संचार साथी एप लॉन्च : अब मोबाइल पर होगी धोखाधड़ी की रिपोर्टिंग, साइबर स्कैम पर लगेगी लगाम

अब मोबाइल पर होगी धोखाधड़ी की रिपोर्टिंग, साइबर स्कैम पर लगेगी लगाम
UPT | संचार साथी एप लॉन्च

Jan 17, 2025 13:35

मोबाइल कॉल लॉग से संदिग्ध धोखाधड़ी वाले संचार की पहचान करने और उसे तुरंत रिपोर्ट करने का साधन प्रदान करता है। पहले यह सुविधा केवल Sanchar Saathi वेबसाइट के...

Jan 17, 2025 13:35

New Delhi News : दूरसंचार विभाग (DoT) ने शुक्रवार को ‘संचार साथी’ मोबाइल एप लॉन्च किया। जिसका उद्देश्य मोबाइल धोखाधड़ी और स्कैम के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाना है। यह एप आम जनता को उनके मोबाइल कॉल लॉग से संदिग्ध धोखाधड़ी वाले संचार की पहचान करने और उसे तुरंत रिपोर्ट करने का साधन प्रदान करता है। पहले यह सुविधा केवल Sanchar Saathi वेबसाइट के माध्यम से उपलब्ध थी, लेकिन अब मोबाइल एप के जरिए इसे और सरल बना दिया गया है।

2023 में शुरू हुई थी संचार साथी पहल
‘संचार साथी’ पोर्टल को 2023 में शुरू किया गया था और इसे धोखाधड़ी कॉल्स और मोबाइल फ्रॉड के खिलाफ प्रभावी उपाय के रूप में देखा गया। इस नई मोबाइल एप के साथ इन प्रयासों को और मजबूत किया गया है। एप की लॉन्चिंग के मौके पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा "संचार साथी पहल एक ऐसा सुरक्षित और संरक्षित डिजिटल वातावरण प्रदान करती है। जहां हर ग्राहक की गोपनीयता और सुरक्षा को सर्वोपरि रखा गया है।" मंत्री ने यह भी कहा कि यह एप डिजिटल सुरक्षा के क्षेत्र में भारत को एक नया आयाम देगा।

एप की प्रमुख विशेषताएं और फायदे
  • मोबाइल यूजर यह जान सकता है कि उसके नाम पर कोई अवैध कनेक्शन है या नहीं।
  • किसी संदिग्ध कनेक्शन को ब्लॉक करने का विकल्प भी उपलब्ध है।
  • चोरी या खोए हुए फोन को ट्रैक और ब्लॉक किया जा सकता है।
  • जैसे ही फोन में कोई नया सिम डाला जाएगा। उसकी लोकेशन को ट्रेस किया जा सकेगा।
  • मोबाइल फ्रॉड, स्पैम कॉल्स और अन्य डिजिटल धोखाधड़ी की शिकायत को तुरंत दर्ज किया जा सकता है।
  • ब्लॉक/स्टोलन मोबाइल ऑप्शन का चयन करें 
  • एप पर 'Block Stolen/Lost Mobile' विकल्प पर क्लिक करें।
  • फोन का मॉडल, कंपनी का नाम और IMEI नंबर जैसे विवरण भरें। चोरी का स्थान, तारीख, और पुलिस एफआईआर नंबर सहित एफआईआर की एक कॉपी अपलोड करें।
  • उपयोगकर्ता का नाम, ईमेल आईडी, सरकारी आईडी नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करें।
  • सभी जानकारी प्रदान करने के बाद CEIR (Central Equipment Identity Register) सिस्टम फोन को ट्रैकिंग मोड पर डाल देगा।
डिजिटल सुरक्षा की ओर एक महत्वपूर्ण कदम
Sanchar Saathi एप के माध्यम से सरकार ने मोबाइल फ्रॉड और डिजिटल धोखाधड़ी के खिलाफ एक सशक्त हथियार दिया है। यह पहल आम नागरिकों को न केवल सुरक्षित महसूस कराएगी, बल्कि उनके डिजिटल अनुभव को भी बेहतर बनाएगी।

तेजी से बढ़ रहे साइबर स्कैम
भारत में डिजिटल क्रांति के साथ-साथ साइबर अपराधों और साइबर स्कैम के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। एक ओर जहां ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, डिजिटल पेमेंट्स और इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर ये प्रगति साइबर अपराधियों के लिए एक बड़ा मौका बन गई है।  

साइबर अपराधों की मौजूदा स्थिति
राष्ट्रीय साइबर क्राइम रिकॉर्ड्स के अनुसार 2023 में भारत में साइबर अपराध के मामलों में 15-20% की वृद्धि दर्ज की गई। इन अपराधों में फिशिंग, वॉट्सएप फ्रॉड, बैंकिंग स्कैम, डेटा चोरी, रैंसमवेयर हमले और सोशल मीडिया पर धोखाधड़ी शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि डिजिटल जागरूकता की कमी और ऑनलाइन सुरक्षा उपायों का सही तरीके से पालन न करने के कारण ये मामले बढ़ रहे हैं।  

कैसे बचें साइबर स्कैम से?  
1. संदिग्ध ईमेल या लिंक पर क्लिक न करें।  
2. ओटीपी, पासवर्ड और अन्य व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा न करें।  
3. सुरक्षित और मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।  
4. एंटीवायरस और फायरवॉल सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें।  
5. फेक कॉल्स और मैसेज से सतर्क रहें।  
6. ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए सुरक्षित वेबसाइट (https://) का उपयोग करें।

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