महाकुंभ-2025 : स्नानार्थियों से लेकर पानी तक की होगी निगरानी, अंडर वाटर ड्रोन, सोनार समेत कई सुरक्षा व्यवस्था में हाईटेक उपकरणों का होगा इस्तेमाल

स्नानार्थियों से लेकर पानी तक की होगी निगरानी, अंडर वाटर ड्रोन, सोनार समेत कई सुरक्षा व्यवस्था में हाईटेक उपकरणों का होगा इस्तेमाल
UPT | Maha Kumbh 2025

Sep 19, 2024 23:50

प्रयागराज में जनवरी 2025 में होने वाले इस महाकुंभ के लिए जल की सतह पर निगरानी के लिए पहली बार वाटर स्कूटर ब्रिगेड तैनात की जाएगी। इसके अलावा, अंडर वाटर सेफ्टी उपकरणों की खरीद के लिए बजट को स्वीकृति मिल गई है...

Sep 19, 2024 23:50

Short Highlights
  • सुरक्षा व्यवस्था में हाईटेक उपकरणों का इस्तेमाल
  • पानी के नीचे निगरानी के लिए अंडर वाटर ड्रोन 
  • अंडर वाटर ड्रोन और सोनार का होगा इस्तेमाल
  • पहली बार तैनात होगी वाटर स्कूटर ब्रिगेड
  • उपकरणों की खरीदारी के लिए बजट की मिली स्वीकृति
Prayagraj News : महाकुंभ 2025 में स्नानार्थियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए योगी सरकार ने अत्याधुनिक तकनीकों का सहारा लिया है। इस बार महाकुंभ में अंडर वाटर ड्रोन और सोनार का उपयोग किया जाएगा, जो पानी के नीचे की निगरानी में मदद करेंगे। प्रयागराज में जनवरी 2025 में होने वाले इस महाकुंभ के लिए जल की सतह पर निगरानी के लिए पहली बार वाटर स्कूटर ब्रिगेड तैनात की जाएगी। इसके अलावा, अंडर वाटर सेफ्टी उपकरणों की खरीद के लिए बजट को स्वीकृति मिल गई है।

सुरक्षा एजेंसियों की तैयारी
महाकुंभ के आयोजन के लिए सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से सतर्क हैं। कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्राथमिकता है, और घाटों तथा नदियों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है। इस बार आठ किलोमीटर लंबी डीप वाटर बैरिकेटिंग का निर्माण किया जाएगा, जिससे जल क्षेत्र में सुरक्षा को बेहतर बनाया जा सके। पीएसी और जल पुलिस मिलकर जल के अंदर सुरक्षा का काम संभालेंगी। 


नई सुविधाएं
डीआईजी पूर्वी जोन पीएसी, राजीव नारायण मिश्रा ने बताया कि पहली बार अंडर वाटर ड्रोन का उपयोग किया जाएगा, जिससे जल में किसी भी दुर्घटना की स्थिति में जन धन की वास्तविक स्थिति का पता लगाया जा सकेगा। 

वाटर स्कूटर ब्रिगेड को 25 वाटर स्कूटर से लैस किया जाएगा, जो आकस्मिक स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार रहेगी। इसके लिए 6 लाख 25 हजार रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इसके अलावा, संगम और वीआईपी घाट पर दो फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन भी बनाए जाएंगे, जहां प्राथमिक उपचार और आवश्यक उपकरण मौजूद रहेंगे। सभी उपकरणों की खरीद के लिए एक अक्टूबर से टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। 

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