महाकुंभ को लेकर सीएम योगी के निर्देश : समयसीमा पर पूरी करें सभी तैयारियां, एआई का भरपूर इस्तेमाल होगा

समयसीमा पर पूरी करें सभी तैयारियां, एआई का भरपूर इस्तेमाल होगा
UPT | सीएम योगी आदित्यनाथ और डीप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य

Oct 06, 2024 18:50

कुंभ-2019 के दौरान, करीब 25 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया था और 100 से अधिक देशों के राजनयिकों ने भी इस भव्य आध्यात्मिक आयोजन का हिस्सा बनने का अनुभव लिया था...

Oct 06, 2024 18:50

Short Highlights
  • प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की तैयारी जोरों पर
  • सीएम योगी ने तैयारियों का लिया जायजा
  • महाकुंभ 2025 का लोगो किया लांच
Lucknow News : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की तैयारी जोर-शोर से चल रही है, जिसमें 5600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले प्रोजेक्ट के तहत प्रयागराज को सुंदर और भव्य बनाया जा रहा है। कुंभ-2019 के दौरान, करीब 25 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया था और 100 से अधिक देशों के राजनयिकों ने भी इस भव्य आध्यात्मिक आयोजन का हिस्सा बनने का अनुभव लिया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रयागराज में इस महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी संबंधित विभाग युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं।

समय सीमा के अंदर तैयारी पूरी करने का निर्देश
सीएम योगी ने अधिकारियों को समय सीमा के भीतर सभी तैयारियों को पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि महाकुंभ-2025 में श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए परिवहन सुविधाओं में वृद्धि की जाएगी और सुरक्षा के खास इंतजाम भी किए जाएंगे। उन्होंने भरोसा जताया कि इस महाकुंभ के आयोजन से प्रयागराज की पहचान और भी मजबूत होगी।



सामान्य स्तर पर आएगा जल स्तर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रदेश और केंद्र सरकार के विभिन्न विभाग मिलकर महाकुंभ-2025 की तैयारियों को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संगम में जल का स्तर 8,000 से 10,000 क्यूसेक के बीच होता है, जबकि वर्तमान में जल स्तर 2.5 लाख क्यूसेक के आसपास है। इसे सामान्य स्तर पर लाने में 10-12 दिन का समय लग सकता है, लेकिन इससे महाकुंभ की तैयारियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी निर्माण कार्य समय पर पूरे किए जाएं।

एक किलोमीटर से ज्यादा पैदल नहीं चलना पड़ेगा
इस बार महाकुंभ का दायरा पिछले आयोजन की तुलना में दोगुना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी योजना है कि श्रद्धालुओं को मुख्य पर्व के दौरान, जो 13 जनवरी से 26 फरवरी को महाशिवरात्रि तक चलेगा, एक किलोमीटर से अधिक पैदल न चलना पड़े। पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा, शिवरात्रि को छोड़कर शेष अन्य दिनों में परिवहन निगम 7,000 से अधिक बसें चलाने की योजना बना रहा है, साथ ही इलेक्ट्रिक बसों की भी व्यवस्था की जाएगी। इस बार महाकुंभ-2025 के दौरान प्रयागराज की छवि कुछ विशेष होने जा रही है।

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जीरो प्लास्टिक का लक्ष्य
इसके अलावा, सीएम ने बताया कि सुरक्षा के मामले में भी कई नई व्यवस्थाएं की जा रही हैं, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने जीरो प्लास्टिक के लक्ष्य पर जोर दिया और बताया कि संगम के सभी ड्रेनेज और सीवर को सुरक्षित रूप से डायवर्ट किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कुंभ-2019 की सफलता में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही और इस बार भी उनके सहयोग से महाकुंभ-2025 एक वैश्विक आयोजन बनेगा।

महाकुंभ 2025 का लोगो जारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ-2025 का लोगो जारी किया गया है, जो भारतीय आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि साधु-संतों के साथ आयोजित बैठक में सभी ने उत्साह के साथ महाकुंभ में भागीदारी का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि साधु संत महाकुंभ के मुख्य आयोजक होते हैं, जबकि शासन-प्रशासन नैतिक व्यवस्था को बनाए रखने में सहायक होता है।

भव्य और दिव्य होगा आयोजन
उन्होंने कहा कि इस बार का महाकुंभ विशेष रूप से भव्य और दिव्य होगा और इसके आयोजन के लिए विभिन्न धार्मिक प्रमुखों और तीर्थ पुरोहितों की मौजूदगी महत्वपूर्ण है। इस दौरान, बैठक में 13 अखाड़ों के आचार्य भी शामिल रहे, जिन्होंने इस बड़े आध्यात्मिक आयोजन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।

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