Mahakumbh 2025 : सड़क हादसे रोकने के लिए लागू होगा कांवड़ यात्रा का फॉर्मूला, सुरक्षा व्यवस्था में किए गए बड़े बदलाव

सड़क हादसे रोकने के लिए लागू होगा कांवड़ यात्रा का फॉर्मूला, सुरक्षा व्यवस्था में किए गए बड़े बदलाव
UPT | Mahakumbh 2025

Oct 28, 2024 23:06

महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सड़क हादसे रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान अपनाए गए सुरक्षा मॉडल को लागू करने का फैसला लिया है।

Oct 28, 2024 23:06

Prayagraj News : महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सड़क हादसे रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान अपनाए गए सुरक्षा मॉडल को लागू करने का फैसला लिया है। इस बार महाकुंभ में वाहनों की पार्किंग व्यवस्था से लेकर अस्पतालों में तैयारियों और मार्ग डायवर्जन तक विशेष उपाय किए जा रहे हैं। प्रशासन की मंशा यह है कि श्रद्धालुओं की यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाया जा सके और किसी प्रकार की दुर्घटना या अप्रिय घटना न हो।

पार्किंग और वाहन प्रबंधन पर सख्त निर्देश
महाकुंभ 2025 के दौरान किसी भी वाहन को सड़क पर खड़ा करने की अनुमति नहीं होगी। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 187 हेक्टेयर का बड़ा पार्किंग क्षेत्र निर्धारित किया गया है, जिसमें पिछले महाकुंभ के 125 हेक्टेयर की तुलना में काफी अधिक जगह उपलब्ध होगी। इन पार्किंग क्षेत्रों में श्रद्धालुओं को अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी ताकि वाहन खड़ा करने के बाद श्रद्धालु पैदल ही मेला क्षेत्र में प्रवेश कर सकें। पार्किंग स्थलों को इस तरह से तैयार किया गया है कि वहां से मेला क्षेत्र तक पहुंचना आसान हो और वाहनों की भीड़ से सड़कों पर जाम न लगे।

अस्पतालों को किया गया अलर्ट, बढ़ाए जाएंगे संसाधन
महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालु प्रयागराज और आसपास के जिलों में पहुंचेंगे, जिसके मद्देनज़र सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा जाएगा। सभी सरकारी अस्पतालों में विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं, ताकि दुर्घटनाओं, स्वास्थ्य आपात स्थितियों या प्राकृतिक आपदाओं के दौरान मरीजों का समुचित इलाज सुनिश्चित हो सके। प्रयागराज के अलावा वाराणसी, मिर्जापुर, और अयोध्या के अस्पतालों में भी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने पर जोर दिया जा रहा है। अस्पतालों में ऑक्सीजन, दवाओं और आवश्यक उपकरणों की आपूर्ति को दुरुस्त करने के साथ-साथ आकस्मिकता प्रबंधन के लिए चिकित्सकीय स्टाफ और संसाधनों को बढ़ाया जा रहा है।



अधिक सुरक्षा और थाना-चौकी की व्यवस्था
महाकुंभ के दौरान पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई गई है। पिछले महाकुंभ में जहां 40 थाने और 58 चौकियां स्थापित की गई थीं, इस बार 56 थानों और 155 चौकियों का नेटवर्क तैयार किया गया है। ये पुलिस थाने और चौकियां श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और भीड़ प्रबंधन में मदद करेंगे। इसके अतिरिक्त, पिछले महाकुंभ में 43 फायर स्टेशन स्थापित किए गए थे, जिन्हें इस बार बढ़ाकर 60 कर दिया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में आग से बचाव के उपाय तेज़ी से किए जा सकें।

ट्रैफिक डायवर्जन और भीड़ नियंत्रण
महाकुंभ के प्रमुख स्नान पर्वों के दौरान भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए यातायात के लिए विशेष डायवर्जन प्लान तैयार किया गया है। माघ मेला और श्रावण मास के दौरान अपनाए गए डायवर्जन प्लान की तर्ज पर इस बार महाकुंभ के दौरान भी यातायात को सुव्यवस्थित करने की योजना है। विभिन्न रूटों पर नोडल अधिकारी तैनात रहेंगे, जो कंट्रोल रूम से सीधे संपर्क में रहेंगे। भीड़ के दबाव वाले मार्गों की निगरानी के लिए आईसीसी के टोल-फ्री नंबर 1920 पर अलर्ट भेजा जाएगा, जिससे एसएसपी कुंभ मेला और प्रयागराज मेला क्षेत्र की सुरक्षा में तुरंत आवश्यक कदम उठाए जा सकें।

रेलवे और क्रॉसिंग प्रबंधन
महाकुंभ के दौरान रेलवे विभाग को भी विशेष तैयारी करने को कहा गया है। मुख्य स्नान पर्वों के दौरान रेलवे से अनुरोध किया गया है कि ट्रेनें किस प्लेटफार्म पर आएंगी और उनका आगमन-प्रस्थान का शेड्यूल कुंभ मेला और प्रयागराज जोन कार्यालय के साथ साझा किया जाए, ताकि भीड़ नियंत्रण और यातायात व्यवस्था में प्रशासन को मदद मिल सके। रेलवे क्रॉसिंग पर जाम की समस्या को रोकने के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

भीड़ प्रबंधन और आपदा तैयारी
महाकुंभ के लिए प्रशासन की प्राथमिकता श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस बार प्रयागराज और उसके आसपास के इलाकों में कांवड़ यात्रा के दौरान अपनाए गए सुरक्षा प्रोटोकॉल को लागू किया जाएगा, ताकि सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके। आपदा प्रबंधन के तहत डूबने, संरचनात्मक गिरावट, और केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल, और न्यूक्लियर (सीबीआरएन) खतरों से निपटने के लिए भी विशेष तैयारी की गई है। स्थानीय प्रशासन ने आदेश दिया है कि किसी भी आकस्मिक स्थिति में राहत कार्य तुरंत शुरू किए जा सकें।

अयोध्या, वाराणसी, मिर्जापुर और प्रयागराज कॉरिडोर की सुरक्षा
इस महाकुंभ में अयोध्या, वाराणसी, मिर्जापुर और प्रयागराज में तीर्थयात्रियों की भीड़ को देखते हुए इन जगहों की सुरक्षा बढ़ाई जा रही है। कॉरिडोर बनने से इन स्थानों पर श्रद्धालुओं का आवागमन अधिक होगा, जिसके चलते सुरक्षा और यातायात के लिए अतिरिक्त व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इस निर्णय से इन पवित्र स्थानों पर आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षा का वातावरण मिलेगा और महाकुंभ का आयोजन अधिक सुरक्षित एवं सफल रहेगा।

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