राधा पूर्ण शक्ति कृष्ण पूर्ण शक्ति मान है। कृष्ण की लादिनी शक्ति का प्राकट्य हैं श्रीमती राधा हरे कृष्ण महामंत्र में हरे का मतलब है
राधाष्टमी महोत्सव : जब तक कृष्ण सामने नहीं आए तब तक राधा रानी ने नहीं खोली अपनी आंखें
Sep 11, 2024 23:39
Sep 11, 2024 23:39
- मेरठ में मनाया गया राधाष्टमी महोत्सव
- तुलसी आरती के साथ कार्यक्रम की शुरुआत
- इस्कॅान मंदिर में आयोजित हुआ आयोजन
भगवान को 108 भोग लगाए गए
भगवान को 108 भोग लगाए गए व राधा रानी की कथा श्रीमान अक्रूर प्रभुजी के द्वारा की गई व कई मनोरंजक सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। अक्रूर प्रभु ने कहा कि बरसाने वाली राधा रानी का असली प्राकट्य स्थान है रावल गांव जहां आज भी श्रीमती राधा रानी का एक भव्य मंदिर है। जब तक कृष्ण सामने नहीं आए तब तक राधा रानी ने नहीं खोली अपनी आंखें।
राधा पूर्ण शक्ति कृष्ण पूर्ण शक्ति मान है
राधा पूर्ण शक्ति कृष्ण पूर्ण शक्ति मान है। कृष्ण की लादिनी शक्ति का प्राकट्य हैं श्रीमती राधा हरे कृष्ण महामंत्र में हरे का मतलब है राधा कथा के पश्चात सभी भक्तों के लिए प्रसादम की व्यवस्था की गई। कार्यक्रम में महाबाहु अर्जुन दास, सभ्यसाची दास, संजीव सिंहवाल, मनीष राणा, अखिलातमा बलदेव दास, स्कंध पुराण दास, सखासंजय दास, अशोका कृष्णा दास, जगन्निवास कृष्णा दास व विपुल सिंघल के अलावा अंकेश अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित रहे।
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