सपा के साथ से कितना होगा फायदा? : गठबंधन में मिली 17 सीटों पर कांग्रेस की राह मुश्किल, 12 पर जब्त हो गई थी जमानत

गठबंधन में मिली 17 सीटों पर कांग्रेस की राह मुश्किल, 12 पर जब्त हो गई थी जमानत
UPT | गठबंधन में मिली 17 सीटों पर कांग्रेस की राह मुश्कि

Feb 22, 2024 20:40

गठबंधन के तहत उत्तर प्रदेश में मिली 17 सीटों पर कांग्रेस की राह आसान नहीं है। पिछले चुनाव को ही लें, तो इन 17 सीटों में से 12 पर उसकी जमानत जब्त हो गई थी। बांसगांव सीट पर तो वह प्रत्याशी भी नहीं उतार पाई थी।

Feb 22, 2024 20:40

Short Highlights
  • उत्तर प्रदेश में मुश्किल होगी कांग्रेस की राह
  • सपा से गठबंधन में मिली हैं 17 सीटें
  • 12 सीटों पर जब्त हो गई थी जमानत
Lucknow News (ज्ञानेन्द्र त्रिपाठी) : गठबंधन के तहत उत्तर प्रदेश में मिली 17 सीटों पर कांग्रेस की राह आसान नहीं है। पिछले चुनाव को ही लें, तो इन 17 सीटों में से 12 पर उसकी जमानत जब्त हो गई थी। बांसगांव सीट पर तो वह प्रत्याशी भी नहीं उतार पाई थी। अमेठी से खुद राहुल गांधी ही चुनाव हार गए थे। बमुश्किल सोनिया गांधी रायबरेली सीट बचा पाई थीं। उसके पहले के चुनावों में भी न तो कांग्रेस कुछ खास करती दिखी और न ही उसकी सहयोगी सपा का ही इन 17 सीटों पर कोई विशेष प्रदर्शन रहा है, जिससे कांग्रेस कोई विशेष मदद मिल सके। आइए एक-एक कर इन 17 सीटों को कांग्रेस व सपा के चश्मे से देखते हैं।

रायबरेली
यह कांग्रेस की पारंपरिक सीट है। इस पर कांग्रेस का 1999 से कब्जा है। कांग्रेस इस सीट पर कई बार जीत दर्ज कर चुकी है। बीजेपी को इस सीट पर दो बार जीत मिली। गत कई चुनाव से कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी इस सीट पर काबिज हैं। अब उनके राजस्थान से राज्यसभा जाने के बाद इस सीट पर प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की चर्चा है। इस सीट पर सपा एक भी बार नहीं जीत सकी है।

अमेठी
यह भी कांग्रेस की पारंपरिक सीट है। यह और बात है कि 2019 में यह सीट बीजेपी ने जीत ली। केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने राहुल गांधी को हराया था। इससे पहले बीजेपी ने साल 1998 में यहां जीत दर्ज की थी। इस सीट पर राजीव गांधी, संजय सिंह, सोनिया गांधी और राहुल गांधी चुनाव जीत चुके हैं। सपा यहां से एक भी जीत बार नहीं सकी है।

कानपुर नगर
इस सीट पर इस समय बीजेपी का कब्जा है। सपा इस सीट पर भी कभी नहीं जीती है। कांग्रेस इस पर  2009 में चुनाव जीती थी। इससे पहले भी कांग्रेस ने इस सीट पर कई बार जीत दर्ज की है।

फतेहपुर सीकरी
इस सीट पर कांग्रेस अभी एक भी बार नहीं जीती है। इस समय इस पर बीजेपी का कब्जा है। पिछले चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार राज बब्बर इस सीट पर हार गए थे। सपा का भी यहां खाता नहीं खुला है।

बांसगांव
बांसगांव सीट आरक्षित सीट है और पिछले तीन चुनाव से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। इस पर बीजेपी के कमलेश पासवान सांसद हैं। कांग्रेस ने इस सीट पर आखिरी बार 2004 में जीत दर्ज की थी। सपा भी इस सीट पर साल 1996 में जीत दर्ज कर चुकी है।

सहारनपुर
इस सीट पर कांग्रेस को आखिरी बार 1984 में जीत मिली थी। इस समय इस सीट पर बसपा का कब्जा है।  हाजी फजलुर्रहमान सांसद हैं। साल 2004 में सपा भी इस सीट पर जीत दर्ज कर चुकी है।

