LK Advani : जानें यूपी से आडवाणी का पुराना नाता

जानें यूपी से आडवाणी का पुराना नाता
UPT | Bharat Ratna Lal Krishna Advani

Feb 03, 2024 13:30

इसके बाद फिर साल 1997 में कल्याण सिंह, 1999 में राम प्रकाश गुप्ता, सन्, 2000 में राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री बने। फिर साल गया साल 2017 का वह वक्त जब भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड बहुमत के सत्ता हासिल की और योगी आदित्यनाथ सीएम बने...

Feb 03, 2024 13:30

Uttar Pradesh News: भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने का ऐलान किया गया है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी दी। अपने एक्स पर लिखते हुए पीएम ने कहा कि, 'मुझे ये बताते हुए बहुत खुशी है कि लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिया जा रहा है। तो आइए जानते हैं पाकिस्तान में पैदा हुए आडवाणी का उत्तर प्रदेश से आखिर क्या रिश्ता है।

कराची में जन्में आडवाणी का यूपी से नाता
कभी पार्टी के कर्णधार तो कभी लौह पुरुष और कभी पार्टी का असली चेहरा कहे गए आडवाणी का उत्तर प्रदेश में बने राम मंदिर से काफी पुराना और गहरा नाता है। साल  1990 में राम मंदिर आन्दोलन के दौरान उन्होंने सोमनाथ से अयोध्या के लिए राम रथ यात्रा निकाली। हालांकि आडवाणी को बीच में ही गिरफ्तार कर लिया गया पर इस यात्रा के बाद आडवाणी का राजनीतिक कद और बड़ा हो गया। 1990 की रथयात्रा ने लालकृष्ण आडवाणी की लोकप्रियता को चरम पर पहुंचा दिया था। वर्ष 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद जिन लोगों को अभियुक्त बनाया गया है उनमें आडवाणी का नाम भी शामिल है।

आडवाणी ने बदली यूपी की राजनीति
लाल कृष्ण आडवाणी के द्वारा शुरू की गई यात्रा ने उत्तर प्रदेश की सियासी तस्वीर बदल दी । साल 1990 में 25 सितंबर को आडवाणी की अगुवाई में निकाली रथ यात्रा के बाद आडवाणी ने एक संबोधन दिया जिसमें उन्होंने कहा था- सौगंध राम की खाते हैं मंदिर वहीं बनाएंगे। रथ यात्रा के दौरान आडवाणी को बिहार के समस्तीपुर में गिरफ्तार कर लिया गया और दुमका (अब झारखंड) में नजरबंद किया गया था। रथ यात्रा  30 अक्टूबर 1992 को अयोध्या में खत्म होने वाला था। उससे पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

राम रथ यात्रा का असर ये हुआ कि एक ओर जहां देश में मंडल की राजनीति हो रही थी वहीं यूपी में पूरी पॉलिटिक्स मंडल बनाम कमंडल हो गई। इसके बाद मानों यूपी की राजनीति ही पलट गई। भारतीय जनता पार्टी ने पहली बार साल 1991 में भूतपूर्व सीएम कल्याण सिंह की अगुवाई में यूपी में सरकार बनाई। लेकिन  6 दिसंबर 1992 को सरकार गिर गई।

इसके बाद फिर साल 1997 में कल्याण सिंह, 1999 में राम प्रकाश गुप्ता, सन्, 2000 में राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री बने। फिर साल गया साल 2017 का वह वक्त जब भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड बहुमत के सत्ता हासिल की और योगी आदित्यनाथ सीएम बने। साल 2017 से पहले यूपी में बीजेपी की सरकार भले ही डगमगाती रही हो लेकिन पार्टी ने कभी राम मंदिर का मुद्दा नहीं छोड़ा। पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र से लेकर नेताओं के बयान तक में राम मंदिर का जिक्र होता ही था।

दूसरे जननायक हैं आडवाणी
1927 में 8 नवंबर को वर्तमान पाकिस्तान के कराची में लालकृष्ण आडवाणी का जन्म हुआ था।  विभाजन के बाद भारत आए आडवाणी की  शुरुआती शिक्षा लाहौर में ही हुई पर बाद में भारत आकर उन्होंने मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से लॉ में स्नातक किया। आज वे भारतीय राजनीति में एक बड़ा नाम हैं। गांधी के बाद वो दूसरे जननायक हैं जिन्होंने हिन्दू आन्दोलन का नेतृत्व किया और पहली बार बीजेपी की सरकार बनावाई।

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