उत्तराखंड स्थित केदारनाथ में हिमस्खलन की घटना सामने आई है। यहां मंदिर के पास स्थित गांधी सरोवर के ऊपर देखते ही देखते बर्फ का पहाड़ भरभराकर नीचे आ गया।
केदारनाथ में भरभराकर गिरा बर्फ का पहाड़ : ग्लेशियर को टूटता देख लोग सहमे, कैमरे में कैद हुआ मंजर
Jun 30, 2024 17:41
Jun 30, 2024 17:41
- केदारनाथ में भरभराकर गिरा बर्फ का पहाड़
- ग्लेशियर को टूटता देख लोग सहमे
- कैमरे में कैद हुआ मंजर
तड़के सुबह की है घटना
दरअसल केदारनाथ का मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में पड़ता है। यह हादसा केदारनाथ मंदिर के नजदीक स्थित गांधी सरोवर के पास हुआ। रुद्रप्रयाग के एसएसपी डॉ. विशाखा अशोक भदाने ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि घटना सुबह 5 बजे की है। बताया जा रहा है कि जब बर्फ के दरकने की आवाज आई, तो देखने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा हो गई।
VIDEO | Uttarakhand: An avalanche occurred over Gandhi Sarovar in Kedarnath. No loss of life and property was reported. More details are awaited. pic.twitter.com/yfgTrYh0oc
— Press Trust of India (@PTI_News) June 30, 2024
क्यों होता है हिमस्खलन?
दरअसल अधिक ऊंचाई पर स्थित पहाड़ों की चोटियां बर्फ से ढकी रहती हैं। कई बार अलग-अलग कारणों ने पहाड़ों पर जमी ये बर्फ खिसककर नीचे आने लगती है। इसे ही हिमस्खलन कहते हैं। बर्फ जब नीचे आती है, तो काफी तेज आवाज होती है। खिसकती बर्फ के रास्ते में आने वाली हर चीज तबाह हो जाती है। हिमस्खलन में दबने से सैलानियों के मौत की खबर भी अक्सर आती रहती है।
केदारनाथ में जुट रही अधिक भीड़
इस साल केदारनाथ के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। जून के पहले ही हफ्ते में 6 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यहां पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन किए। मंदिर के कपाट 10 मई को खोल दिए गए थे। करीब 40 क्विंटल फूलों की पंखुड़ियों से मंदिर को सजाया गया था। बीते दो दिनों से रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया जा रहा है।
Also Read
23 Nov 2024 12:41 PM
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की प्रत्याशी आशा नौटियाल ने कांग्रेस के मनोज रावत को हराकर जीत हासिल की। यह नतीजा पार्टी के लिए एक बड़ी जीत है, खासकर बदरीनाथ विधानसभा सीट पर हाल की हार के बाद... और पढ़ें