उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद नगर निगम के स्वरूप में बड़ा बदलाव आने वाला है। बहुत जल्द गाजियाबाद नगर निगम का नाम बदलकर ग्रेटर गाजियाबाद नगर निगम कर दिया जाएगा। मेरठ मंडल के मंडलायुक्त की रिपोर्ट...
बदलता उत्तर प्रदेश : गाजियाबाद नगर निगम का नाम बदलकर होगा ग्रेटर गाजियाबाद नगर निगम, नागरिकों को मिलेंगे ये लाभ
Aug 08, 2024 11:30
Aug 08, 2024 11:30
नगरपालिका के क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा
गाजियाबाद नगर निगम के क्षेत्र में खोड़ा और लोनी नगरपालिका के क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा, साथ ही कनावनी गांव को भी शामिल किया जाएगा। अभी यह गांव गौतमबुद्धनगर में आता है। गाजियाबाद नगर निगम में बदलाव की मांग लगातार होती रही है। पिछले साल नमो भारत के उद्घाटन के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ जब गाजियाबाद आए थे, तो साहिबाबाद के विधायक सुनील शर्मा और लोनी के विधायक नंद किशोर गुर्जर ने यह प्रस्ताव दिया था। सीएम के निर्देश पर तत्कालीन डीएम राकेश कुमार सिंह ने इस संबंध में रिपोर्ट बनाकर मंडलायुक्त को दी थी। इसके बाद मंडलायुक्त ने इस रिपोर्ट पर अपनी राय देते हुए इसे मंत्रिपरिषद के पास भेज दिया था। मंत्रिपरिषद की मंजूरी के बाद इसे विभिन्न विभागों के पास विचार के लिए भेजा गया है।
नगर क्षेत्र का बढ़ेगा एरिया
जब गाजियाबाद नगर निगम में लोनी, खोड़ा नगरपालिका के अलावा कनावनी गांव को शामिल कर लिया जाएगा, तो नगर निगम के एरिया में 66.49 वर्ग किमी का विस्तार हो जाएगा। इससे गाजियाबाद नगर निगम का कुल एरिया 286.49 वर्ग किमी हो जाएगा। वहीं, आबादी में 7 लाख 78 हजार 836 की बढ़ोतरी हो जाएगी। लोनी नगरपालिका का एरिया 58.26 वर्ग किमी है, खोड़ा-मकनपुर नगरपालिका का एरिया 4.50 वर्ग किमी है और कनावनी गांव का एरिया 3.73 वर्ग किमी है। वर्तमान में गाजियाबाद नगर निगम का एरिया 220 वर्ग किमी है और 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की जनसंख्या 16 लाख 48 हजार 643 है।
नागरिकों को मिलेगा लाभ
1. सड़क, सीवर, पानी और स्ट्रीट लाइट का काम तेजी से होगा : नगर निगम के क्षेत्र में विस्तार से इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की गति बढ़ेगी, जिससे नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
2. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा : विस्तारित क्षेत्र में बेहतर बुनियादी सुविधाओं और प्रबंधन से व्यवसायिक गतिविधियों में वृद्धि होगी।
3. बेहतर जनसुविधाएं : नागरिकों को उपलब्ध कराई जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा।
4. नगरीय सुविधा में सुधार : बेहतर नगरीय सुविधाओं से जीवन स्तर में सुधार होगा।
5. आर्थिक संसाधनों में वृद्धि : नगर निकाय के खुद के आर्थिक संसाधनों में बढ़ोतरी होगी।
6. प्रदेश की अर्थव्यवस्था को समर्थन : प्रदेश के 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था को हासिल करने में यह निर्णय सहायक होगा।
निगम का सीमा विस्तार
साल 2019 में आए शासनादेश के अनुसार नगर निगम का विस्तार दो तरह से किया जा सकता है। पहला तरीका है कि बोर्ड के माध्यम से प्रस्ताव पास करके शासन के पास भेजा जाए। दूसरा तरीका यह है कि मंडलायुक्त की संस्तुति सहित सुस्पष्ट प्रस्ताव शासन के पास विचार के लिए भेजा जा सकता है। गाजियाबाद नगर निगम के विस्तार के लिए मंडलायुक्त के माध्यम से प्रस्ताव भेजा गया है। उत्तर प्रदेश नगर निगम अधिनियम 1959 की धारा 3 के अनुसार ग्रेटर नगरीय क्षेत्र की घोषणा की जाती है। संविधान के अनुच्छेद 243 घ के खंड 2 के तहत राज्यपाल की स्वीकृति के बाद इसे मंजूरी दी जाती है।
वॉर्ड की संख्या में वृद्धि
ग्रेटर गाजियाबाद नगर निगम बनने के बाद वॉर्ड की संख्या लगभग 200 हो जाएगी। वर्तमान में नगर निगम में 100 वॉर्ड हैं। खोड़ा मकनपुर नगरपालिका एरिया में 34 वॉर्ड और लोनी नगरपालिका परिषद में 55 वॉर्ड हैं। इसके अलावा जोन की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। वर्तमान में नगर निगम में पांच जोन हैं, और इसमें तीन से चार जोन की वृद्धि हो सकती है।
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