उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यूपी मॉडल अब दुनिया भर में चर्चा का विषय बन चुका है, और इसका बड़ा उदाहरण आईआईटीएफ 2024 यानी भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में देखने को मिला। आईआईटीएफ 2024 के समापन दिवस पर उत्तर प्रदेश पवेलियन को गोल्ड मेडल से नवाजा गया।
आईआईटीएफ 2024 : दुनिया भर में योगी के यूपी मॉडल की धूम, गोल्ड मेडल से सम्मानित हुआ उत्तर प्रदेश पवेलियन
Nov 27, 2024 21:30
Nov 27, 2024 21:30
- अंतरराष्ट्रीय मेले में तीन लाख से अधिक लोग हुए शामिल
- उत्तर प्रदेश पवेलियन को गोल्ड मेडल से नवाजा गया
- महिला उद्यमियों का दिखा खास योगदान
यूपी पवेलियन को गोल्ड मेडल
आईआईटीएफ 2024 के समापन दिवस पर उत्तर प्रदेश पवेलियन को गोल्ड मेडल से नवाजा गया, जो राज्य के विकास और व्यापारिक क्षमता को वैश्विक स्तर पर मान्यता प्रदान करता है। राकेश सचान ने कहा कि ऐसे मंच हमारे कारीगरों और उद्यमियों को अपनी कला और कौशल दुनिया के सामने पेश करने का मौका प्रदान करते हैं। यह कदम राज्य के आर्थिक विकास की दिशा में अहम साबित हो रहा है।
शानदार प्रदर्शन के लिए पुरस्कार
समापन अवसर पर यूपी पवेलियन में शानदार प्रदर्शन के लिए पुरस्कार भी दिए गए। कानपुर की एफ.के. इंटरनेशनल को 25 हजार रुपये का पहला पुरस्कार मिला, जबकि नोएडा की मोड रिटेल सेल्स एंड मार्केटिंग को दूसरा पुरस्कार 20 हजार रुपये और आजमगढ़ के विवर्स हैंडलूम विकास केंद्र को तीसरा पुरस्कार 15 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया। इन पुरस्कारों से यह साबित होता है कि उत्तर प्रदेश में उद्यमिता और कौशल का भरपूर विकास हो रहा है।
120 से अधिक स्टॉल थे शामिल
आईआईटीएफ 2024 में उत्तर प्रदेश पवेलियन में 120 से अधिक स्टॉल थे, जो राज्य के विभिन्न जनपदों और क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इनमें भदोही, मुरादाबाद, कन्नौज और वाराणसी जनपदों का प्रमुख योगदान रहा। पवेलियन में ओडीओपी उत्पाद, हस्तशिल्प और डैडम् नवाचार को भी प्रदर्शित किया गया, जिससे राज्य के वैश्विक और घरेलू बाजार में बढ़ती पकड़ को दर्शाया गया। भदोही की कालीन, मुरादाबाद की पीतल कारीगरी, कन्नौज का इत्र और वाराणसी की रेशमी साड़ियों ने दर्शकों को आकर्षित किया।
महिला उद्यमियों का खास योगदान
यूपी पवेलियन में महिला उद्यमियों का खास योगदान देखने को मिला, जहां 20 से अधिक स्टॉल्स महिला उद्यमियों द्वारा संचालित किए गए। इन स्टॉल्स पर ओडीओपी, हस्तशिल्प, कपड़ा उद्योग, खाद्य प्रसंस्करण और प्रौद्योगिकी से जुड़े उत्पादों को प्रदर्शित किया गया। महिला उद्यमियों ने विशेष रूप से चिकनकारी, बनारसी सिल्क, हैंडमेड ज्वैलरी और ऑर्गेनिक उत्पादों को पेश किया, जो परंपरा और नवाचार का बेहतरीन मिश्रण था।