लगातार हो रही बारिश के कारण सोनभद्र स्थित ओबरा बिजली का एक प्लांट से बिजली उत्पादन ठप हो गया है. जिससे बिजली संकट पैदा होने की संभावना है। बताया जा रहा है कोयले भीगने के कारण प्लांट बंद हुआ है।
यूपी में बिजली संकट की आशंका : भारी बारिश से ओबरा पावर प्लांट की 5 यूनिटें ठप
Sep 18, 2024 20:04
Sep 18, 2024 20:04
- भारी बारिश का असर बिजली उत्पादन पर
- बी प्लांट की सभी 200 मेगावाट की इकाइयाँ प्रभावित
- कोयला खदान से गीले कोयले की खेप बिजली घरों को पहुंच रही
कोयले के भीगने से बिजली संकट
ओबरा बिजली परियोजना के बी प्लांट से 200 मेगावाट की पांच इकाइयों से कुल 1000 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है, जबकि सी प्लांट 660 मेगावाट की दो इकाइयों से 1320 मेगावाट बिजली उत्पन्न करता है। हाल की बारिश के चलते, ओबरा बिजली परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक के पीआरओ अनुराग मिश्रा ने बताया कि ताप बिजली परियोजना के फर्नेस में उपयोग होने वाला कोयला भीग गया है, जिसके कारण फर्नेस को चालू नहीं किया जा सका।
बी प्लांट की इकाइयाँ ठप
इस वजह से बी प्लांट की सभी 200 मेगावाट की इकाइयाँ प्रभावित हुई हैं। हालांकि, सी प्लांट अपनी पूरी क्षमता से 1320 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रहा है। कर्मचारी बी प्लांट को फिर से चालू करने के प्रयास में लगे हैं, और उम्मीद है कि जल्द ही इसे भी शुरू कर दिया जाएगा।
एनटीपीसी की यूनिटें भी बंद
भारी बारिश के चलते सोनभद्र में स्थित नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) कोयला खदान से गीले कोयले की खेप बिजली घरों को पहुंच रही है, जिससे बिजली संयंत्र को चालू करने में समस्या आ रही है। जिले में एनटीपीसी सिंगरौली और एनटीपीसी रिहन्द की भी क्रमशः 200 मेगावाट और 500 मेगावाट की यूनिट भी बंद हैं। इंजीनियर गीले कोयले के आने से बंद पड़ी इन परियोजनाओं को चलाने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में प्रदेश में बिजली संकट उत्पन्न होने की संभावना है, जबकि बिजली की मांग सितंबर में भी पूरे प्रदेश में 24 से 26 हजार मेगावाट बनी हुई है।
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