कई बार यह बोल इतने बिगड़ जाते हैं कि आपत्तिजनक हो जाते हैं और सफाई देने के बाद भी नुकसान की भरपाई नहीं होती है। बता दें, इस चुनाव प्रचार के दौर में भी ऐसे कई मौके आए हैं जब नेताओं ने अपने ही...
Loksabha Election 2024 : चुनाव प्रचार के दौरान इन नेताओं के बिगड़े बोल, पार्टी को भी भुगतना पड़ा खामियाजा?
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Mar 27, 2024 19:00
Mar 27, 2024 19:00
कई बार यह बोल इतने बिगड़ जाते हैं की आपत्तिजनक हो जाते हैं और सफाई देने के बाद भी नुकसान की भरपाई नहीं होती है। बता दें, इस चुनाव प्रचार के दौर में भी ऐसे कई मौके आए हैं जब नेताओं ने अपने ही बयान से सेल्फ गोल कर लिया। इस रिपोर्ट में आपको इसके उदाहरण से रूबरू कराने वाले हैं। बता दें, हाल के चुनाव प्रचार के दौरान ऐसे कई मौके आए हैं, जब नेताओं के दिए गए बयान से सियासी बवाल मच गया और नेताओं को बाद में उस पर सफाई देनी पड़ी।
कंगना रनौत पर विवादित पोस्ट
इसमें सबसे पहले कंगना का उदाहरण आता है। बता दें, हाल ही में भाजपा की ओर से हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से कंगना रनौत को उम्मीदवार बनाया गया था। इसके बाद कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से कंगना रनौत को लेकर अपात्तिजनक टिप्पणी की थी।
उन्होंने कंगना की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा "क्या भाव चल रहा है मंडी में कोई बताएगा?"। सुप्रिया श्रीनेत के इस पोस्ट ने राजनीति में बवाल मचा दिया। इस पोस्ट पर काफी विवाद हुआ और लोगों ने जमकर इसका विरोध किया। वहीं भाजपा को भी एक मुद्दा मिल गया कांग्रेस को निशाने पर लेने का। भाजपा ने इस पोस्ट को लेकर सुप्रिया श्रीनेत पर गंभीर आरोप लगाए। हालांकि, बाद में सुप्रिया श्रीनेत ने मामले में सफाई देते हुए एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने बताया कि यह पोस्ट उनकी ओर से नहीं की गई है। बल्कि उनका अकाउंट संभालने वाले किसी शख्स ने ये पोस्ट किया है। इतना ही नहीं यह मामला राष्ट्रीय महिला आयोग तक भी पहुंचा।
राहुल बोले, 'शक्ति' के खिलाफ लड़ रहे
दूसरा उदाहरण राहुल गांधी का है। वैसे तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भाषण अकसर चर्चा में होते हैं। लेकिन राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान 'शक्ति' को लेकर टिप्पणी की थी, जिस पर काफी विवाद हुआ था। राहुल गांधी ने एक रैली में कहा था, "हिंदू धर्म में शक्ति शब्द होता है, हम शक्ति से लड़ रहे हैं। अब सवाल उठता है कि वह शक्ति क्या है? जैसे किसी ने यहां कहा कि राजा की आत्मा EVM में है। सही है। राजा की आत्मा ईवीएम और हर संस्था में है। राहुल का बयान विवादों में आ गया। वहीं भाजपा ने भी इसे बड़ा मुद्दा बनाया था। साथ ही राहुल गांधी पर हिन्दू धर्म की आस्था की प्रतीक 'शक्ति' का अपमान करने का आरोप भी लगाया था। पीएम मोदी ने भी राहुल के बयान पर निशाना साधते हुए कहा था कि उनके लिए हर मां-बेटी शक्ति का स्वरूप हैं। विवाद बढ़ने पर राहुल गांधी को इस बयान पर सफाई देनी पड़ी थी।
पीएम मोदी के लिए लालू के बिगड़े थे बोल
बात करें तीसरे उदाहरण की तो हाल-फिलहाल में ही INDIA गठबंधन की हुई। इस दौरान राजद नेता लालू प्रसाद यादव के बोल बिगड़ गए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के परिवार को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। लालू ने सीधे तौर पर पीएम मोदी के परिवार पर व्यक्तिगत हमला बोलते हुए कहा था, नरेंद्र मोदी के पास अपना परिवार नहीं है, तो हम कुछ नहीं कर सकते हैं। पीएम मोदी को बताना चाहिए कि उनका परिवार क्यों नहीं है। लालू यहीं नहीं रुके उनके बोल इस हद तक बिगड़े की बात संतान तक पहुंच गई उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की कोई संतान क्यों नहीं है, यह उन्हें बताना चाहिए।
पीएम मोदी पर लालू द्वारा की गई इस टिप्पणी का भाजपा ने जमकर विरोध किया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने भी खुद एक रैली के दौरान इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा, मैं विपक्ष के परिवारवाद पर सवाल उठाता हूं तो अब इन लोगों ने कहना शुरू कर दिया है कि मोदी का कोई परिवार नहीं है। मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि 140 करोड़ देशवासी मेरा परिवार है। इसके बाद भाजपा ने सोशल मीडिया पर 'मोदी का परिवार' मुहिम भी शुरू कर दी थी, जिससे कई आम लोग भी जुड़े
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