ट्स के तहत 36,000 बायर्स के साथ धोखाधड़ी की है। ये FIR सभी बायर्स की शिकायतों को एक साथ संकलित कर दर्ज की गई है। सुपरटेक के निदेशक राम किशोर अरोड़ा और अन्य महत्वपूर्ण पदाधिकारियों मोहित अरोड़ा, विकास कंसल, अनिल कुमार शर्मा, गुलशन लाल खेड़ा, प्रदीप कुमार गोयल और अनिल कुमार जैन के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा मनदीपा जोशी और सृष्टि दत्ता के खिलाफ भी धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
कंपनी पर लगा धोखाधड़ी का आरोप
आरोप है कि पिछले 14 वर्षों में कम्पनी ने 15,000 बायर्स के साथ धोखाधड़ी की है। प्रभावित बायर्स में नार्थ आई, इकोसिटी, रोमानो, केपटाउन, इकोविलेज-1, इकोविलेज-3 और स्पोर्ट्स विलेज प्रोजेक्ट्स के बायर्स शामिल हैं। सभी बायर्स के प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस कमिश्नर से इस मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई थी। उनका कहना है कि कम्पनी द्वारा समय पर प्रोजेक्ट्स के पूरा न होने के कारण उन्हें भारी वित्तीय और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ा है।
बिल्डर पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि कंपनी यूनिट बुकिंग के समय किए गए अपने सभी वादों से मुकर गई। पीड़ितों ने बिल्डर पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप लगाया है। थाना प्रभारी का कहना है कि सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच की जा रही है। मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है। जो भी निष्कर्ष निकलेगा, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Also Read
17 Sep 2024 08:21 AM
जनता पार्टी की सरकार बनी, तब मंडल आयोग बना। लेकिन फिर कांग्रेस आ गई और मंडल कमीशन की रिपोर्ट ठंडे बस्ते में डाल दी गई। और पढ़ें