प्रयागराज
इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। रीता बहगुणा जोशी सांसद हैं। कांग्रेस को आखिरी बार 1984 में यहां जीत मिली थी। अमिताभ बच्चन ने इस सीट पर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता था। तब से इस सीट पर कांग्रेस को जीत नहीं मिली है। सपा इस पर 2004 और 2009 में चुनाव जीत चुकी है।

महाराजगंज
यहां कांग्रेस को आखिरी बार 2009 में जीत मिली थी। इस समय बीजेपी का कब्जा है।  1999 में सपा ने भी इस सीट पर जीत दर्ज की थी।

वाराणसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय दो चुनावों से हार रहे हैं। कांग्रेस को इस सीट पर आखिरी बार 2004 में जीत मिली थी, तब राजेश कुमार मिश्रा चुनाव जीते थे।  सपा यहां कभी जीत दर्ज नहीं कर पाई है।

अमरोहा
कांग्रेस ने इस सीट पर 1984 में आखिरी बार जीत दर्ज की थी। सपा भी इस सीट पर 1996 में जीती थी। इस समय यह सीट बसपा के पास है।

झांसी
इस पर कांग्रेस ने आखिरी बार 2009 में जीत दर्ज की थी। सपा भी इस सीट पर साल 2004 में चुनाव जीत चुकी है। इस समय बीजेपी का कब्जा है।

बुलंदशहर
कांग्रेस ने आखिरी बार साल 1984 में जीत दर्ज की थी। सपा भी इस सीट पर साल 2009 में चुनाव जीत चुकी है। फिलहाल इस सीट पर बीजेपी के भोला सिंह सांसद हैं।

गाजियाबद
इसपर बीजेपी का कब्जा है। कांग्रेस इस सीट पर साल 2004 में चुनाव जीती थी। सपा इस सीट पर एक भी बार जीत नहीं दर्ज कर पाई है।

मथुरा
कांग्रेस ने 2004 में जीत दर्ज की थी। सपा इस सीट पर कभी नहीं जीत पाई है। इसपर इस समय बीजेपी का कब्जा है और हेमा मालिनी सांसद हैं।

सीतापुर
यहां कांग्रेस को आखिरी बार 1989 में जीत मिली थी। सपा को साल 1996 में इस सीट पर जीत मिली थी। इस समय बीजेपी का कब्जा है।

बाराबंकी 
यह सीट आरक्षित है। कांग्रेस ने इसपर 2009 में जीत दर्ज की थी। सपा ने भी इस सीट पर 1996 और 1999 में जीत हासिल की थी। अब इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है।

देवरिया 
इसपर बीजेपी का कब्जा है। रमापति राम त्रिपाठी सांसद हैं। कांग्रेस को इस सीट पर 1984 में जीत मिली थी। सपा भी इस सीट पर 1998 और 2004 में जीत दर्ज कर चुकी है।

पिछले लोकसभा चुनाव में 17 सीटों पर कांग्रेस का प्रदर्शन 

अमेठी: पराजय
कुल वोट: 1743515, 
राहुल गांधी: 413394

रायबरेली: विजय
कुल वोट: 1702248
सोनिया गांधी: 534918

कानपुर: पराजय
 कुल वोट: 1632983
श्री प्रकाश जायसवाल: 313003

फतेहपुर सीकरी: पराजय 
कुल वोट: 1718837
राज बब्बर: 172082

सहारनपुर: पराजय 
कुल वोट: 1739082
इमरान मसूद: 207068

प्रयागराज: पराजय 
कुल वोट: 1716160
योगेश शुक्ल: 31953

महाराज गंज: पराजय 
कुल वोट: 1915408
सुप्रिया श्रीनेत: 72516

वाराणसी: पराजय 
कुल वोट: 1856791
अजय राय: 152548

अमरोहा: पराजय
कुल वोट: 1646435
सचिन चौधरी: 12510

झांसी: पराजय
कुल वोट: 2040739
शिवशरण: 86139

बुलंदशहर: पराजय
कुल वोट: 1787925
बंसी सिंह: 29465

गाजियाबाद: पराजय
कुल वोट: 2728978
डाली शर्मा: 111944

मथुरा: पराजय
कुल वोट: 1807893
महेश पाठक: 28084

सीतापुर: पराजय
कुल वोट: 1666126
कैंसर जहां: 96018

बाराबंकी: पराजय
कुल वोट:1816830
तनुज पुनिया: 159611

बांसगांव: प्रत्याशी नहीं

देवरिया: पराजय
कुल वोट:1754195
नियाज़ अहमद: 51056

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