नोएडा के प्रवीण कुमार होंगे मेजर ध्यानचंद पुरस्कार से सम्मानित : पैरालिंपिक में जीता था स्वर्ण पदक, मिलेगा देश का सर्वोच्च खेल सम्मान

पैरालिंपिक में जीता था स्वर्ण पदक, मिलेगा देश का सर्वोच्च खेल सम्मान
UPT | प्रवीण कुमार

Jan 02, 2025 18:04

यूपी के गौतमबुद्ध नगर के रहने वाले पैरा एथलीट प्रवीण कुमार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। खेल मंत्रालय ने गुरुवार को नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड 2024 के विजेताओं की घोषणा की...

Jan 02, 2025 18:04

Noida News : यूपी के गौतमबुद्ध नगर के रहने वाले पैरा एथलीट प्रवीण कुमार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। खेल मंत्रालय ने गुरुवार को नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड 2024 के विजेताओं की घोषणा की। यह सम्मान उन्हें उनके अभूतपूर्व खेल प्रदर्शन के लिए दिया जाएगा। प्रवीण कुमार ने पेरिस पैरालिंपिक 2024 में पुरुषों की ऊंची कूद में एशियाई रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता था, जिससे उन्होंने ना केवल देश का नाम रोशन किया बल्कि दुनिया भर में भारतीय पैरा एथलीटों की क्षमता को भी साबित किया। 

खेल रत्न पुरस्कार मिलने पर दी प्रतिक्रिया
खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा पर पैरा एथलीट प्रवीण कुमार ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं, यह पुरस्कार मुझे और प्रेरित कर रहा है। मुझे 2021 में टोक्यो पैरालिंपिक में रजत पदक मिला था। मैंने पेरिस पैरालिंपिक में इसी सोच के साथ भाग लिया था कि अब मुझे भारत के लिए स्वर्ण पदक लाना है
टोक्यो पैरालिंपिक में जीता रजत
इससे पहले, उन्होंने टोक्यो पैरालिंपिक में रजत पदक भी जीता था और T64 स्पर्धा में 2.08 मीटर की ऊंचाई लांघकर इतिहास रचा था। प्रवीण कुमार का यह प्रदर्शन पैरा एथलेटिक्स में एक नया मील का पत्थर साबित हुआ है। उनका स्वर्ण पदक और रिकॉर्ड तोड़ने वाली कूद ने उन्हें भारत के सबसे प्रमुख पैरा एथलीटों में शामिल कर दिया। 



नोएडा में हुआ जन्म
प्रवीण कुमार का जन्म गौतमबुद्धनगर जिले के जेवर विधानसभा क्षेत्र स्थित गोविंदगढ़ गांव में हुआ था और उनका यह अवार्ड उनके संघर्ष और मेहनत का प्रतिफल है। जन्म से ही उनका एक पैर दूसरे पैर से छोटा था, जिसके कारण बचपन में उन्हें अक्सर बच्चों के ताने और चिढ़ाने का सामना करना पड़ा। खुद को साबित करने और अपनी शारीरिक अक्षमता को मात देने के लिए प्रवीण ने खेल को अपना रास्ता चुना। पहले वॉलीबॉल खेलकर उन्होंने खेल जगत में कदम रखा, लेकिन उनका असली टैलेंट तब उभरकर सामने आया जब उन्होंने ऊंची कूद स्पर्धा में हिस्सा लिया और असाधारण प्रदर्शन किया। अब, उन्हें देश का सर्वोच्च खेल सम्मान – मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार दिया जाएगा, जो भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित करता है।

कोच सतपाल सिंह की अहम भूमिका
प्रवीण कुमार की इस अद्वितीय सफलता के पीछे उनके कोच डॉ. सतपाल सिंह का भी बड़ा योगदान है। सतपाल सिंह ने प्रवीण की प्रतिभा को पहचाना और उन्हें ऊंची कूद के लिए प्रशिक्षित किया। प्रवीण ने 2022 में एशियाई पैरा खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी काबिलियत साबित की और इसके बाद विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतते हुए पेरिस पैरालंपिक 2024 के लिए क्वालीफाई किया। 
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