पश्चिम यूपी भी उद्योग का हब बनेगा। मेरठ से स्पोर्टस, खादी, मशीनरी आइटम के अलावा अन्य लघु उद्योगों को भी उड़ान मिलेगी। मुजफ्फरनगर में भी उद्योगों को बढ़ावा…
Meerut News : ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का पीएम मोदी करेंगे वर्चुअल शुभारंभ, एक मार्च से चलेगी 40 मालगाड़ियां
Feb 27, 2024 14:27
Feb 27, 2024 14:27
- पश्चिम बंगाल के डालकुनी से लुधियाना तक बना ईडीएफसी
- मालगाड़ियों की क्रासिंग के लिए 15 किमी की दूरी पर स्टेशन
- दो मार्च को प्रयागराज से करेंगे पीएम मोदी वर्चुअल शुभारंभ
उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा, पश्चिम यूपी बनेगा हब
देश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए पश्चिम बंगाल के डालकुनी से लुधियाना के साहनेवाल तक ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण किया गया है। इस कारिडोर के बनने से उद्योगों को कच्चे माल की आपूर्ति आसानी से हो सकेगी। वहीं पश्चिम यूपी भी उद्योग का हब बनेगा। मेरठ से स्पोर्टस, खादी, मशीनरी आइटम के अलावा अन्य लघु उद्योगों को भी उड़ान मिलेगी। मुजफ्फरनगर में भी उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा।
खुर्जा से साहनेवाल तक 398 किलोमीटर में सिंगल लाइन
ट्रेनों के मुख्य ट्रैक पर अब मालगाड़ियों का भार खत्म हो जाएगा। खुर्जा से लेकर साहनेवाल तक 398 किलोमीटर लंबे ईडीएफसी का निर्माण तीन चरणों में पूरा हुआ है। खुर्जा से साहनेवाल तक ईडीएफसी की सिंगल लाइन है। मालगाड़ियों की क्रासिंग के लिए 15 किलोमीटर के अंतराल पर स्टेशन बनाए हैं। जिन्हें न्यू खुर्जा, न्यू मेरठ, न्यू खतौली, न्यू पिलखनी नाम दिए गए हैं। डीएफसी मेरठ के मुख्य महाप्रबंधक पवन कुमार ने बताया कि ईडीएफसी पूरी तरह से बन कर तैयार है। कॉरिडोर पर लुधियाना के साहनेवाल से न्यू खुर्जा तक मालगाड़ी एक मार्च से संचालन शुरू किया जाएगा। अभी प्रतिदिन 25 मालगाड़ी चलाई जा रही हैं। एक मार्च के बाद 40 मालगाड़ी चलाई जाएगी। दो मार्च को पीएम मोदी प्रयागराज से सभी कॉरिडोर का वर्चुअल शुभारंभ करेंगे। जिसमें ईडीएफसी शामिल है। इसके कार्यक्रम सभी स्टेशनों पर होंगेे। कार्यक्रम के दौरान मंत्री, सांसद और विधायक भी उपस्थित रहेंगे।
डीएफसी की विशेषताएं
डीएफसी में दो कॉरिडोर शामिल हैं। पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कोरीडोर (पूर्वी डीएफसी) 1337 किमी, पंजाब के लुधियाना से बिहार के सोननगर तक है। पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर (पश्चिमी डीएफसी) 1506 किमी, दादरी उत्तर प्रदेश से जवाहरलाल नेहरू पोर्ट, नवी मुंबई तक है। पूर्वी डीएफसी पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार से होकर गुजर रहा है। पश्चिमी डीएफसी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजर रहा है।
फाटक व्यवस्था खत्म कर दी गई
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर 2843 रूट किमी को तय कर रहा है। यह 6,000 किमी. से अधिक ट्रैक लिकिंग वाली मेगा रेल परियोजना है। इसमें पूरी तरह से फाटक व्यवस्था खत्म कर दी गई है। इस कारिडोर पर 535 बड़े एवं 4643 छोटे पुल बने हुए हैं। इसमें 304 रोड ओवरब्रिज, 557 रोड अंडरपास और 53 रेल फ्लाइओवर हैं। इस पूरे कॉरीडोर में 114 स्टेशन हैं।
Also Read
19 Sep 2024 08:42 PM
रूहासा गाँव के नवाब के गाँव में उसका आना जाना है। जिसको सभी लोग अच्छी तरह से जानते है। उसने गाँव के रामस्वरूप की गाय खोलने के लिए मुझसे कहा था और मुझे कुछ पैसों को लालच दिया... और पढ़ें