रथयात्रा के 33 साल : प्राण-प्रतिष्ठा पर पहली बार बोले आडवाणी, कहा- 'नियति ने पहले ही तय कर लिया था...'

प्राण-प्रतिष्ठा पर पहली बार बोले आडवाणी, कहा- 'नियति ने पहले ही तय कर लिया था...'
Uttar Pradesh Times | प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर पहली बार बोले लालकृष्ण आडवाणी

Jan 12, 2024 20:31

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर पहली बार बयान दिया। आडवाणी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का बनना नियति ने पहले ही तय कर लिया था..

Jan 12, 2024 20:31

Short Highlights
  • रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा पर आडवाणी ने दिया बयान
  • कहा- 'यह नियति ने पहले ही तय कर लिया था'
  • 22 जनवरी को होनी है रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा
New Delhi: 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले बीजेपी के पितामह कहे जाने वाले लालकृष्ण आडवाणी ने भावनाएं व्यक्त की। आडवाणी ने कहा कि नियति ने तय कर लिया था कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनने वाला है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई भी दी।

33 साल पुरानी रथयात्रा को किया याद
25 सितंबर, 1990 को शुरू हुई रथयात्रा को अब 33 साल बीत चुके हैं। इस सफर को याद करते हुए आडवाणी ने कहा- 'रथयात्रा के समय ऐसा कई अनुभव हुए, जिन्होंने मेरे जीवन को बदल दिया। पूरे देश में राम मंदिर का स्वप्न देखे वाले कई लोग थे, जो अपनी आस्था छिपाकर जी रहे थे। 22 जनवरी को होने वाली प्राण-प्रतिष्ठा के बाद उनकी अभिलाषा भी पूरी हो जाएगी।'

प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे आडवाणी
लालकृष्ण आडवाणी 22 जनवरी को होने वाले रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसकी पुष्टि विश्व हिंदू परिषद की तरफ से कर दी गई है। इसके पहले राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा था कि भीड़ और स्वास्थ्य को देखते हुए लालकृष्ण आडवाणी से कार्यक्रम में न शामिल होने की अपील की गई थी।

Also Read

मुठभेड़ में 30 नक्सली ढेर, हथियारों का बड़ा जखीरा भी पकड़ा गया

4 Oct 2024 08:25 PM

नेशनल छत्तीसगढ़ में सुरक्षाकर्मियों ने चलाया बड़ा ऑपरेशन : मुठभेड़ में 30 नक्सली ढेर, हथियारों का बड़ा जखीरा भी पकड़ा गया

छत्तीसगढ़ के बस्तर में शुक्रवार को सुरक्षाकर्मियों ने एक बड़ा ऑपरेशन चलाया, जिसमें 30 नक्सलियों को मार गिराया गया। यह एनकाउंटर नारायणपुर-दंतेवाड़ा अंतर-जिला सीमा पर स्थित अभुजमाड़ के थुलथुली और नेंदुर गांवों के बीच घने जंगल में हुआ। और पढ़ें