प्रयागराज के केंद्रीय कारागार नैनी में गैंगरेप के मामले में सजा काट रहा सजायाफ्ता बंदी शनिवार को जेल से फरार हो गया। बंदी के फरार होने की खबर से जेल आधिकारियों में खलबली मच गयी।
Prayagraj News : नैनी सेंट्रल जेल से गैंगरेप का कैदी फरार, हेड वार्डन समेत 4 सस्पेंड, जानें पूरा मामला...
Jul 23, 2024 10:26
Jul 23, 2024 10:26
- बंदियों को काम के लिए महिला जेल के पीछे कृषि फ़ार्म की ओर ले जाया गया था।
- काली चरण ने गर्मी का बहाना करते हुए बंदियों की वर्दी को उतार दिया।
- काली चरण कहीं छुप गया और अंधेरा होने के बाद दीवार फांदकर फरार हो गया।
क्या कहते हैं वरिष्ठ जेल अधीक्षक
वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर ने बताया कि जेल से बंदी के फरार होने की जानकारी हुई है। बंदी कैसे फरार हुआ, इसका पता लगाया जा रहा है। फरार बंदी को गिरफ्तार करने के लिए टीमें लगाई गई हैं। फिलहाल अभी बंदी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। इस मामले एक हेड वार्डन और तीन वार्डन को सस्पेंड किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
गैंगरेप में मिली थी 20 साल की सजा
महोबा जिले के सिटी कोतवाली अंतर्गत पसवारा गांव का रहने वाला 28 साल का काली चरण नैनी सेंट्रल जेल के सर्किल नंबर दो में सजा काट रहा था। आरोपी गैंगरेप के मामले में दोषी करार दिया गया था। 20 साल की सजा होने के बाद सजा काटने के लिए 9 मार्च 2024 को महोबा जेल से नैनी सेंट्रल जेल ट्रांसफर किया गया था। जेल में उसकी ड्यूटी बाहर बाग कमान में लगाई गयी थी, जहां वह खेती करता था। शनिवार की सुबह कमान निकलने के बाद वार्डन सभी बंदियों को काम कराने के लिए महिला जेल के पीछे कृषि फ़ार्म की ओर ले गए थे।
जानें कैसे हुआ फरार
बंदियों के साथ सुरक्षा के लिए एक हेड वार्डन बलवीर यादव व वार्डन बृजेश यादव, अभिषेक सिंह, आशुतोष चतुर्वेदी की ड्यूटी लगाई गयी थी। सभी बंदी अपना काम कर रहे थे। कुछ देर के बाद काली चरण ने गर्मी का बहाना करते हुए जेल से मिलने वाली बंदियों की वर्दी को उतार दिया। सूत्रों के मुताबिक वह कहीं अंदर ही छिप गया। कमान खत्म होने के बाद अंधेरा होने का फायदा उठाते हुए कृषि फ़ार्म में ही किसी पेड़ पर चढ़ गया और अंधेरा होने के बाद वह दीवार फांदकर फरार हो गया।
गिनती कम होने पर शुरू हुई तलाश
वापसी के दौरान बंदियों की गिनती में एक बंदी कम होने पर उसकी तलाश शुरू की गई, लेकिन वह नहीं मिला। सभी फरार बंदी की तलाश में जुट गये। जेल में तत्काल अलार्म बजाया गया। बंदी के फरार होने की जानकारी वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर को दी गई। काफी खोजबीन के बाद भी बंदी का सुराग नहीं लग सका। बंदी के फरार होने की जानकारी के बाद दूसरे दिन डीसीपी यमुना नगर श्रृद्धा नरेंद्र पाण्डेय ने भी जेल पहुंचकर मामले की जानकारी की। सूत्रों के मुताबिक फरार बंदी काली चरण की गिरफ्तारी के लिए टीमें बनाई गईं हैं। फरार बंदी की तलाश के लिए टीम महोबा भी गयी हुई है।
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