प्रयागराज में भारतीय सेना की उत्तरी कमान ने रेड ईगल डिवीजन के तत्वाधान में 21 मार्च 2024 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज सैन्य स्टेशन में आयोजित एक अलंकरण समारोह में अपने वीर और प्रतिष्ठित सैनिकों और यूनिटों को सम्मानित किया।
प्रयागराज में शौर्य का सम्मान : सैन्य स्टेशन में अलंकरण समारोह, अदम्य साहस के लिए जांबाजों को...
Mar 21, 2024 18:10
Mar 21, 2024 18:10
- वीरता के लिए 45 और विशिष्ट सेवा के लिए तीन सेना मेडल।
- एक युद्ध और 09 विशिष्ट सेवा मेडल सहित 58 को पुरस्कार।
इन्हें मिला सम्मान
लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिन्द्र कुमार, पीवीएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम बार, वीएसएम, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ़, उत्तरी कमान ने भारतीय सेना के अधिकारियों और सैनिकों को उनके निश्वार्थ कर्तव्य परायणता से परे उनकी बहादुरी के लिए वीरता और विशिष्ट सेवा पुरस्कारों से सम्मानित किया। यूनिटों को राष्ट्र की विशिष्ट सेवा, बहादुरी एवं उनकी असाधारण कार्य और अद्वितीय उपलब्धियों के लिए जीओसी-आईएन-सी यूनिट प्रशंसा पत्र भी प्रदान किए। समारोह के दौरान वीरता के लिए 45 सेना मेडल, विशिष्ट सेवा के लिए तीन सेना मेडल, एक युद्ध सेवा मेडल और 09 विशिष्ट सेवा मेडल सहित 58 पुरस्कार विजेताओं को मेडल प्रदान किए। इसके अलावा 64 यूनिटों को यूनिट प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। इस कार्यक्रम के दौरान जब प्रत्येक वीर सैनिक की अदम्य वीरता और अटूट साहस के बारे में पढ़ा गया, तो उपस्थित सभी लोगों का दिल गर्व और कृतज्ञता से भर गया।
परिवार के योगदान को सराहा
इस अवसर पर उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ़ ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और सभी रैंकों को सभी क्षेत्रों में अपना सर्वश्रेठ करने और भारतीय सेना के उच्च परम्पराओं और मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया। उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ़ ने पुरस्कार विजेता सेवाकर्मियों को उनके कर्तव्यों के पालन में भरपूर समर्थन देने के लिए उनकी परिवार के सभी सदस्यों के योगदान को सराहा।
सेना कमांडर ने पुरस्कार विजेताओं से की बात
सेना कमांडर ने सभी पदों, पूर्व सैनिक, कर्मियों और उनके परिजनों से राष्ट्र की सेवा में खुद को फिर से समर्पित करने को कहा। सेना कमांडर ने बाद में पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत की और भारतीय सेना की उच्चतम परम्पराओं को बनाए रखने में अभूतपूर्व योगदान को स्वीकार किया।
विजेताओं के गौरवान्वित परिवार शामिल हुए
समारोह में बड़ी संख्या में सैन्यकर्मी, गणमान्य नागरिक और पुरस्कार विजेताओं के गौरवान्वित परिवार शामिल हुए। मुखतः राष्ट्र और विशेष रूप से भारतीय सेना अपने बहादुर सैनिकों का सम्मान और उनकी देखभाल करने में कभी असफल नहीं होती है। इस समारोह में कार्यक्रमों के माध्यम से इस अवधारणा को इसी भावना के साथ प्रदर्शित किया गया है।
Also Read
19 Oct 2024 07:14 PM
जनवरी-फरवरी में होने वाले महाकुंभ 2025 के आयोजन से पहले, यहां तक कि मलेशिया से भी बड़ी संख्या में लोग संगम पर आकर स्नान कर रहे हैं... और पढ़ें