The Diary of West Bengal : सेंसर बोर्ड में अटकी वसीम रिज़वी की फिल्म, बंगाल की घटनाओं पर आधारित है कहानी

सेंसर बोर्ड में अटकी वसीम रिज़वी की फिल्म, बंगाल की घटनाओं पर आधारित है कहानी
UPT | वसीम रिज़वी

Feb 18, 2024 13:36

गौरतलब है कि जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उत्तर प्रदेश में लंबे समय तक शिया वक्फ बोर्ड में कब्ज़ा जमाए रहे। पिछली सरकारों में उन्होंने वक्फ बोर्ड की सर्वोच्च कुर्सी पर बैठकर खूब राज किया।

Feb 18, 2024 13:36

Short Highlights
  • उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिज़वी, फिल्मों में हाथ आजमा रहे है।
  • इन दिनों उनकी फिल्म "द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल" बनकर तैयार है।
National News : अपने विवादित बयानों से अक्सर सुर्खियों में बने रहने वाले जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिज़वी इन दिनों चिंतित है। दरअसल उन्हें अपनी बनाई हुई फिल्म की चिंता सता रही है। सेंसर बोर्ड ऑफ इंडिया ने उनकी फिल्म "द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल" को सर्टिफिकेशन की इजाज़त नहीं दी है जिससे उसकी रिलीज़ फंस गई है।

ममता बनर्जी कोरोना वायरस जैसी : रिज़वी
उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिज़वी, फिल्मों में हाथ आजमा रहे है। इन दिनों उनकी फिल्म "द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल" बनकर तैयार है। हालांकि सेंसर बोर्ड ने उनको अबतक हरी झंडी नहीं दी है जिससे उनकी फिल्म रिलीज़ से पहले ही अधर में लटक गई है। जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिज़वी ने अपनी नाराज़गी जताते हुए शनिवार को एक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि संदेशखाली जैसी घटनाएं पश्चिम बंगाल के लिए आम बात है। ऐसी घटनाओं पर ही आधारित है हमारी फिल्म "द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल", जो पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की गंदी राजनीति का पर्दाफाश करती है, लेकिन खेद का विषय है कि सेंसर बोर्ड के ढुलमुल रवैये के कारण अभी तक फिल्म सेंसर बोर्ड में सर्टिफिकेशन के लिए फंसी हुई है।

रिज़वी ने कहा कि ममता बनर्जी अल्लाह की कसम खाकर बंगाल के हिंदुओं के लिए कोरोना जैसा वायरस बन चुकी हैं। यह ममता वायरस पश्चिम बंगाल के हिंदुओं के साथ उनकी सांस घोटने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि "द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल" सेंसर बोर्ड से क्लियर होकर जल्द पूरी दुनिया के सामने पश्चिम बंगाल की असलियत दिखाएगी।

गौरतलब है कि जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उत्तरप्रदेश में लंबे समय तक शिया वक्फ बोर्ड में कब्ज़ा जमाए रहे। पिछली सरकारों में उन्होंने वक्फ बोर्ड की सर्वोच्च कुर्सी पर बैठकर खूब राज किया। हालांकि प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद उनको इस कुर्सी से हाथ धोना पड़ा। रिज़वी पर CBI जांच से लेकर दर्जनों गंभीर मामले दर्ज हुए। वक्फ संपत्तियों में हेर-फेर और खरीद फरोख्त के भी कई आरोप उन पर हैं।

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