किसानों की लंबित मांगों को लेकर सोमवार की सुबह से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर विशाल किसान महापंचायत होगी। रात-दिन का ऐतिहासिक महापड़ाव शुरू होगा।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर किसानों का महापड़ाव : प्रमोद शर्मा बोले- हक और सम्मान लेकर रहेंगे
Nov 24, 2024 22:42
Nov 24, 2024 22:42
किसानों की मांगें और आंदोलन की तैयारी
किसान एकता संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद शर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी कि इस बार यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक किसानों की सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं। किसानों ने पुरानी भूमि अधिग्रहण नीति और नए कानून के तहत सभी प्रभावित किसानों को न्याय देने की मांग की है।
मुख्य मांगें इस प्रकार हैं
- पुराने कानून के तहत जमीन लिए जाने वाले किसानों को 10% प्लॉट और 64.7% बढ़ा हुआ मुआवजा दिया जाए।
- 1 जनवरी 2014 के बाद जमीन लिए जाने वाले किसानों को बाजार दर का चार गुना मुआवजा और 20% प्लॉट दिए जाएं।
- भूमिधर और भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्वास के लाभ दिए जाएं।
- आबादियों का उचित निस्तारण किया जाए।
- हाइपावर कमेटी द्वारा किसानों के पक्ष में पारित निर्णयों को लागू करने के लिए सरकार जीओ जारी करे।
संगठनों का समर्थन और जनसहभागिता
प्रमोद शर्मा ने बताया कि आंदोलन में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत), भाकियू महात्मा टिकैत, जय जवान जय किसान मोर्चा, भारतीय किसान सभा, भारतीय किसान परिषद, किसान एकता संघ, किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा, भाकियू अजगर, भाकियू कृषक शक्ति, और सिस्टम सुधार सहित कई अन्य किसान संगठन भाग ले रहे हैं। इन संगठनों ने हजारों की संख्या में युवाओं, महिलाओं और किसानों को आंदोलन में शामिल करने का भरोसा जताया है।
किसानों ने ली आंदोलन जारी रखने की शपथ
प्रमोद शर्मा ने आगे कहा, “आंदोलनकारी किसानों ने यह शपथ ली है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, वे प्राधिकरण पर डटे रहेंगे। सभी घटक संगठनों ने मिलकर आंदोलन को व्यापक और प्रभावी बनाने की रणनीति बनाई है।” प्रेस विज्ञप्ति में यह भी बताया गया है कि आंदोलन के पहले दिन ही दर्जनों अन्य संगठनों के समर्थन की उम्मीद है, जिससे यह आंदोलन और अधिक व्यापक हो जाएगा।
यह किसान सम्मान का आंदोलन है: राकेश टिकैत
दूसरी तरफ़ किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यह आंदोलन केवल किसानों की समस्याओं को हल करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सरकार और प्राधिकरण को किसानों के अधिकारों का सम्मान करने के लिए मजबूर करने का भी प्रयास है। किसानों का दावा है कि ग्रेटर नोएडा में सोमवार का दिन ऐतिहासिक आंदोलन का गवाह बनने जा रहा है। किसानों की एकजुटता और उनकी मांगों को लेकर सरकार का रुख देखने योग्य होगा।