बिजनौर के गढ़मालपुर में गुरुवार को एक बड़ा हादसा होने से टल गया। सहारनपुर से मुरादाबाद जा रही मेमो रेल दुर्घटना का शिकार होने से बाल-बाल बची।
हादसे का शिकार होने से बची मेमो रेल : ट्रैक पर रखे गए थे ढेर सारे पत्थर, आखिर कौन रच रहा है ट्रेनों को पलटाने की साजिश?
Oct 10, 2024 13:44
Oct 10, 2024 13:44
- हादसे का शिकार होने से बची मेमो रेल
- ट्रैक पर रखे गए थे ढेर सारे पत्थर
- अधिकारियों को दी गई जानकारी
20 मीटर तक बिछे थे पत्थर
दरअसल सहारनपुर से मुरादाबाद जा रही मेमो ट्रेन जब बिजनौर की गढ़मालपुर रेलवे क्रॉसिंग से गुजर रही थी, तब चालक को पटरी पर रखे पत्थरों के टूटने की आवाज आई। इसे सुनते ही चालक की सांसें थम सी गईं। पता चला कि अप और डाउन दोनों लाइन पर करीब 20 मीटर तक ट्रैक पर छोटे-छोटे पत्थर रखे हुए थे।
पत्थरों के ऊपर से गुजरी ट्रेन
ट्रेन जब पत्थरों के ऊपर से गुजरने लगी, तो पत्थर तेज आवाज के साथ टूटने लगे। तब जाकर चालक को इसका अहसास हुआ। लेकिन गनीमत थी कि ट्रेन पत्थरों को तोड़ते हुए आगे निकल गई और किसी तरह का हादसा नहीं हुआ।
अधिकारियों को दी गई जानकारी
ट्रेन के चालक ने मुर्शदपुर स्टेशन पहुंचकर घटना की जानकारी स्टेशन मास्टर और उच्च अधिकारियों को दी। ये सुनते ही अधिकारियों के कान खड़े हो गए। जीआरपी प्रभारी पवन कुमार, आरपीएफ के धन सिंह चौहान, सीनियर सेक्शन इंजीनियर के साथ मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। अधिकारी जांच कर रहे हैं कि ये शरारत बच्चों ने की है या किसी साजिश के तहत पटरी पर पत्थर रखे गए थे।
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